महिलाओं में अधिक उम्र में ऑव्युलेशन से जुड़ी समस्याएं इन कारणों से होती हैं:
ज्यादा उम्र हो जाने के बाद महिलाओं के गर्भाशय में अच्छी गुणवत्ता वाले एग्स (डिंब) बहुत कम रह जाते हैं। जिससे गर्भधारण करना मुश्किल हो जाता है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ अंडाशय में इन एग्स की संख्या भी घटने लगती है।
कई रिपोर्ट्स के मुताबिक लगभग एक प्रतिशत महिलाएं समय से पहले ही रजोनिवृति के दौर से गुजरने लगती हैं। परिणामस्वरूप 40 की उम्र से पहले ही ऑव्युलेशन होना बंद हो जाता है।
एक समय के बाद महिलाओं में पीरियड्स पहले जैसे नियमित नहीं होते। जैसे-जैसे मेनोपॉज पास आता है, पीरियड्स काफी कम और देर से आने लगते हैं। इससे ऑव्युलेशन भी ठीक प्रकार से नहीं हो पाता है। यह गर्भधारण की उम्र या प्रेग्नेंट होने की उम्र को प्रभावित करने वाले कारकों में सबसे महत्वपूर्ण होता है।
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क्या गर्भधारण की उम्र अधिक होने से फर्टिलिटी प्रभावित होगी?
आपको यह जानना चाहिए कि जैसे-जैसे किसी महिला की उम्र बढ़ती जाती है, उनके प्रेग्नेंट होने की संभावना कम होती जाती है। जिस कारण इनफर्टिलिटी की संभावना बढ़ जाती है। 40 साल या उसके बाद की उम्र वाली महिलाएं जो गर्भधारण करना चाहती हैं, उनमें सफलता की दर बहुत ही कम हो जाती है। कुछ अध्ययन इस ओर इशारा करते हैं कि ऐसी पांच महिलाओं में से केवल दो महिलाएं ही इस उम्र में प्रेग्नेंट होने में सफल हो पाती हैं।
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