फाइब्रॉएड के मिथक में यह भी शामिल है कि फाइब्रॉएड के कारण महिलाएं कंसीव नहीं कर सकती हैं, लेकिन ये फाइब्रॉएड के मिथक ही है और ये पूरी तरह से सच नहीं है। कुछ तरह की फाइब्रॉएड होने पर प्रेग्नेंसी के बाद गर्भपात का खतरा रहता है, तो कुछ में कंसीव करने में दिक्कत आती है, लेकिन यदि डॉक्टर से नियमित इलाज करवाया जाएं तो कोई बड़ी समस्या नहीं होती। कुछ तरह की फाइब्रॉएड में नॉर्मल डिलिवरी का डॉक्टर मना कर देते है, जिस वजह सी-सेक्शन के जरिये ही डिलिवरी की जाती है। इसलिए ये भी पूरी तरह से फाइब्रॉएड के मिथक में शामिल है कि फाइब्रॉएड के कारण प्रेग्नेंसी कंसीव करने में परेशानी आती है।
हर महिला को फाइब्रॉएड के मिथक के बारे में जानना जरूरी है क्योंकि फाइब्रॉएड कोई बड़ी समस्या नहीं है। यदि इसका इलाज और सावधानी समय रहते ही किया जाएं तो महिला को कोई बड़ी समस्या या परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। फाइब्रॉएड के मिथक मन में रखने से सिर्फ तनाव बढ़ता है जो हार्मोन समस्या को और बढ़ाता है। इसके बजाय महिलाओं को डॉक्टर से सलाह लेकर पूरा इलाज करवाना चाहिए। आज के समय में हर दूसरी महिला फाइब्रॉएड से ग्रसित है। ये नहीं सोचना चाहिए कि फाइब्रॉएड बहुत बड़ी समस्या है। समय रहते इलाज और सावधानियां रखी जाएं तो इससे निपटा जा सकता है।
हमें उम्मीद है कि फाइब्रॉएड के मिथक पर आधारित ये आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित होगा। यहां हमने इस विषय पर आधारित महत्वपूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से संपर्क करें।