पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) या पीसीओडी किन कारणों से होता है, अभी तक इसकी कोई सटीक जानकारी नहीं हो पाई है। वैज्ञानिकों का अभी तक मानना है कि पीसीओएस या पीसीओडी हॉर्मोनल बदलाव और आनुवंशिक कारणों से होता है। इस बात की पुष्टि करने के लिए स्विटजरलैंड के कुछ रिसर्च ने एक रिसर्च की। जिसमें 52 परिवारों को शामिल किया गया। जिसमें से 58 प्रतिशत मरीजों में पाया गया कि पीसीओएस के लक्षण मरीज के साथ ही उसकी बहन में भी पाए गए। इसके बाद पीसीओएस के लिए जिम्मेदार जीन्स को ढूंढने का प्रयास किया गया। लेकिन इस रिसर्च में शामिल सभी परिवारों में एक मुख्य जीन्स नहीं, बल्कि पीसीओएस के लिए कई अलग-अलग जीन्स की भागीदारी देखी गई।
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क्या पीसीओएस के साथ प्रेग्नेंसी संभव है?
अगर आप में पीसीओएस के लक्षण दिखाई दे रहे हैं और आप इस बात को लेकर चिंता में है कि पीसीओएस के साथ प्रेग्नेंसी होना काफी मुश्किल है, तो आपका डरना बिल्कुल गलत है। अगर आपको पीसीओएस या पीसीओडी की शिकायत तो भी आप मां बन सकती हैं। बहुत सारी महिलाएं पीसीओएस के साथ कभी-कभी ओव्यूलेट या अंडे का उत्सर्जन करती हैं। इस ओव्यूलेशन टाइम में सेक्स करने से वह महिला प्रेगनेंट हो सकती है। हालांकि, पीसीओएस या पीसीओडी में पीरियड्स अनियमित होते हैं, तो भी जब ओव्यूलेशन होता है, तब सेक्स करने से महिला के गर्भवती होने के चांसेस बढ़ जाते हैं।
इसके अलावा कुछ महिलाओं को कई महीनों तक पीरियड्स ना आने की समस्या होती है। इसलिए जरूरत पड़ने पर महिला अगर चाहें तो पीसीओएस के साथ एग फ्रीजिंग करा सकती है और बाद में आईवीएफ विधि से गर्भवती हो सकती है। इसके अलावा कुछ डॉक्टर्स इनफर्टिलिटी के लिए क्लोमिफेन (clomiphene) या लेट्रोजोल (letrozole) नामक दवाओं का इस्तेमाल करते हैं। एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि क्लोमिफेन (clomiphene) के साथ 60 से 70 प्रतिशत महिलाएं प्रेग्नेंट हुई हैं और ये दवा इनफर्टिलिटी के इलाज के लिए प्रभावी है।
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क्या पीसीओडी(PCOD) या पीसीओएस (PCOS) के साथ एग फ्रीजिंग (egg freezing) कराना सुरक्षित है?
जैसा कि पहले ही बताया गया है कि पीसीओडी या पीसीओएस के साथ एग फ्रीजिंग कराना महिला की अपनी च्वॉइस होगी। अमूमन महिलाओं को पीसीओएस के साथ आईवीएफ कराने की जरूरत नहीं पड़ती हैं, क्योंकि वे सामान्य तरीके से भी प्रेग्नेंट हो सकती हैं। लेकिन फिर भी पीसीओएस के लक्षणों को देखते हुए भविष्य में प्रेगनेंट होने के लिए रिस्क नहीं लेना चाहते हैं, तो पीसीओएस के साथ एग फ्रीजिंग करा सकती हैं। पीसीओएस के साथ महिलाओं में एंटी-म्यूलेरियन लेवल (anti-Müllerian levels) काफी हाई होता है। असल में, पीसीओएस से ग्रसित महिलाओं का एंटी-म्यूलेरियन हॉर्मोन (AMH) लेवल सामान्य महिलाओं की तुलना में 2 से 3 गुना ज्यादा होता है। एंटी-म्यूलेरियन हॉर्मोन (AMH) एग फ्रीजिंग के लिए एक इंडिकेटर की तरह काम करता है कि, एक बार में महिला के कितने एग फ्रीज हो सकते हैं। लेकिन फिर भी अगर आप एग फ्रीजिंग के बारे में सोच रही हैं तो अपने डॉक्टर से जरूर बात कर लें। आइए अब जानते हैं एग फ्रीजिंग के पूरे प्रोसेस के बारे में…
एग फ्रीजिंग (Egg Freezing) क्या है?
