9.स्वास्थ्य का रखें ख्याल
स्वस्थ मां की गर्भ में ही स्वस्थ बच्चे का विकास होता है। ऐसे में मां को अपनी सेहत का ख्याल रखना चाहिए। शारीरिक और मानसिक तौर पर भी खुद को तैयार रखना चाहिए। जिसके लिए अच्छा खाएं और अच्छा सोचें। इस दौरान, शारीरिक और मानसिक तौर पर भी कई बदलाव आते हैं। जिसके कारण कई बार कुछ खाने-पीने का मन नहीं करता। लेकिन, इस बात का ख्याल रखें कि आपको अपने भोजन में नियमित रूप से पौष्टिक आहार लेने होंगे।
10. नॉर्मल डिलिवरी के लिए उपाय : पानी की उचित मात्रा
मां की गर्भ के अंदर बच्चा एक थैली में रहता है। जिसके अंदर वो घूमता रहता है। इस थैली को एमनियोटिक थैली कहते हैं। इससे ही बच्चे को सारी ऊर्जा मिलती है। जिसे स्वस्थ बनाए रखने के लिए जरूरी है कि मां हर दिन भरपूर मात्रा में पानी पिएं। पानी की मात्रा बराबर होने से शरीर के कीटाणु यूरिन (मूत्र) के जरिए बाहर निकल जाते हैं।
11. नकारात्मकता से बनाएं रखें दूरी
प्रेग्नेंसी के दौरान मन में एक नहीं बल्कि बहुत सी बातें चलती रहती हैं। ऐसे में नकारात्मक बातों का मन में आना भी लाजिमी है। अगर महिला प्रेग्नेंसी के दौरान निगेटिव सोचेगी तो उसका गलत असर बच्चे पर भी पड़ सकता है। वैसे एक प्रेग्नेंट महिला के मन में प्रेग्नेंसी के दौरान बच्चे के स्वास्थ्य और खुद के स्वास्थ्य को लेकर कई प्रकार प्रश्न आते हैं। महिलाओं के मन में ये भी विचार आता है कि कहीं बच्चे को कुछ हो न जाए या फिर डिलिवरी के दौरान कहीं किसी प्रकार की हेल्थ संबंधि समस्या का सामना न करना पड़ जाए।
12. फिजिकली और मेंटली प्रिपेयर होना है जरूरी
प्रेग्नेंसी के दौरान अगर आप कुछ बातों का ध्यान रख लें तो आपकी डिलिवरी आसानी से हो जाएगी। प्रेग्नेंसी के नौ महीने ये सोचने में न लगाएं कि बच्चा पैदा होने पर मैं दर्द कैसे सहूंगी ? आपको मन को मजबूत करने के साथ ही शारीरिक क्रियाओं में भी भाग लेना होगा ताकि आपका मजबूत शरीर और मन डिलिवरी के समय को आसान बना दें। डिलिवरी के समय अपने मन में ये बात सोचते रहे कि मेरी एक कोशिश बच्चे की ओर बढ़ता हुआ कदम है। आप उस दौरान ये बात भी सोच सकती हैं कि जब टेक्नोलॉजी नहीं थी, फिर भी महिलाएं बिना किसी मेडिसिन या टेक्निक के बच्चे को जन्म देती थी। ये बातें मन को मजबूत बनाएंगी।
13. चाइल्ड बर्थ एज्युकेशन क्लास जरूर लें
रिसर्च में ये बात सामने आई है कि जो महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान चाइल्ड बर्थ क्लास या फिर पेरेंटल क्लास लेती हैं, उनमें नॉर्मल डिलिवरी के 50 प्रतिशत चांस बढ़ जाते हैं। आप अपने पार्टनर के साथ चाइल्ड बर्थ क्लास ज्वाॅइन कर सकती हैं। इस दौरान आपके मन में जो भी सवाल हो उन्हें जरूर पूछ लें। आपको होने वाले बच्चे के साथ ही डिलिवरी के दौरान पुश करने के तरीके के बारे में भी बताया जाएगा। जो लोग चाइल्ड बर्थ क्लास लेते हैं, उनके मन में लेबर को लेकर जो भी डर होता है वो खत्म हो जाता है।