प्रेग्नेंसी में मेडिकेशन के साथ ही पौष्टिक आहार पर ध्यान देना चाहिए। खाने में विटामिन, आयरन, फोलिक एसिड, मल्टीविटामिन सप्लीमेंट, हरी पत्तेदार सब्जियां, दालें, ताजे फल आदि शामिल करें। प्रेग्नेंसी के दौरान कब्ज की समस्या से बचने के लिए फाइबर युक्त फूड को खाने में जरूर शामिल करें। खाने को एक साथ न खाकर दिन में पांच से छह बार खाएं। अगर किसी भी फूड से आपको एलर्जी है तो कोशिश करें कि उसे न खाएं। आप अपनी डॉक्टर के साथ मिलकर प्रेग्नेंसी के दौरान डायट प्लान कर सकती हैं। प्रेग्नेंसी में मेडिकेशन के साथ-साथ आपकी डायट भी अच्छी होनी चाहए।
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प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में आपको 300 कैलोरी एक्स्ट्रा चाहिए होती है। साथ ही 15 से 20 ग्राम रोजाना प्रोटीन की आवश्यकता होती है। कई बार शरीर की जरूरत के हिसाब से या फिर मेडिकल कंडिशन की वजह से ये आकड़ा अलग भी हो सकता है। आपको कैलोरी लेने के साथ ही उसे बर्न करने के बारे में भी सोचना चाहिए। प्लेट में 50 % फल और सब्जियाें को शामिल करें। 25 % प्रोटीन भी आपको लेना है। चार टेबलस्पून फैट रोजाना लिया जाना चाहिए। प्रेग्नेंसी में मेडिकेशन और सही डायट का तालमेल आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए बेहतर रहेगा।
प्रेग्नेंसी के दौरान और उससे पहले जो भी सावधानियां रखनी हैं, उसके बारे में अपने डॉक्टर से जरूर बात करें। प्रेग्नेंसी में मेडिकेशन का सहारा बिना जानकारी के न लें।