हर महिला में इस समस्या के लक्षण अलग हो सकते हैं। क्योंकि, यह लक्षण अन्य मेडिकल कंडीशंस से जुड़े हुए भी हो सकते हैं। ऐसे में इस रोग का सही निदान का होना जरूरी है। लेकिन, निदान से पहले जानते हैं कि पेल्विक कंजेशन सिंड्रोम (Pelvic Congestion Syndrome) के कारण क्या हैं?
और पढ़ें : सिर्फ महिलाएं ही नहीं, पुरुष भी होते हैं थायराॅइड का शिकार
पेल्विक कंजेशन सिंड्रोम के कारण (Causes of Pelvic Congestion Syndrome)
पेल्विक कंजेशन सिंड्रोम (Pelvic Congestion Syndrome) का सही कारण स्पष्ट नहीं है। लेकिन, एक्सपर्ट्स यह मानते हैं कि ओवेरियन वेन्स में समस्या के कारण ऐसा हो सकता है। इसमें ओवरीज पर और फीमेल रिप्रोडक्टिव ट्रैक्ट (Female Reproductive Tract) के साथ वैरिकोज वेन्स (Varicose Veins) भी शामिल हो सकती हैं। वैरिकोज वेन्स (Varicose Veins) वो नसें हैं, जिनमें मौजूद वो वॉल्व जो ब्लड के फ्लो को कंट्रोल करते हैं, सही से काम नहीं कर पाते। इसके कारण खून नसों में ही जम जाता है और वेन्स बड़ी हो जाती है। कई महिलाओं के रिप्रोडक्टिव ट्रैक्ट (Reproductive Tract) में वैरिकोज वेन्स होती है। ऐसे में कई महिलाओं को दर्द और पेल्विक कंजेशन सिंड्रोम (Pelvic Congestion Syndrome) की समस्या हो सकती है। लेकिन, कई महिलाओं में ऐसा नहीं होता।
इस समस्या के कारण स्पष्ट नहीं हैं लेकिन एनाटॉमीक (Anatomic) और हार्मोनल असमान्यताएं (Hormonal Abnormalities) व डिसफंक्शन (Disfunctions) पेल्विक कंजेशन सिंड्रोम (Pelvic Congestion Syndrome) के विकास को बढ़ा सकती हैं। इससे अधिकतर वो ही महिलाएं प्रभावित होती हैं। जिनकी उम्र 20 से 45 के बीच में होती है और जो एक से अधिक बार गर्भवती हुई होती हैं। पेल्विक कंजेशन सिंड्रोम (Pelvic Congestion Syndrome) से जुड़े रिस्क फैक्टर्स इस प्रकार हैं:
और पढ़ें : अपर बॉडी में कसाव के लिए महिलाएं अपनाएं ये व्यायाम
रिस्क फैक्टर्स (Risk Factors)
पेल्विक कंजेशन सिंड्रोम (Pelvic Congestion Syndrome) के रिस्क फैक्टर्स में पास्ट प्रेग्नेंसीज शामिल होती है, खासतौर पर अगर किसी के एक से अधिक बच्चे हों। प्रेग्नेंसी के कारण पेल्विक का स्ट्रक्चर बदल जाता है। जिसका प्रभाव ब्लड वेसल्स पर पड़ता है। इसके साथ ही प्रेग्नेंसी में महिला के शरीर में ब्लड का वॉल्यूम बढ़ जाता है। जिसके कारण नसों और ब्लड वेसल पर दवाब पड़ता है और दूसरी तरफ एस्ट्रोजन से ब्लड वेसल्स की वॉल्स कमजोर हो सकती हैं। इससे जुड़े अन्य रिस्क फैक्टर्स इस प्रकार हैं:
और पढ़ें : इन 10 टेस्ट को करवाने से महिलाएं बच सकती हैं, कोई बड़ी हेल्थ प्रॉब्लम से
पेल्विक कंजेशन सिंड्रोम का निदान (Diagnosis of Pelvic Congestion Syndrome)
पेल्विक कंजेशन सिंड्रोम (Pelvic Congestion Syndrome) का निदान आसान नहीं होता। इस रोग में पेल्विक पेन सामान्य है और इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे:
- पेल्विक पेन रिप्रोडक्टिव सिस्टम जैसे ओवरीज और यूटरस की समस्याओं के परिणामवरूप भी हो सकती है।
- यह दर्द हमारे यूरिनरी सिस्टम जैसे ब्लैडर के कारण भी हो सकता है।
- यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम (Gastrointestinal System) जैसे लार्ज इंटेस्टाइन (Large Intestine) के कारण भी हो सकती है या इसकी वजह मसल्स और बोन्स भी हो सकती हैं।
- मेंटल हेल्थ कंडीशंस जैसे डिप्रेशन (Depression) को भी इस दर्द से जोड़ा जाता है। इस समस्या के निदान से पहले डॉक्टर को इन सभी चीजों के बारे में विचार करना पड़ता है।