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तीसरी प्रेग्नेंसी के दौरान इन बातों का रखना चाहिए विशेष ख्याल

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Shruthi Shridhar


Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 01/09/2020

    तीसरी प्रेग्नेंसी के दौरान इन बातों का रखना चाहिए विशेष ख्याल

    तीसरी प्रेग्नेंसी के दौरान आपको अधिक सतर्कता की जरूरत है क्योंकि दो बच्चों को संभालने के साथ ही खुद का पूरा ध्यान रखना पड़ेगा। आने वाले तीसरे बच्चे के बेहतर स्वास्थ्य के लिए तीसरी प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ बातों का खास ख्याल रखने की जरूरत होगी।  दो बार प्रेग्नेंट होने के बाद जब आप तीसरी प्रेग्नेंसी के लिए तैयार होती हैं तो कुछ बातों के बारे में ध्यान रखना जरूरी है।

    आप प्रेग्नेंसी का अनुभव दो बार कर चुकी हैं और आपको पता है कि इस दौरान शरीर में विभिन्न प्रकार के बदलाव आते हैं। इन बदलावों को स्वीकार कर अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना एक महिला के लिए बहुत जरूरी होता है।

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    तीसरी प्रेग्नेंसी में कैसी होनी चाहिए डायट?

    आपको अपनी पहली प्रेग्नेंसी के दौरान की डायट तो याद होगी। तीसरी प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में आए परिवर्तनों का ध्यान जरूर रखें। कई बार महिलाओं को तीसरी प्रेग्नेंसी के दौरान किसी खास चीज से एलर्जी महसूस हो सकती है या फिर किसी शारीरिक समस्या की वजह से डॉक्टर खाने में किसी चीज के लिए मनाही कर सकते हैं। मुंबई की रहने वाली सोनल त्रिपाठी अपनी दूसरी प्रेग्नेंसी के बारे में बताते हुए कहती हैं कि,’ मुझे पित्त की थैली में स्टोन हो गया था। डॉक्टर ने मुझे ज्यादा ऑयली खाने से मना किया था। सेकेंड प्रेग्नेंसी के दौरान मैंने इस बात को ध्यान में रखकर ही डायट प्लान किया। अगर आपके साथ भी दूसरी प्रेग्नेंसी के पहले ऐसी कोई समस्या हो चुकी हो, तो डायट प्लान करते समय डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें।अपना डायट इस तरह से बनाएं कि आपको तीसरी प्रेग्नेंसी में किसी तरह की परेशानी ना हो ‘

    • तीसरी प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में एक दिन में 200 कैलोरी एक्सट्रा लें। तीसरी तिमाही के दौरान प्रतिदिन 300 कैलोरी एक्सट्रा लें। 
    • गर्भावस्था के दौरान भूख लगने पर एक साथ न खाएं। तीसरी प्रेग्नेंसी के दौरान दिन में आठ से नौ बार थोड़ा-थोड़ा करके खाएं।
    • पहले दो प्रेग्नेंसी की तरह तीसरी प्रेग्नेंसी में भी आपका खाना बैलेंसड होना चाहिए यानि उसमे फ्रेश फ्रूट्स, ग्रेन्स और वेजीटेबल शामिल होने चाहिए।
    • तीसरी प्रेग्नेंसी के दौरान डायटिंग का न सोचें। प्रेग्नेंसी में फीटस के अच्छे विकास के लिए वेट गेन होना भी जरूरी होता है।
    • अगर आपको डॉक्टर ने मल्टीविटामिंस दिए हैं तो उन्हें समय पर खाएं। तीसरी प्रेग्नेंसी में आपको अपने ऊपर ध्यान देने की जरूरत और अधिक होती है।
    • किसी भी ऐसी चीज को खाने से बचें जो आपको और आपके होने वाले बच्चे को नुकसान पहुंचाए।

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    कितना बढ़ना चाहिए वेट?

    अगर आप प्रेग्नेंसी के समय खुद को ओवरवेट महसूस कर रही हैं तो डायट में कमी न करें। स्वस्थ बच्चे के लिए पौष्टिक आहार लें। अगर मन में ये सवाल है कि वेट कितना होना चाहिए? तो आपको बी एम आर कैलक्युलेटर का यूज करना चाहिए। आपका वेट प्रेग्नेंसी के दौरान हर महीने एक से दो किलो बढ़ सकता है। अगर आपका वेट नहीं बढ़ रहा है तो ये खतरे की बात हो सकती है। आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। प्रेग्नेंसी पहली हो या तीसरी प्रेग्नेंसी हो आपका वेट बढ़ेंगा ही इसलिए वेट ना बढ़ना परेशानी की बात हो सकती है।

