लूप इलेक्ट्रोसर्जिकल एक्सेसन प्रॉसीजर (Loop electrosurgical excision procedure) में एक वायर लूप का उपयोग करके इसे इलेक्ट्रिक करंट के जरिए गर्म करके महिलाओं के लोअर जेनिटल ट्रैक्ट से असामान्य कोशिकाएं या टिशूजको निकालने में किया जाता है। यह असामान्य कंडिशन्स और कैंसरस कंडिशन्स के डायग्नोसिस और ट्रीटमेंट का एक हिस्सा है। इसे प्रॉसीजर को शॉर्ट में एलईईपी (LEEP) भी कहा जाता है।
लोअर जेनिटल ट्रैक्ट में सर्विक्स और वजायना शामिल है। सर्विक्स यूटेरस का लोअर पार्ट होता है और वजायना सर्विक्स और वल्वा को कनेक्ट करती है। लूप इलेक्ट्रोसर्जिकल एक्सेसन प्रॉसीजर में वायर लूप के जरिए करंट पास किया जाता है ताकि एब्नॉर्मल टिशूज को कट किया जा सके। ये टिशूज लेब में टेस्ट करने के लिए भेजे जाते हैं। लीप प्रॉसेस के जरिए एब्नॉर्मल कोशिकाओं को हटाया जाता है ताकि हेल्दी टिशूज ग्रो कर सकें।
लूप इलेक्ट्रोसर्जिकल एक्सेसन प्रॉसीजर (Loop electrosurgical excision procedure) की मदद कब ली जाती है?
लूप इलेक्ट्रोसर्जिकल एक्सेसन प्रॉसीजर तब अपनाई जाती है जब पेल्विक एग्जाम के दौरान सर्विकल और वजायनल प्रॉब्लम्स पाई जाती हैं या पेप टेस्ट (Pap Test) के दौरान असामान्य कोशिकाएं पाई जाती हैं। इस टेस्ट का उपयोग सर्विक्स या वजायना में होने वाले कैंसर का पता लगाने के लिए भी किया जाता है।
कोशिकाएं जो असामान्य दिखाई देती है वे अभी तक कैंसरस नहीं होती हैं, लेकिन वे प्रीकैंसरस हो सकती हैं। ये कैंसर की संकेत हो सकती हैं जो बाद के सालों में डेवलप होता है। लूप इलेक्ट्रोसर्जिकल एक्सेसन प्रॉसीजर का उपयोग निम्न कंडिशन्स के लिए भी उपयोग किया जा सकता है।
- पॉलिप्स (Polyps)
- जेनिटल वॉर्ट्स जो कि ह्यूमन पैपिलोमा वायरस इंफेक्शन का संकेत हो सकता है या फिर सर्विकल कैंसर के डेवलप होने का जोखिम
- उन महिलाओं में डायथाइलस्टिलबेस्ट्रोल (Diethylstilbestrol) एक्सपोजर जिनकी मां ने गर्भावस्था के दौरान डीईएस लिया था, क्योंकि डेस एक्सपोजर प्रजनन प्रणाली के कैंसर के खतरे को बढ़ाता है। डॉक्टर LEEP की अनुशंसा अन्य कारणों से भी कर सकते हैं।
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लूप इलेक्ट्रोसर्जिकल एक्सेसन प्रॉसीजर के रिस्क क्या हैं? (Loop electrosurgical excision procedure risks)
लूप इलेक्ट्रोसर्जिकल एक्सेसन प्रॉसीजर के कुछ संभावित कॉम्प्लिकेशन में निम्न शामिल हो सकते हैं।
- इंफेक्शन
- ब्लीडिंग
- सर्विक्स से टिशू हटाने के कारण घाव या किसी प्रकार का बदलाव होना
- प्रेग्नेंट होने में परेशानी
- प्रीटर्म बर्थ होने की संभावना
- लो बर्थ बेबी
यदि मरीज को दवाओं, आयोडीन, या लेटेक्स से एलर्जी या संवेदनशीलता है, तो अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता को बताएं। यदि महिला गर्भवती है या लगता है कि हो सकती हैं, तो डॉक्टर को इस बारे में बताएं। मरीज की स्थिति के आधार पर अन्य जोखिम भी हो सकते हैं। प्रक्रिया से पहले अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के साथ किसी भी चिंता पर चर्चा करना सुनिश्चित करें।
कुछ कारक या कंडिशन्स LEEP में हस्तक्षेप कर सकती हैं। इन कारकों में शामिल हैं:
- पीरियड्स
- एक्यूट पेल्विक इंफ्लामेटरी डिजीज
- सर्विक्स पर एक्यूट इंफ्लामेशन
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लूप इलेक्ट्रोसर्जिकल एक्सेसन प्रॉसीजर के लिए कैसे तैयार हो?
