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तो सर्विक्स और सर्वाइकल शब्द का प्रयोग और कहां होता है?
सर्वाइकल शब्द का प्रयोग गर्दन (Neck) से जुड़ी चीजें या रोग के लिए जैसे सर्वाइकल स्पाइन, सर्वाइकल डिस्क, सर्वाइकल नर्व्स, सर्वाइकल रिब, सर्वाइकल लिम्फ नोड्स, सर्वाइकल कॉलर के लिए किया जाता है।
वहीं सर्विक्स के मामले में ये महिलाओं के प्रजनन अंग से जुड़ी चीजों या रोग के लिए इस्तेमाल होता है जैसे – सर्वाइकल कैंसर, सर्वाइकल डिस्प्लेसिया, सर्वाइकल म्यूकस, सर्वाइकल कैप आदि।
इसके अलावा भी शरीर के कुछ हिस्सों और समस्याओं के लिए भी सर्वाइकल शब्द उपसर्ग के रूप में इस्तेमाल किया जाता है जैसे –
- सर्वाइकलजिया (Cervicalgia) – गर्दन का दर्द
- सर्वाइकोब्रेकियल (Cervicobrachial) – गर्दन से हाथ की ओर जाने वाला दर्द
- सर्वाइकोएक्सिलरी (Cervicoaxillary)- बांह के नीचे का हिस्सा जहां से बांह और कंधे का जुड़ाव हो
- सर्वाइसेज (Cervicies) – गर्दन की तरह हिस्सा जिससे सिर शरीर से जुड़ा हो, (जरूरी नहीं कि ये शब्द सिर्फ इंसानों के लिए इस्तेमाल किया जाए)।
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सर्वाइकल कैंसर का कारण
सर्वाइकल कैंसर का प्रमुख कारण एचपीवी वायरस (Human papilloma virus) को माना जाता है। इसके अलावा कई लोगों के साथ यौन संबंध रखना, धूम्रपान करना, लंबे समय तक गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करना और बहुत कम उम्र में यौन संबंध बनाना भी कारण हो सकता है।
एचपीवी वायरस को जानें
सर्वाइकल कैंसर के पीछे कारण माने जाने वाले एचपीवी इंफेक्शन की वजह से सर्वाइकल डिस्प्लेसिया, सर्वाइकल सेल्स का असामान्य और अनियंत्रत विकास होता है, जो बाद में चलकर कैंसरकारक हो सकता है।
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ऐसे करें बचाव
डॉक्टर्स सलाह देते हैं कि सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए सबसे जरूरी है अपनी सेक्शुअल हाइजीन का ख्याल रखना, ज्यादा सेक्स पार्टनर्स नहीं रखना, धूम्रपान और ज्यादा बर्थ कंट्रोल पिल्स के सेवन से बचना। इसके अलावा डॉक्टर्स महिलाओं को समय-समय पर पेल्विक परीक्षण, पैप टेस्ट, स्मीयर टेस्ट कराने की सलाह देते हैं। इसकी मदद से सर्विक्स में हुए असामान्य बदलाव और प्री-कैंसर स्टेज को पहचाना जा सकता है।
अगर आपके मन में कोई और सवाल है तो डॉक्टर से संपर्क करना न भूलें। आप सर्वाइकल कैंसर से जुड़े अन्य आर्टिकल्स पढ़ने के लिए यहां क्लिक कर सकते हैं।