के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
यूटेराइन प्रोलैप्स सर्जरी (Uterine Prolapse Surgery)महिलाओं के गर्भाशय से जुड़ी समस्याओं के लिए उपचार के लिए की जाती है। ऐसी स्थिति जब गर्भाशय अपने स्थान से योनि की तरफ खिसकने लगती है तो इस सर्जरी की मदद ली जा सकती है। इस अवस्था में महिलाओं के गर्भाशय पर पकड़ बनाए रखने वाली मांसपेशियों, ग्रंथियों और टिशूज को नुकसान होता है। ऐसी महिलाएं जो मां बन चुकी हैं उनमें यूटेराइन प्रोलैप्स की संभवाना अधिक होती है। इसके कारण गर्भाशय धीरे-धीरे योनि की तरफ बढ़ने लगता है जिसके कारण योनि में दर्द, पेशाब से जुड़ी समस्याएं और अन्य समस्याओं भी देखी जा सकती है।
अगर दवाओं के उपचार के बाद भी आपका गर्भाशय स्थिर नहीं होता है या योनि की तरफ उसका खिसकना जारी रहता है, तो ऐसी स्थिति में आपका डॉक्टर आपको गर्भाशय की सर्जरी की सलाह दे सकते हैं।
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हर किसी के लिए गर्भाशय प्रोलैप्स की सर्जरी सुरक्षित नहीं हो सकती है। इस सर्जरी की सलाह महिला की स्वास्थ्य स्थिति और और उसके उपचार की स्थिति के अनुसार ही दी जाती है। हालांकि, अगर गर्भाशय योनि की तरफ बहुत कम खिसकी है तो इसके लिए इस सर्जरी की जरूरत नहीं होती है क्योंकि आमतौर पर इसके लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। हालांकि, ऐसी महिलाएं जो भविष्य में प्रेग्नेंसी की योजना बना रही हैं उन्हें इस सर्जरी के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। क्योंकि प्रेग्नेंट होने के बाद और नॉर्मल डिलिवरी के बाद इस सर्जरी के लिए महिला को शारीरिक तौर पर स्वास्थ्य होने की जरूरत होती है।
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गर्भाशय की प्रोलैप्स की सर्जरी के बाद महिलाओं को शारीरिक तौर पर कुछ असुविधाएं हो सकती हैं। इस सर्जरी से गुजरने के बाद लंबे समय तक दर्द का अनुभव हो सकता है। जिससे राहत पाने के लिए आपका डॉक्टर आपको दर्द निवारक दवाओं की खुराक दे सकते हैं। अगर इसके बाद भी दर्द बढ़ जाता है या किसी और तरह की स्वास्थ्य स्थिति का अनुभव करते हैं तो अपने अपने डॉक्टर को फोन करें।
इस सर्जरी के सामान्य जोखिमों में शामिल हो सकते हैं:
गर्भाशय की प्रोलैप्स की सर्जरी के बाद इस तरह की समस्याएं देखी जा सकती हैं:
इसलिए ध्यान रखें कि यूटेराइन प्रोलैप्स सर्जरी कराने से पहले इससे जुड़े लाभ और जोखिमों के बारे में अपने डॉक्टर से पूरी जानकारी लें। अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने चिकित्सक या सर्जन से परामर्श करें।
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गर्भाशय या स्त्री रोग संबंधी इस सर्जरी को करवाने से पहले आपको कुछ तैयारियां करनी चाहिए। सर्जरी से पहले आपको किस तरह की तैयारी करने चाहिए इसके बारे में आपका डॉक्टर कुछ जरूरी दिशा निर्देश देंगे जिसका आपको ध्यान रखना चाहिए:
इस सर्जरी का प्रकार और इसकी प्रक्रिया कितने समय तक चलेगी यह आपकी स्थिति की गंभीरता पर निर्भर कर सकती है।
गर्भाशय के प्रोलैप्स की सर्जरी के प्रकार हैं:
कुछ मामलों में कोख के कारण भी गर्भाशय आगे की तरफ खिसकने लगता है, जिसके उपचार के लिए आपका डॉक्टर अन्य तकनीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
जिनमें निम्न प्रक्रिया शामिल हो सकते हैंः
आपका सर्जन इन तकनीकों की मदद से आपके गर्भाशय की सर्जरी कर सकता हैः
ऊपर बताए गए तरीकों में से आपके लिए कौन सी तकनीक सबसे बेहतर और प्रभावी हो सकती है इसके बारे में आपका डॉक्टर आपको सलाह दे सकता है। यह आपके उपचार की प्रक्रिया, स्वास्थ्य की स्थिति, उम्र और अन्य स्थिति पर निर्भर कर सकती है।
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सर्जरी के बाद जब तक आपको होश नहीं आता या सांस लेने की प्रक्रिया सामान्य नहीं हो जाती है, तब तक आपको रिकवरी रूम में ही रखा जाएगा। सर्जरी के बाद आपके गले में खरास हो सकती है जो कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाएगी।
सर्जरी के बाद आपके मूत्राशय में एक ट्यूब लगाया जाएगा जिसे कैथेटर कहा जाता है। इस ट्यूब की मदद से आप पेशाब कर सकेंगी। जब तक आप खुद से पेशाब करने में सक्षम नहीं हो जाएंगी तब तक आपको कैथेटर की मदद से ही पेशाब करना होगा।
सर्जरी के कुछ दिनों बाद तक आपको अस्पताल में ही रहना पड़ सकता है।
अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए अपने चिकित्सक या सर्जन से परामर्श करें।
जब तक आप रिकवरी नहीं कर लेते तब के लिए आपका डॉक्टर आराम करने के लिए आपको कुछ जरूरी निर्देश दे सकते हैं। जिसके तहत आपको कुछ स्थिति से परहेज करना पड़ेगा:
डिस्क्लेमर
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