डॉक्टर लूप इलेक्ट्रोसर्जिकल एक्सेसन प्रॉसीजर (Loop electrosurgical excision procedure) के बारे में पूरी जानकारी पहले ही देते हैं, अगर किसी प्रकार का कोई डाउट है तो डॉक्टर से पूछ लेना चाहिए। प्रॉसीजर से पहले एक फॉर्म पर साइन करना होगा। इसे अच्छे से पढ़कर साइन करें। आमतौर पर इस प्रॉसेस के लिए खाली पेट रहने की जरूरत नहीं होती है। इस दौरान निम्न बातों का ध्यान रखें।
- प्रॉसीजर के पहले डॉक्टर को बता दें अगर आप किसी प्रकार की कोई भी दवा ले रही हैं। जिसमें प्रिस्क्राइब्ड और ओवर द काउंटर मेडिसिन शामिल हैं।
- डॉक्टर को बताना चाहिए अगर मरीज ब्लड डिसऑर्डर की हिस्ट्री है या यदि वह ब्लड को पतला करने वाली दवाएं (थक्कारोधी), एस्पिरिन, या अन्य दवाएं ले रहे हैं जो रक्त के थक्के को प्रभावित करती हैं।
- प्रक्रिया से पहले इन दवाओं को बंद करने के लिए कहा जा सकता है।
- डॉक्टर प्रक्रिया से पहले टैम्पोन, वजायनल क्रीम, किसी प्रकार की दवा और यौन संबंध नहीं बनाने के लिए कहेंगे।
- LEEP आमतौर पर तब किया जाता है जब मासिक धर्म नहीं हो रहा हो। डॉक्टर लूप इलेक्ट्रोसर्जिकल एक्सेसन प्रॉसीजर के 30 मिनट पहले पेन रिलीवर रिकमंड कर सकते हैं।
लूप इलेक्ट्रोसर्जिकल एक्सेसन प्रॉसीजर के दौरान क्या होता है?
