कई महिलाएं डॉक्टर के परामर्श से हिप्नोथेरेपी की मदद से भी लेबर पेन को मैनेज करती हैं। हिप्नोथेरेपी से प्रसव कराने का उद्देश्य सेफ, माइल्ड और स्पॉनटैनॉस लेबर होता है। डॉ. मेहता के शब्दों में, ‘ गर्भवती महिलाएं हिप्नोथेरेपी को बहुत अच्छा अनुभव करती हैं क्योंकि इस दौरान उनकी बॉडी में एंडोरफिंस और सेरोटोनिन का उत्पादन होता है। जो शरीर को गुड-फील कराने वाले हॉर्मोन्स होते हैं। वह आगे बताती हैं कि इससे मां की मसल्स और नर्व्स सिस्टम को बहुत आराम मिलता है। जिसे उन्हें लेबर के दौरान कम दर्द महसूस होता है। कुछ महिलाओं को इस लेबर पेन के उपाय से दर्द महसूस भी नहीं होता।’
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लेबर अंडर बर्थ पूल भी हो सकता है लेबर पेन कम करने के उपाय में सबसे आगे
हल्के गर्म यानी गुनगुने पानी में लेबर कराने से महिला को प्रसव पीड़ा से थोड़ी राहत मिल सकती है। साथ-ही-साथ संकुचन ज्यादा तकलीफदेह नहीं होते हैं। बस यह ध्यान में रखें कि पानी का टेम्प्रेचर सहने लायक रहे और 37.5°C से अधिक न हो। गुनगुने पानी या बर्थपूल में लेबर का एक फायदा यह भी है कि इससे लेबर पीरियड थोड़ा कम हो जाता है और दर्द से भी राहत मिलती है। साथ ही शोध में भी यह बात सामने आई है कि जो गर्भवती महिलाएं लेबर का कुछ टाइम बर्थपूल और पानी में बिताती हैं उन्हें प्रसव में एपिड्यूरल की जरूरत नहीं पड़ती है या बहुत कम संभावना होती है।
हम आशा करते हैं कि लेबर पेन कम करने के उपाय के विषय पर आधारित यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। हम आपको सलाह देंगे कि लेबर को मैनेज करने के लिए आपको पहले ही डॉक्टर से बात कर लेनी चाहिए। ताकि सलाह सही समय पर काम आ सके और डर और घबराहट से बच जाएं। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी प्रकार की चिकित्सा सलाह, उपचार और निदान प्रदान नहीं करता।
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