चाइल्ड बर्थ क्लास मे सीखें डर पर काबू पाना
चाइल्ड बर्थ क्लास के दौरान आपको डिलिवरी के समय की महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी। आपके पास अगर कोई गलत जानकारी है तो चाइल्ड बर्थ क्लास के माध्यम से आप सही जानकारी प्राप्त कर सकती हैं। रिसर्च के दौरान ये बात सामने आई है कि जो महिलाएं चाइल्ड बर्थ क्लास अटैंड करती हैं उन महिलाओं में अन्य महिलाओं की तुलना में डिलिवरी का डर कम होता है।
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अपने पार्टनर को करें कनेक्ट
चाइल्ड बर्थ क्लास में आपके पार्टनर या लेबर कोच को भी ट्रेनिंग दी जाती है कि वो किस तरह से आपको सपोर्ट कर सकते हैं।
दर्द के निपटने के विकल्प
चाइल्ड बर्थ क्लास में आपको दर्द से निपटने के लिए कुछ बातें बताई जाती है। किस तरह से सांस लेना चाहिए या फिर संकुचन के दौरान क्या करना चाहिए आदि। आप इसका अभ्यास करेंगी तो डिलिवरी के दौरान ज्यादा समस्या नहीं होगी।
सुविधा की करें जांच
आप जिस भी हॉस्पिटल में अपना ट्रीटमेंट करवा रही हैं, वहां क्या असुविधा है या फिर क्या सुविधा नहीं है। इस बारे में चाइल्ड बर्थ क्लास के दौरान जानकारी मिल सकती है।
न्यू बॉर्न केयर के बारे में जानकारी
बेसिक जानकारी देने के साथ ही चाइल्ड बर्थ क्लास में न्यू बॉर्न के बारे में भी जानकारी दी जाती है जैसे कि किस तरह से आप उसे दूध पिलाएं या फिर कैसे डायपर चेंज करना है आदि।
कितने प्रकार की होती हैं चाइल्ड बर्थ क्लासेस?
कुछ चाइल्ड बर्थ क्लासेस अलग हो सकती हैं। जैसे सी-सेक्शन के बाद वजायना बर्थ और मल्टीपल बर्थ। रिफ्रेशर क्लासेस या फिर जो लोग चाइल्ड बर्थ के बारे में बेसिक जानकारी चाहते हैं, उनके लिए भी क्लासेस उपलब्ध रहती हैं।
लमाज (Lamaze) – लमाज के दौरान आपके आत्मविश्वास को बढ़ाने का काम किया जाता है। ब्रीथिंग और मसाज के साथ कैसे पेन को कम किया जाए या फिर क्या करने से डिलिवरी के समय आपको राहत मिलती है। यहां इन सबके बारे में जानकारी दी जाती है।
- नॉर्मल लेबर, जन्म और पोस्टपार्टम केयर के बारे में जानकारी।
- लेबर और जन्म के समय सही पुजिशन के बारे में जानकारी।
- दर्द को कम करने के लिए मालिश और रिलैक्शेसन टेक्नीक।
- प्रसव के दौरान सांस लेने की टेक्नीक।
- इंटरनल और एक्सटरनल फोकल पॉइंट की पहले से जानकारी।
- मेडिकल प्रॉसीजर।
- लेबर के दौरान कम्यूनिकेशन की जानकारी।
- स्तनपान कैसे करवाना है?