यह प्रॉसीजर डॉक्टर के क्लिनिक या हॉस्पिटल में हो सकता है। इस प्रॉसेस को निम्न प्रकार संपन्न किया जाता है।
- मरीज को अपने कपड़े उतारकर हॉस्पिटल गाउन पहनना होगा।
- प्रॉसीजर के पहले ब्लैडर को खाली करने यानी यूरिन पास करने के लिए कहा जाएगा।
- मरीज को पेल्विक एग्जामिनेशन की तरह लेटने के लिए कहा जाएगा।
- डॉक्टर स्पैकुलम का उपयोग वजायना को फैलाने के लिए करता है ताकि सर्विक्स को अच्छी तरह से देखा जा सके।
- वजायना के अंदर देखने के लिए डॉक्टर कोल्पोस्कोप (Colposcope) का उपयोग कर सकते हैं। यह एक इंस्ट्रूमेंट होता है जो माइक्रोस्कोप की तरह होता है।
- डॉक्टर गर्भाशय ग्रीवा या योनि में उपचार के लिए किसी भी क्षेत्र का पता लगाने के लिए कोल्पोस्कोप के माध्यम से देखेगा। मरीज के स्वास्थ्य संबंधी रिकॉर्ड के लिए गर्भाशय ग्रीवा के क्षेत्रों के कोलपोस्कोप या रेखाचित्रों के साथ तस्वीरें बनाई जा सकती हैं।
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ऐसे संपन्न होती है पूरी प्रकिया
इसके बाद सर्विक्स को क्लीन कर दिया जाएगा और इसमें विनेगर सॉल्यूशन डाला जाएगा। जिसे एसेटिक एसिड सॉल्यूशन (Acetic acid solution) भी कहा जाता है। यह असामान्य ऊतकों को सफेद बनाने और अधिक विजिबल बनाने में मदद करता है। आपको हल्की जलन महसूस हो सकती है। कभी-कभी गर्भाशय ग्रीवा को कोट करने के लिए आयोडीन के घोल का उपयोग किया जाता है, जिसे शिलर परीक्षण (Schiller test) कहा जाता है।
डॉक्टर नीडल के जरिए मेडिसिन का उपयोग करके एरिया को सुन्न करेगा। एक प्रकार का फोरसेप्स यूज किया जाएगा ताकि सर्विक्स को प्रॉसीजर के दौरान स्थिर रखा जा सके। जिसके उपयोग के दौरान महिला को हल्का दर्द हो सकता है। लीप वायर को स्पैकुलम के जरिए इंसर्ट किया जाएगा। यह आसामान्य ऊतकों तक जाएगा। इस दौरान हल्का प्रेशर और क्रैम्पिंग का एहसास हो सकता है। कुछ महिलाएं प्रॉसेस के दौरान चक्कर आने का अनुभव कर सकती हैं। ऐसा होने पर डॉक्टर या नर्स को बताना चाहिए।
हटाए गए ऊतक की मात्रा और स्थान इस बात पर निर्भर करता है कि क्या LEEP का उपयोग डायग्नोस्टिक टूल के रूप में किया जा रहा है, या असामान्य ऊतक को हटाने के लिए किया जा रहा है। LEEP वायर विभिन्न साइज और शेप में आते हैं। विद्युत प्रवाह रक्त वाहिकाओं को सील कर देगा, इसलिए आमतौर पर बहुत कम रक्तस्राव होता है। एलईईपी साइट से किसी भी रक्तस्राव का इलाज पेस्ट जैसी टॉपिकल मेडिसिन से किया जा सकता है।
ऊतक को आगे के परीक्षण के लिए एक प्रयोगशाला में भेजा जाएगा।
लूप इलेक्ट्रोसर्जिकल एक्सेसन प्रॉसीजर के बाद क्या होता है?
लूप इलेक्ट्रोसर्जिकल एक्सेसन प्रॉसीजर (Loop electrosurgical excision procedure) पूरा होने के कुछ देर तक मरीज को रेस्ट करने दिया जाता है इसके बाद वह घर जा सकती है। कई दिनों तक हल्का ऐंठन, धब्बेदार और गहरे या काले रंग का स्राव होना सामान्य है। गहरे रंग का डिस्चार्ज सर्विक्स में ब्लीडिंग को कंट्रोल करने के लिए उपयोग की गई दवा के कारण होता है। प्रॉसीजर के बाद 4 हफ्ते तक सेक्स करने के लिए मना किया जा सकता है। साथ ही भारी सामान उठाने के लिए भी मना किया जा सकता है।
डॉक्टर की सलाह के अनुसार पेन रिलीवर लेना होगा। कुछ दवाएं ब्लीडिंग की संभावना को बढ़ा सकती हैं। निम्न कंडिशन होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
- क्लॉट्स के साथ ब्लीडिंग
- वजायना से तेज बदबू आना
- सर्दी के साथ बुखार
- एब्डोमिन में तेज दर्द
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उम्मीद करते हैं कि आपको लूप इलेक्ट्रोसर्जिकल एक्सेसन प्रॉसीजर (Loop electrosurgical excision procedure) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।