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Jowar: ज्वार क्या है?

Jowar: ज्वार क्या है?

परिचय

ज्वार क्या होता है?

ज्वार (Jowar) एक प्राचीन अनाज है, जिसमें काफी ज्यादा पौष्टिक तत्व हैं। इसका बोटेनिकल नाम सोरघम (Sorghum) है, जो कि पोएसी (Poaceae) फैमिली से ताल्लुक रखता है। यह दिखने में छोटा, गोल और आमतौर पर सफेद या पीले रंग का अनाज होता है।

ज्वार कई देशों में उगाया जाता है, जैसे- अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, भारत और अन्य दक्षिण-पूर्वी एशियाई देश। यह अनाज पश्चिम देशों में कम प्रचलित होने के बाद भी दुनिया का पांचवा सबसे ज्यादा उगाया जाने वाला अनाज है। जिसकी पैदावार हर साल 57.6 मिलियन टन के करीब होती है। यह एक पूर्ण अनाज है, जो कि कम नमी, धूप और विभिन्न प्रकार की मिट्टी में आसानी से उगाया जा सकता है।

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ज्वार  विटामिन बी कॉम्प्लेक्स का अच्छा स्त्रोत है। इसकी वजह से यह शाकाहारी लोगों के लिए यह प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है। यह कुछ खास प्रकार के कैंसर के खतरों को भी कम कर सकता है। साथ ही यह हृदय और मधुमेह रोगियों के लिए भी अच्छा विकल्प है। ज्वार बवासीर और घावों में लाभदायक है।

नॉर्थ अमेरिका में ज्वार ज्यादातर जानवरों के खाने और इथेनॉल ईंधन के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन, इसके काफी पौष्टिक तत्व होने की वजह से यह धीरे-धीरे वहां के लोगों के खाद्य पदार्थ का हिस्सा बनता जा रहा है। इसे किनोवा और चावल की तरह पकाया जा सकता है या फिर इसका इस्तेमाल आटे के रूप में या मक्का की तरह भूनकर भी किया जा सकता है। यह सिरप के रूप में भी पसंद किया जाता है, जो कि स्वीटनर का काम करता है। ज्वार एक ग्लूटेन-फ्री अनाज है, जिससे मधुमेह के रोगी भी आराम से इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

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उपयोग

ज्वार (Jowar) का उपयोग किस लिए किया जाता है?

इसका प्रयोग हम कई चिकित्सा स्थितियों में करते है, जिनमें शामिल हैः

  • हड्डियां को मजबूत बनाने में 
  • टिश्यू ग्रोथ में सहायक 
  • ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया की समस्या में
  • ब्लड के शुगर लेवल को कंट्रोल करने में  
  • दिल संबंधी समस्या में
  • धमनियों को सख्त होने से बचाव में 
  • दिल के दौरे एवं स्ट्रोक जैसी समस्या कंट्रोल में रहती है
  • सूजन, 
  • कब्ज,
  • पेट में दर्द,
  • दस्त, 
  • कैंसर के उपचार में
  • एलर्जी को दूर करने में
  • सूजन,
  • मतली 
  • जठार तंत्र संबंधी समस्याओं से निजात मिलती है 
  • उर्जा को बनाए रखने में
  • मोटापा कम करने में
  • रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाने में

ज्वार कैसे काम करता है?

ज्वार में काफी उच्च मात्रा में पोषण होने के बावजूद कमतर आंका जाता रहा है। आधा कप (96 ग्राम) कच्चे ज्वार में निम्नलिखित पौष्टिक तत्व होते हैः

  • कैलोरी- 316
  • प्रोटीन- 10 ग्राम
  • फैट- 3 ग्राम
  • कार्बोहाइड्रेट्स- 69 ग्राम
  • फाइबर- 6 ग्राम
  • विटामिन बी1 (थायमिन)- दैनिक जरूरत का 26%
  • विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन)- दैनिक जरूरत का 7%
  • विटामिन बी5 (पैंटोथेनिक एसिड)- दैनिक जरूरत का 7%
  • विटामिन बी6- दैनिक जरूरत का 25%
  • कॉपर- दैनिक जरूरत का 30%
  • आयरन- दैनिक जरूरत का 18%
  • मैग्नीशियम- दैनिक जरूरत का 37%
  • फास्फोरस- दैनिक जरूरत का 22%
  • पोटेशियम- दैनिक जरूरत का 7%
  • जिंक- दैनिक जरूरत का 14%

ज्वार में विटामिन बी काफी उच्च मात्रा में मौजूद होता है, जो कि शरीर में सही मेटाबॉलिज्म, तंत्रिका विकास, त्वचा और बालों के स्वास्थ्य के लिए काफी जरूरी होता है। इसमें मैग्नीशियम की मात्रा होने की वजह से यह स्वस्थ दिल और मजबूत हड्डियों के लिए काफी लाभदायक है। इसमें प्रोटीन होने की वजह से, यह शरीर को ऊर्जा भी प्रदान करता है।

96 ग्राम ज्वार में शरीर की दैनिक जरूरत का 20% फाइबर होता है, जो कि बल्ड शुगर लेवल को नियंत्रित रखता है और वजन बढ़ने से रोकता है।

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सावधानियां और चेतावनी

ज्वार का उपयोग करने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?