एग फ्रीजिंग, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि महिला के अंडे को फ्रीज किया जाता है। एग फ्रीजिंग को एग बैंकिंग, उसाइट क्रायोप्रिजर्वेशन (oocyte cryopreservation) भी कहा जाता है। एग फ्रीजिंग असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी (ART) के जरिए किया जाता है। जिसमें किसी भी महिला के प्रसव काल (reproductive period) यानी कि बच्चे पैदा करने की सही उम्र में उसके गर्भाशय से अंडे को निकाल कर प्रिजर्व (संरक्षित) किया जाता है। इसके बाद भविष्य में महिला जब भी चाहें अपने अंडे को फर्टिलाइज करा के मां बन सकती है। इस पूरी प्रक्रिया को ही एग फ्रीजिंग कहते हैं।
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एग फ्रीजिंग (Egg Freezing) कराने की सही उम्र क्या है?
एग को फ्रीज कराने का अगर प्लान बना रहे हैं, तो उसके लिए एक सही उम्र होती है। जिस उम्र में महिला के अंडे हेल्दी होते हैं और उनकी प्रजनन क्षमता भी अच्छी होती है। अगर एक सामान्य महिला एग फ्रीजिंग करा रही है, तो उसके लिए सही उम्र 25 से 30 साल है। लेकिन अगर किसी महिला को पीसीओएस के साथ एग फ्रीजिंग करानी है तो वह 20 साल से 30 साल की उम्र के बीच में अपने अंडे फ्रीज करा सकती है। इसके बाद महिला जब चाहें, तब अपने फ्रीज किए हुए एग्स के साथ मां बन सकती है।
किन महिलाओं को एग फ्रीजिंग कराना चाहिए?
पीसीओएस के साथ एग फ्रीजिंग कराने के बारे में तो पहले ही जिक्र हो चुका है। आजकल भाग-दौड़ भरी जिंदगी में ज्यादातर महिलाएं कुछ पाना चाहती हैं, अपने करियर में एक बेहतर मुकाम चाहती हैं। ऐसे में वे बच्चे 30 साल की उम्र के बाद पैदा करती है। उम्र ज्यादा होने के साथ ही प्रेग्नेंसी में कई तरह की समस्याएं भी आ सकती है, जिससे बचने के लिए महिलाएं एग फ्रीजिंग के ऑप्शन को चुनती हैं। इसके अलावा कुछ गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रसित महिलाएं भी एग फ्रीजिंग जैसे विकल्प को चुनती हैं। अगर किसी महिला को कैंसर हुआ है तो उसे रेडिएशन थेरिपी या कीमोथेरिपी करानी पड़ सकती है। ऐसे में ओवरी, फॉलिकल और एग्स पर इफेक्ट पड़ सकता है। इस स्थिति में एग फ्रीजिंग एक बेहतर विकल्प के रूप में निकल कर सामने आता है। पीसीओएस के साथ एग फ्रीजिंग कराना महिला का खुद का चयन होगा। इससे आपको अगर रेगुलर पीरियड्स ना भी आए तो आईवीएफ विधि से आप गर्भवती हो सकती हैं।
पीसीओएस के साथ एग फ्रीजिंग (egg freezing) कराने से पहले क्या करना चाहिए?
एग फ्रीजिंग कराने से पहले आपको अपने परिवार से सहमति ले लेनी चाहिए। इसके बाद आप अपने डॉक्टर से मिल कर इस बारे में बात करें। डॉक्टर आपको एग फ्रीजिंग की प्रक्रिया, फायदे, नुकसान सभी पहलुओं के बारे में समझाएंगे। इसके साथ ही वह आपकी आयु, स्वास्थ्य और फैमिली प्लानिंग के बारे में विस्तार से बात करेंगे।