रेक्टल कैंसर का इलाज : रेक्टल कैंसर की स्टेज क्या है?
हमारे शरीर में कोलन या रेक्टम के तीन हिस्से होते हैं। पहला म्यूकोसा (Mucosa), दूसरा और मध्य हिस्सा मस्क्युलरिस प्रोप्रिया (Muscularis propria) और आखिरी व बाहरी हिस्सा मेसोरेक्टम (Mesorectum) होता है। म्यूकोसा रेक्टल वॉल का आंतरिक हिस्सा होता है, जिसमें मौजूद ग्लैंड्स म्यूकस का निर्माण करती हैं, जो मल के आराम से निकलने में मदद करती हैं। इसके बाद मस्क्युलरिस प्रोप्रिया रेक्टल वॉल का मध्य हिस्सा होता है, जिसमें रेक्टम के आकार और संकुचन आदि प्रक्रिया के लिए जरूरी मसल्स होती हैं। इसके बाद मेसोरेक्टम रेक्टल वॉल का बाहरी हिस्सा होता है, जो उसे सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक फैटी लेयर होती है। इन तीन लेयर के साथ रेक्टम के आसपास मौजूद लिंफ नोड्स होते हैं, जो कि वैसे तो इम्यून सिस्टम का हिस्सा होता है, लेकिन रेक्टम या शरीर के किसी भी ऑर्गन को वायरस या बैक्टीरिया जैसे खतरनाक तत्व से सुरक्षा प्रदान करता है।
स्टेज 0 – रेक्टल कैंसर का इलाज उसकी स्टेज पर निर्भर करता है। इस गंभीर बीमारी की स्टेज 0 में रेक्टम वॉल के अंदरुनी हिस्से म्यूकोसा में कुछ असामान्य कोशिकाएं दिखना शुरू हो जाती हैं।
स्टेज 1 – स्टेज 1 में कैंसरकृत कोशिकाएं रेक्टम वॉल के अंदरुनी और मध्य हिस्से तक फैलने लगती हैं। लेकिन, अभी इससे रेक्टम का बाहरी हिस्सा और लिम्फ नोड्स अप्रभावित रहते हैं।
स्टेज 2 – रेक्टल कैंसर की स्टेज 2 में ट्यूमर या कैंसर सेल्स रेक्टम की दीवार यानी मेसोरेक्टम के बाहर आ जाता है, लेकिन अभी भी लिम्फ नोड अप्रभावित रहते हैं। इस स्टेज को 2ए और 2बी दो हिस्से में बांटा गया है।
स्टेज 3 – इस हिस्से के कैंसर की स्टेज में कैंसरकृत ट्यूमर रेक्टम के साथ-साथ लिम्फ नोड्स में भी फैल जाता है और उससे प्रभावित क्षेत्र के आधार पर इस स्टेज को 3ए, 3बी और 3सी में बांटा गया है।
स्टेज 4 – रेक्टल कैंसर की स्टेज 4 में कैंसर ट्यूमर रेक्टल या कोलन एरिया से बाहर फैलकर शरीर के दूसरे अंगों तक फैलने लगता है। यह स्टेज कैंसर की सबसे गंभीर और खतरनाक चरण होता है।
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स्टेज के मुताबिक रेक्टल कैंसर का इलाज कैसे होता है?
रेक्टल कैंसर का इलाज उसकी स्टेज के मुताबिक होता है, आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
स्टेज 0 के मुताबिक रेक्टल कैंसर का इलाज