मूल बातों को जानें
टेरिजियम को सर्फर आई नाम से भी जाना जाता है। इस स्थिति के होने पर आपकी आंखों का सफेद भाग बादल जैसी परत से ढक जाएगा और आंखों में गुलाबी नसें साफ दिखने लगेंगी। इस परत की बढ़त आंखों के बाहरी हिस्से से शुरू होती है और बाहर से होते हुए अंदर की तरफ आती है। आपकी दोनों आंखों के इस स्थिति से प्रभावित होने पर इसे बाइलेटरल टेरिजियम (Bilateral Pterygium) कहते हैं।
टेरिजियम (Pterygium) होना कितना आम है ?
20 से 40 उम्र के लोगों में यह समस्या आम है और ये स्थिति अधिकतर पुरुषों में पाई गई है। इस समस्या से जुड़ी और अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से जरूर मिलें।
जानें इसके लक्षण
टेरिजियम के बहुत घातक लक्षण नहीं होते हैं लेकिन आपको हमेशा ये लगेगा जैसे आपकी आंखों में कुछ फस रहा है। ये लक्षण आमतौर पर देखे जा सकते हैं :
- आंखों का लाल होना।
- धुंधला दिखाई देना।
- आंखों में खुजली होना।
- आंखों का सूखा पड़ना।
अगर आपके आंखों का पर्दा कॉर्निया तक पहुंच गया है तो आपको दिखना कम हो जाएगा। इसके अलावा भी कई परेशानियां हो सकती है, किसी भी लक्षण के दिखने पर डॉक्टर से जरूर मिलें।
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डॉक्टर से कब मिलें ?
किसी भी लक्षण के दिखने पर डॉक्टर से मिलें क्योंकि हर व्यक्ति का शरीर अलग परिस्थिति में अलग ढंग से व्यवहार करता है।
कारणों को जानें
टेरिजियम के क्या कारण हो सकते हैं ?
बहुत अधिक धूप में रहने की वजह से आंखों का पानी सूख जाता है उस स्थिति में टेरिजियम की समस्या हो सकती है। बहुत गरम जगहों पर रहने वाले लोगों में ये समस्या देखी गई है।
खतरों को जानें
टेरिजियम (Pterygium) का खतरा किन कारणों की वजह से बढ़ सकता है ?
- अगर आप इक्वेटर के पास किसी जगह पर रहते हैं या फिर किसी गरम जगह पर दैनिक रूप से जाते हैं तो भी ये समस्या आपको हो सकती है।
- धूल, कचरा और कोई भी ऐसी चीज जो आंखों को नुकसान पंहुचा सकती हैं और टेरिजियम का कारण बन सकती हैं।
जांच और इलाज को समझें
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सा परामर्श का विकल्प नहीं है। अपनी स्थिति के अनुसार सही इलाज के लिए अपने डॉक्टर से जरूर मिलें।
टेरिजियम (Pterygium) की जांच कैसे की जा सकती है ?
- आपकी आंखों को सही तरीके से देखकर डॉक्टर आपकी स्थिति के बारे में बता सकते हैं।
- आंखों की रोशनी को परखने के लिए डॉक्टर आपको बोर्ड से पढ़ने के लिए कह सकते हैं।
- कॉर्नियल टोपोग्राफी भी करवाई जा सकती है।
- इलाज के पहले और बाद की तस्वीरों में अंतर देखकर भी डॉक्टर आपको आंखों की देखरेख की सही सलाह दे सकते हैं।
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टेरिजियम (Pterygium) का इलाज कैसे किया जा सकता है ?
तीन प्रकार की आईड्रॉप्स आपकी आंखों के इलाज में सहायक हो सकती हैं :
- ल्यूब्रिकेटिंग आईड्रॉप्स (Lubricating eyedrops)
- स्टेरॉइडल आईड्रॉप्स (Steroidal Eyedrops)
- वैसोकोन्सट्रिक्टर आईड्रॉप्स (Vasoconstrictor Eyedrops)
अगर आईड्रॉप्स से आराम नहीं मिल रहा है तो डॉक्टर आपको सर्जरी की सलाह दे सकते हैं। हालांकि सर्जरी के बाद भी समस्याएं आ सकती है।
इन परिस्थितियों में डॉक्टर आपको सर्जरी की सलाह देंगे :
- अगर बाकी सारे इलाज काम नहीं आ रहे हैं।
- अगर आपको देखने में परेशानी हो रही हो।
टेरिजियम की सर्जरी में केवल 30 – 45 मिनट लगेंगे। सर्जरी में आपकी टेरिजियम को हटाकर खाली जगह को आंखों के ऊपरी टिशूज से भरा जाएगा। अगर खाली जगह को सही ढंग से न भरा जाए तो दोबारा समस्या होने की संभावना लगभग 50 प्रतिशत रहती है।
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जीवनशैली में बदलाव और घरेलू उपाय
इन तरीकों से आप टेरिजियम (Pterygium) की समस्या से राहत पा सकते हैं :
- बाहर जाते समय चश्मा पहनें।
- अपनी आंखों में आईड्रॉप्स डालें।
- बहुत ज्यादा धूप, हवा और धूल को आंखों में जाने से रोके।
किसी भी और सवाल या जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से जरूर मिलें।
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हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई मेडिकल जानकारी नहीं दे रहा है।