स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए इलाज क्या हैं? What are the treatment to increase sperm count?
डॉक्टर निम्नलिखित तरह से इलाज कर सकते हैं:
- सर्जरी की मदद से स्पर्म काउंट बढ़ाया जा सकता है।
- अगर बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से स्पर्म काउंट में कमी आई है, तो एंटीबायोटिक की मदद से स्पर्म काउंट बढ़ाया जा सकता है।
- हॉर्मोन में हुए बदलाव की वजह से अगर स्पर्म काउंट में कमी आई है, तो दवा की मदद से हॉर्मोन को बैलेंस कर स्पर्म काउंट ठीक किया जा सकता है।
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स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए क्या खाएं? (What to eat to increase sperm count?)
केला-
केले में मौजूद विटामिन ए, बी 1 और सी और एंटी-इंफ्लमेटरी एंजाइम स्पर्म की क्वॉलिटी और काउंट दोनों को बढ़ाने में मदद करते हैं।
अंडा-
अंडे में मौजूद विटामिन-ई और प्रोटीन की प्रचुर मात्रा शरीर के लिए लाभदायक होने के साथ-साथ स्पर्म काउंट को बढ़ाने के लिए सबसे बेस्ट माना जाता है।
पालक-
स्पर्म काउंट बढ़ाने के लिए फॉलिक एसिड अनिवार्य होता है। पालक और अन्य हरी सब्जियों में फॉलिक एसिड प्रचुर मात्रा में मौजूद होने के कारण यह शरीर के लिए लाभदायक माना जाता है।
ब्रोकली-
ब्रोकली में मौजूद फॉलिक एसिड और विटामिन-बी 9 स्पर्म काउंट को बढ़ाने में मदद करते हैं। ब्रोकली के नियमित और सही मात्रा में सेवन करने से अत्यधिक लाभ मिल सकता है।
अखरोट-
ओमेगा-3 फैटी एसिड अखरोट में प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं, जो सेहत के लिए लाभदायक होते हैं। अखरोट के सेवन से महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा भी कम हो जाता है और पुरुषों में स्पर्म काउंट को बढ़ाने मदद मिलती है।
लहसुन-
इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग करने के लिए लहसुन का सेवन किया जाता है। इसमें मौजूद विटामिन-बी 6 इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग करने के साथ-साथ स्पर्म काउंट को भी बढ़ाने में मदद करता है।
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अनार-
अनार के सेवन से स्पर्म काउंट को बढ़ाने के साथ-साथ सीमेन की क्वॉलिटी भी अच्छी हो सकती है। ऐसा अनार में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट की वजह से होता है। आप इस बारे में डॉक्टर से भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं कि स्पर्म काउंट को बढ़ाने के लिए किन फलों का सेवन या फिर किस डायट को लेना लाभकारी होगा।
आप खानपान में सुधार कर स्पर्म काउंट में भी सुधार कर सकते हैं। अगर आपको अन्य समस्या महसूस हो रही है तो अपने डॉक्टर को इस बारे में जरूर बताएं। इनफर्टिलिटी के लिए अन्य कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं। बेहतर होगा कि आप जांच कराएं और ट्रीटमेंट कराएं। लो स्पर्म काउंट की समस्या होने पर लैब टेस्ट ठीक तरह से करवाएं और इस परेशानी को डॉक्टर से शेयर करें। डॉक्टर द्वारा बताए गए निर्देशों का पालन करें और खुद से इलाज न करें। साथ ही लाइफस्टाइल में भी कुछ बदलाव किए जा सकते हैं। आप स्वास्थ्य संबंधि अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।