रिचर्स के दौरान ये बात सामने आई है कि गर्भ में शिशु भाषा या शब्दों को समझने में सक्षम नहीं होता है, लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान अगर मां कोई गीत गुनगुनाएं तो पैदा होने के बाद बच्चा उसके प्रति रिस्पॉन्स करेगा। अगर मां अपना कोई फेवरेट सॉन्ग प्रेग्नेंसी के दौरान गुनगुनाती है तो पैदा होने के बाद बच्चा वही गाना सुनकर तेजी से हाथ हिला सकता है, या फिर वो मुस्कुरा भी सकता है। रिसर्च में इस बात को भी माना गया कि गर्भ में शिशु किसी लय के प्रति अधिक रिस्पॉन्स करता है।
और पढ़ें : प्रेग्नेंट महिलाएं विंटर में ऐसे रखें अपना ध्यान, फॉलो करें 11 प्रेग्नेंसी विंटर टिप्स
बच्चे को बनाएं वेजीटेबल और फ्रूट लवर
इस बात को सुनकर चौंकने की जरूरत नहीं है। रिसर्च में ये बात सामने आई है कि बच्चों को वो चीजें जल्दी पसंद आती हैं, जो उनकी मां ने गर्भावस्था के दौरान ज्यादा खाई थी। अगर आपको अपने बच्चे को वेजीटेबल और फ्रूट लवर बनाना है तो प्रेग्नेंसी के दौरान सब्जियां और फल पर ज्यादा फोकस रखें। गर्भ में शिशु एम्निऑटिक फ्लूड से घिरा होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान मां जो भी खाना खाती है, उसका सीधा असर एम्निऑटिक फ्लूड पर भी पड़ता है। बच्चा जो भी पोषण मां के शरीर से ले रहा होता है, वो मां के खाने का अंश ही होता है। ऐसे में मां जो खाती है, गर्भ में शिशु के लिए टेस्ट प्रिफरेंस बन जाता है। पैदा होने के बाद भी बच्चा उसी तरह का खाना पसंद करता है।
और पढ़ें : प्रेग्नेंसी के दौरान फोलिक एसिड लेना क्यों जरूरी है?
मां की स्मैल पहचान लेता है बच्चा