चलना तीसरी तिमाही के व्यायाम में सबसे आसान है। खासकर तब जबकि आप अन्य व्यायाम नहीं कर सकतीं। घूमना आपको गर्भावस्था के दौरान फिट रहने में मदद करेगा। इसके लिए आपको एक जोड़ी जूते और एक पार्क की आवश्यकता है। यह आप 38 सप्ताह की गर्भवती होने की स्थिति में भी कर सकती हैं।
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तीसरी तिमाही की व्यायाम में कर सकती हैं कैट-काऊ स्ट्रेच
कैट-काऊ स्ट्रेच एक ऐसा व्यायाम है जिसे तीसरी तिमाही की व्यायाम शामिल में किया जा सकता है। इसके लिए पीठ के निचले हिस्से के दर्द से राहत दिलाने में भी कारगर है। यह शिशु को जन्म के लिए सही स्थिति में भी लाने में मदद करता है। इस अभ्यास को करने के लिए हाथों और घुटनों के बल बैठ जाएं अब अपनी गर्दन को बारी-बारी ऊपर की ओर (कैट की तरह) रखें और भी नीचे झुकाएं (काऊ की तरह)। इस अभ्यास को करने के लिए एक चटाई का उपयोग करें और घुटनों पर ज्यादा जोर देने से बचें।
तीसरी तिमाही में व्यायाम नहीं करना तो करें मार्जरासन
तीसरी तिमाही में व्यायाम नहीं करना चाहती तों ये आसन किया जा सकता है। मर्जरासन करने के लिए घुटनों के बल बैठ जाएं अब आगे की तरफ झुकें और हाथों और घुटनों को कंधे की चौड़ाई में फैला लें और सिर को नीचे फर्श की ओर रखें। सांस लें और अपनी पीठ को अपनी रीढ़ की ओर खींचते हुए झुकाएं। जब आप कुछ सेकेंड के लिए धनुषाकार स्थिति बनाए रखते हैं तो सिर और कूल्हे खींचते हैं। फिर आप सांस अंदर लें तो पीठ और कूल्हों को पहले की स्थिति में लाएं। इसे 5 से 8 बार दोहराएं।
प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में एक्सरसाइज करने से आप फिट रहेगी और मजबूत भी। आपको खुशी पहुंचेगी कि आप अभी भी एक्सरसाइज कर पा रही हैं। प्रेग्नेंसी की तीसरी तिमाही में एक्सरसाइज हर तरह से मददगार साबित होगी। बस एक बात का ध्यान रखें कि किसी भी एक्सरसाइज को बिना डॉक्टर की सलाह के मत करें। गर्भावस्था में हर कदम पर डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी होता है।
गर्भावस्था की तीसरी तिमाही या आखिरी महीनों में गर्भस्थ शिशु का विकास लगभग हो चुका होता है। ऐसे में फिजिकल फिटनेस के साथ ही मां और शिशु को ही इस वक्त विकास के लिए पौष्टिक आहार की जरूरत होती है। प्रग्नेंट महिलाओं को तीसरी तिमाही में खाने के दौरान कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। तीसरी तिमाही में बच्चे के फेफड़े, मस्तिष्क और अन्य अंगों का विकास होने लगता है। मां को भी एनर्जी के लिए हेल्दी फूड की ओर ध्यान देना चाहिए। अपनी डायट में कैल्शियम, आयरन, विटामिन ए, के से भरपूर फूड्स को शामिल करना चाहिए। तभी आप खुद भी हेल्दी रहेंगी और बच्चा भी। किसी भी तरह का डाउट होने पर डॉक्टर से संपर्क करें।