किसी भी महिला को यूट्रीन पॉलीप (Uterine Polyp) हो सकती है, सामान्यतः यह गर्भाशय के अंदर ही होती है, लेकिन कभी-कभी योनि में गर्भाशय (गर्भाशय ग्रीवा) के मुंह पर ही हो जाते है। गर्भाशय पॉलीप ज्यादातर उन महिलाओं में होते है जो रजोनिवृत्ति (Menopause) से गुजर रही है या इसे पूरा कर चुकी है, हालांकि आजकल कम उम्र की महिलाओं को भी पॉलीप हो जाती हैं। गर्भाशय पॉलीप गर्भाशय की आंतरिक दीवार से जुड़ी सतह है, जो बढ़ जाती है। गर्भाशय (एंडोमेट्रियम) की लाइन में जब कोशिकाएं एक सीमा से अधिक बढ़ जाती है तो ये एंडोमेट्रियल पॉलीप बन जाती है। ये पॉलीप आमतौर पर नॉन-कैंसरस होती है। हालांकि इनमें कुछ कैंसरस भी हो सकती है या बाद में कैंसर में भी बदल सकती है। गर्भाशय पॉलीप आकार में कुछ मिलीमीटर की होती है, लेकिन तिल के बीज से बड़ी नहीं होती। हालांकि कुछ केस में गोल्फ बॉल के आकार जितनी बड़ी भी होती है। यह किसी बड़े आधार या पतली डंठल के जरिये गर्भाशय की दीवार से जुड़ जाती है।
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