5. सर्दी-जुकाम दूर भगाए:
तेजपत्ते का बना काढ़ा सर्दी जुकाम भगाता है। चाय पत्ती की जगह इसके चूर्ण की चाय पीने से छीकें आना, नाक बहना तथा सिर दर्द दूर होता है। इसके लिए तेजपत्ता और छोटी पिप्पली को पीसकर इसमें शहद मिलाकर लेने से या फिर तेजपत्ता के चूर्ण को गुड़ के साथ सुबह और शाम खाने से धीरे-धीरे जुकाम ठीक हो जाता हैं।
6. खून का बहना:
शरीर के किसी भी अंग से खून निकलने पर तेजपत्ता के सेवन से बंद हो जाता है। नाक, मुंह, मल या यूरीन से खून निकलने पर एक गिलास ठंडे पानी में एक चम्मच तेजपत्ते का चूर्ण हर तीन घंटे के बाद सेवन करने से खून का बहना बंद हो जाता है।
7. सिरदर्द में आराम:
सिरदर्द होने पर तेजपत्ते से बना लेप लगाने से आराम मिलता है। इसके लिए तेजपत्ता को पीसकर इसका पेस्ट बना लें, इस पेस्ट को थोड़ा सा गर्म करके माथे पर लगा लें। इस लेप से सर्दी या गर्मी दोनों के कारण होने वाले सिरदर्द दूर हो जाता है।
8. सिर की जूएं दूर करें:
अगर आप जुओं से परेशान है तो तेजपत्ता आपकी मदद करेगा। इसके लिए तेजपत्तों को 400 ग्राम पानी में उबालें जब पानी 100 ग्राम रह जाए तो इस पानी को सिर की जड़ों में लगा लें। एक-दो घंटे बाद धो दें। पानी उबालने से पहले भृंगराज मिलाने से फायदा अधिक होता है।