के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Pooja Bhardwaj
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) एक हार्मोन विकार है। पीसीओएस में महिलाओं के ओवरी में छोटे-छोटे कई सिस्ट हो जाते हैं। इन सिस्ट में तरल पदार्थ भरा होता है और इनमें अपरिपक्व अंडे होते हैं। अगर आप इस बीमारी से ग्रसित हैं, तो आपके अंडाशय का आकार बढ़ जाता है।
पीसीओएस पीरियड्स (मासिक धर्म) साइकल, प्रजनन क्षमता, कार्डियक फंक्शन पर असर डालता है। यह समस्या होने पर, असामान्य या लंबे समय तक पीरियड्स, चेहरे और शरीर पर अत्यधिक बाल हो सकते हैं। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि यह विकार शरीर में मेल हार्मोन के उत्पादन को बढ़ा देता है जिस कारण महिलाओं या लड़कियों में शारीरिक परेशानी शुरू हो जाती है।
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यह बीमारी काफी आम है। लगभग 10 में से एक और प्रसव उम्र की 20 महिलाओं में से एक महिला पीसीओएस से ग्रस्त होती हैं। इसके कारणों को कम करके इस बीमारी से निपटा जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
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पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम या पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम के सामान्य लक्षण हैं:
हो सकता है ऊपर दिए गए लक्षणों में कुछ लक्षण शामिल न हों। अगर आपको किसी भी लक्षण के बारे में किसी भी तरह की चिंता हो, तो डॉक्टर से परामर्श करें।
यदि आपको नीचे में से कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें। हर किसी का शरीर अलग-अलग तरीके से काम करता है। पीरियड्स साइकल में परेशानी महसूस होने देर किये बिना अपनी बीमारी के बारे में हमेशा अपने डॉक्टर से चर्चा करना सबसे अच्छा विकल्प रहता है।
जैसा कि पीसीओडी की समस्या बहुत अधिक लड़कियाें और महिलाओं में बढ़ती जा रही है, तो ऐसे में, इस बार में डॉ. सुषमा तोमर, सलाहकार प्रसूति एवं स्त्री रोग फोर्टिस अस्पताल, कल्याण, का कहाना है “पीसीओएस में, महिलाओं के अंडाशय में सामान्य से अधिक एंड्रोजन का स्तर हाे जाता है, यानि कि पीसीओएस का प्रमुख कारण शरीर में एण्ड्रोजन (मेल हार्मोन) के उत्पादन का असामान्य लेवल है। जिस कारण अंडे के विकास और रिलीज सही से नहीं हो पाता है।ऐसे में ओव्यूलेशन के दौरान एग रिलीज होने के बजाय, सिस्ट ओवरी के रूप में बदल जाता है। पीसीओडी (पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज) एक ऐसी स्थिति है, जहां अंडाशय बहुत अधिक अपरिपक्व या आंशिक रूप से परिपक्व अंडे छोड़ते हैं। जिसकी वजह वजन बढ़ने लगता है और मासिक धर्म के दौरान भी, महिलाओं को दिक्कत होती हैं। इसलिए पीसीओएस का सबसे अच्छा उपचार सही डायट और एक्सरसाइज है।”
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पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं। जैसे-
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पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के कई जोखिम कारक हो सकते हैं, जैसे:
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दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
पीसीओएस का पता पहले से ही लगाने किए लिए ऐसा कोई टेस्ट नहीं है। ज्यादातर मामलों में महिलाएं जब डॉक्टर से अपनी समस्याएं पूछने के लिए आती हैं, तब उन्हें पीसीओएस का पता चलता है। निदान की पुष्टि करने के लिए, आपका डॉक्टर कुछ और टेस्ट भी करवा सकता है-
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पीसीओएस के उपचार में लक्षणों पर नियंत्रण करने और स्थिति को संभालने पर ध्यान दिया जाता है, जिससे आने वाली गंभीर समस्याओं से बचा जा सके, जैसे :
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नीचे बताई गई जीवनशैली और घरेलू उपचार आपको पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) (Polycystic Ovary Syndrome) से निपटने में मदद कर सकते हैं:
उपरोक्त दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अगर आप पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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