    दिल्ली की रहने वाली संगीता अपनी तीसरी प्रेग्नेंसी के बारे में बात करते हुए कहती हैं कि, ‘तीसरी बार प्रेगनेंट होने पर शुरुआत में मुझे लगा था कि यह मेरे लिए इतना मुश्किल नहीं होगा। लेकिन ऐसा न था। दोनों बच्चों का ध्यान रखने के साथ खुद का ध्यान रखना बेहद मुश्किल हो जाता है। इसलिए यदि आप तीसरे बच्चे का प्लान कर रही हैं तो दोनों बच्चों को थोड़ा बड़ा होने दें। या घर में उनकी देखभाल के लिए किसी को रखें। इससे आप कुछ समय अपने आप को भी दे पाएंगी। आप पहले भी दो बार मां बन चुकी हैं इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि आप इस बार अपनी कंडिशन को हल्के में लें। बच्चों के साथ आपको भी पूरी देखभाल की जरूरत होती है।

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    प्रेग्नेंसी वेट कैलक्युलेटर का करें यूज

    आप प्रेग्नेंसी वेट कैलक्युलेटर का भी यूज कर सकती हैं। यह कैलक्युलेटर उन महिलाओं के लिए उपयोगी हो सकता है जो गर्भावस्था के दौरान हेल्दी वेट गेन रेंज को पता करना चाहती हैं। गर्भवती होने से पहले आपका वेट कितना था, इसकी जानकारी जरूरी है। साथ ही आपको अपनी हाइट भी पता होनी चाहिए। अगर प्रेग्नेंसी के दौरान आपका वजन काफी ज्यादा बढ़ जाता है, तो डिलिवरी के बाद इसे कम करना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में लगातार तीन महीने तक ब्रेस्टफीडिंग कराने से प्रेग्नेंसी के दौरान बढ़े हुए वजन को कम करने में मदद मिलती है।

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    फिजिकल एक्टिविटी पर दें ध्यान

    आपको तीसरी प्रेग्नेंसी के दौरान ये बात तो समझ आ गई होगी कि एक्सरसाइज आपके लिए बहुत जरूरी है। प्रेग्नेंसी के दौरान फिजिकल एक्टिविटी डिलिवरी को आसान बनाती है। आप स्विमिंग, ब्रिस्क वॉकिंग, वेट ट्रेनिंग आदि कर सकती हैं। आप जो भी एक्सरसाइज या फिजिकल एक्टिविटी प्रेग्नेंसी के दौरान कर रही हो, एक बार उसके बारे में अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें। तीसरी प्रेग्नेंसी तक आपको काफी चीजें खुद पता होती है लेकिन किसी भी नई परेशानी के बारे में अपनी डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

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    सेक्स को लेकर न घबराएं

    अगर आपने अपनी पहली या दूसरी प्रेग्नेंसी के दौरान डर की वजह से सेक्स नहीं किया है तो कोई बात नहीं। तीसरी प्रेग्नेंसी के दौरान अगर कोई कॉम्प्लिकेशन नहीं है तो आप सेक्स कर सकती हैं। आप प्रेग्नेंसी के आखिरी दिनों तक बिना किसी परेशानी के सेक्स कर सकती हैं। आपको एक बार इस बारे में डॉक्टर से जरूर बात कर लेनी चाहिए। कुछ महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स करने से घबराती है जो कुछ के लिए किसी परेशानी की तरह नही है। अगर आप तीसरी प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स करना चाहती हैं तो कर सकती हैं लेकिन किसी तरह की परेशानी होने पर अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।

    सफाई का रखें ध्यान

    प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ महिलाओं को पसीना अधिक आता है और स्किन में कुछ जगह पर स्ट्रेच मार्क्स भी दिख सकते हैं। बेहतर होगा कि आप एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करें। फ्रेश फील करने के लिए दिन में दो बार बाथ ले सकती हैं। स्किन की नमी बनाए रखने के लिए अधिक पानी पिएं।

    तीसरी प्रेग्नेंसी के दौरान आपको ये फील हो सकता है कि आपको ज्यादातर बातों की जानकारी है, लेकिन एक बात ध्यान रखें कि प्रेग्नेंसी का समय नाजुक होता है। चाहे पहली हो या तीसरी प्रेग्नेंसी। प्रेग्नेंसी केयर के लिए डॉक्टर से एक बार जरूर सलाह करें। वक्त वक्त पर डॉक्टर से चैकअप कराते रहें। किसी तरह की लापरवाही न बरतें। उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में तीसरी प्रेग्नेंसी के वक्त ध्यान रखने वाली बातों के बारे में जानकारी दी गई है। यदि आप इससे जुड़ी अन्य कोई जानकारी पाना चाहते हैं तो आप अपना सवाल कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं। हम अपने एक्सपर्ट्स द्वारा आपके सवालों के उत्तर दिलाने का पूरा प्रयास करेंगे।

    डिस्क्लेमर

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