मेल पैटर्न बाल्डनेस
पीसीओडी होने की वजह से महिलाओं को मेल पैटर्न बाल्डनेस का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि उनके सिर के बाल कमजोर होने लगते हैं और झड़ने लगते हैं।
बालों की ग्रोथ

पीसीओडी में महिलाओं के शरीर में मेल हॉर्मोन एंड्रोजन का उत्पादन होने की वजह से उनके चेहरे और कमर, पेट और छाती समेत अन्य शारीरिक जगहों पर बालों की ग्रोथ ज्यादा होने लगती है। इन बालों की अत्यधिक ग्रोथ को हिरसुटिस्म कहा जाता है।
और पढ़ेंः महिलाओं में यौन समस्याओं के प्रकार, कारण, इलाज और समाधान
त्वचा का रंग गहरा होना
पीसीओडी की समस्या की वजह से महिलाओं की गर्दन, पेट और जांघ के बीच के हिस्से और स्तनों के नीचे की त्वचा का रंग गहरा होने लगता है।
वजन बढ़ना
पीसीओडी से ग्रसित करीब 80 प्रतिशत महिलाओं में मोटापे की समस्या देखी गई है।
सिरदर्द
पीसीओएस की वजह से महिलाओं के शरीर में हॉर्मोनल बदलाव होने के कारण सिरदर्द की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
[mc4wp_form id=”183492″]
पीसीओडी और सेक्स समस्याओं का क्या संबंध है?

पीसीओडी और सेक्स समस्याओं के बीच गहरा संबंध देखा गया है। क्योंकि पीसीओडी में महिलाओं के शरीर में हॉर्मोनल बदलाव और पीरियड्स की अनियमित्ता होती है, तो यह चीजें महिलाओं की सेक्स लाइफ से भी संबंध रखती हैं। पीसीओडी और सेक्स समस्याओं के बीच का संबंध जानते हैं।
- पीसीओडी और सेक्स समस्याओं में सबसे पहले सेक्स डिजायर का कम हो जाना है। पीसीओडी से ग्रसित करीब 60 प्रतिशत महिलाओं में सेक्स के प्रति इच्छा में कमी देखी गई है।
- पीसीओडी और सेक्स समस्याओं में दूसरे नंबर पर अनचाहे गर्भधारण करने का डर होता है। क्योंकि, पीसीओडी की वजह से मासिक धर्म अनियमित हो जाता है और ओव्यूलेशन पीरियड भी ट्रैक करना आसान नहीं होता। इसलिए इस समय अनप्रोटेक्टेड सेक्स की वजह से अनचाहे गर्भधारण का डर बना रहता है।
- पीसीओडी और सेक्स समस्याओं में इसके बाद इनफर्टिलिटी की समस्या हो सकती है। क्योंकि, पीसीओडी की वजह से ओव्यूलेशन पीरियड अवरुद्ध होता है। जिसकी वजह से फर्टिलाइजेशन होने में दिक्कत हो सकती है। यह समस्या तब ज्यादा परेशान कर सकती है, जब आप चाइल्ड प्लान कर रही हों।
पीसीओडी और सेक्शुअल सेटिस्फेक्शन
पीसीओडी की वजह से फर्टिलिटी और गर्भधारण पर तो असर पड़ता ही है, साथ ही आपकी सेक्स लाइफ पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। डॉक्टर्स के मुताबिक पीसीओडी से ग्रस्त महिलाओं को सेक्स से वैसी संतुष्टि नहीं मिलती जितनी आम महिला को मिलती है। या यूं कहें कि हार्मोन के उतार-चढ़ाव की वजह से आप उन खास पलों का सही मजा नहीं ले पातीं। इसकी वजह से महिलाओं में सेक्स की इच्छा में कमी, शारीरिक उत्तेजना में कमी और सेक्स में बराबरी की भागीदारी न दे पाने जैसी समस्याएं होती हैं, जो उनके पार्टनर और रिश्ते पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। अगर आपको भी लगता है कि पीसीओडी से आपकी सेक्स लाइफ खराब हो रही है, तो आपको डॉक्टर से मदद लेनी चाहिए।
अगर आपके मन में पीसीओडी और सेक्स समस्याओं को लेकर कोई भी प्रश्न हो तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।