ज्वार का इस्तेमाल करने से पहले निम्नलिखित स्थितियों में अपने चिकित्सक या फार्मसिस्ट या हर्बलिस्ट से परामर्श करें:

  • यदि आप प्रेगनेंट हैं या बच्चे को दूध पिला रही हैं– गर्भवती या स्तनपान कराने की स्थिति में किसी भी आहार या दवा का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक या फार्मसिस्ट या हर्बलिस्ट से जरूर परामर्श करें, क्योंकि इसका सीधा प्रभाव बच्चे और मां के स्वास्थ्य पर पड़ता है।
  • यदि आप कोई अन्य दवा ले रहे हैं- इसमें आपके द्वारा ली जा रही कोई भी दवा शामिल है, जो बिना डॉक्टर के पर्चे के खरीदने के लिए उपलब्ध है।
  • यदि आपको ज्वार या अन्य दवाओं या अन्य जड़ी बूटियों के किसी भी पदार्थ से एलर्जी है।
  • यदि आपको कोई अन्य बीमारी, विकार या चिकित्सा स्थितियां हैं।
  • यदि आपको किसी अन्य प्रकार की एलर्जी है, जैसे कि खाद्य पदार्थ, डाई, डिब्बा बंद चीजें या जानवर से।

किसी भी अनाज या हर्बल सप्पलीमेंट के सेवन से होने वाले फायदे से पहले आपको उसके खतरों को समझ लेना चाहिए। ज्यादा जानकारी के लिए अपने हर्बल एक्सपर्ट से बात कीजिए।

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साइड इफेक्ट

ज्वार से मुझे क्या साइड इफेक्ट हो सकते है?

ज्वार का सेवन करने से होने वाले साइड इफेक्ट के बारे में अभी और वैज्ञानिक शोध किए जाने की जरूरत है। इस कारण अभी यह बताना मुश्किल है कि इसके सेवन के बाद क्या-क्या दुष्प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। फिर भी,

  • ज्वार का सेवन करने से से कुछ लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है, जिनको अनाज से एलर्जी की समस्या होती है।
  • इसका आवश्यकता से अधिक मात्रा में सेवन करना भी खतरनाक हो सकता है।

हालांकि, हर किसी को इन साइड इफेक्ट का सामना नहीं करना पड़ता है। लेकिन कुछ साइड इफेक्ट दूसरी तरह के भी हो सकते हैं, जो यहां नहीं बताए गए हैं। अगर आपके मन में साइड इफेक्ट को लेकर कोई चिंता है, तो कृपया अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।

ज्वार के साथ मेरे क्या इंटरैक्शन हो सकते  है?

यह आपकी मौजूदा दवाओं या मेडिकल कंडिसन्स पर असर डाल सकता है। उपयोग करने से पहले अपने हर्बलिस्ट, फार्मसिस्ट या डॉक्टर से परामर्श करें।

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मात्रा/ डोज

दी हुई जानकारी को किसी चिकित्सा सलाह के रूप में न देखें। 

ज्वार की सामान्य खुराक क्या है?

ज्वार के दानों की राख बनाकर मंजन करने से दांतों का हिलना, उनमें दर्द होना बंद हो जाता है तथा मसूड़ों की सूजन भी समाप्त हो जाती है।

ज्वार के कच्चे दाने पीसकर उसमें थोड़ा कत्था व चूना मिलाकर लगाने से चेहरे के मुंहासे दूर हो जाते हैं।

अगर गर्मी की वजह से शरीर में जलन है, तो ज्‍वार का आटा पानी में घोल लें, फिर उसका शरीर पर लेप करें।

यह पेट की जलन को मिटाता है। भुनी ज्वार बताशों के साथ खाने से पेट की जलन, अधिक प्यास लगना बंद हो जाते है।

इस हर्बल सप्लीमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग-अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई अन्य स्थितियों पर निर्भर करती है। हर्बल हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। कृपया अपने उचित खुराक के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।

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उपलब्धता

ज्वार किस रूप में आती है?

  • आटा
  • सिरप
  • कच्चा ज्वार

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डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

Nutritional potential of wild sorghum: Grain quality of Sudanese wild sorghum genotypes (Sorghum bicolor L. Moench) – https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6475732/ – Accessed on 9 November 2019

[Chemical and nutrition evaluation of whole sorghum flour (Sorghum bicolor, L. Moench), complementation with bean and milk whey, application in baking]. – https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pubmed/7786097 – Accessed on 9 November 2019

Sorghum phytochemicals and their potential impact on human health. – https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pubmed/15184005 – Accessed on 9 November 2019

SORGHUM/https://plants.usda.gov/plantguide/pdf/pg_sobi2.pdf/Accessed on 7 July 2020

Current Version

07/07/2020

Smrit Singh द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar

Updated by: Manjari Khare


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के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

Dr Sharayu Maknikar


Smrit Singh द्वारा लिखित · अपडेटेड 07/07/2020

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