मूल बातें जानिए
हर्निया तब होता है जब कोई टिशूज या ऑर्गन मसल्स में अपनी जगह से बाहर आ जाए। हर्निया रिपेयर सर्जरी (Hernia Repair Surgery) में जगह से हटे हुए टिशू या मांसपेशियों को उनकी जगह पर वापस किया जा सकता है।
हर्निया रिपेयर सर्जरी (Hernia Repair Surgery) की जरुरत क्यों पड़ती है?
हर हर्निया का तुरंत इलाज करना जरुरी नहीं है। ये हर्निया के साइज और लक्षणों पर निर्भर करता है-
- टिशूज ( इंटेस्टाइन ) एब्डोमिनल वॉल में जाकर इक्कठा हो गए हों इसे incarceration भी कहते हैं। अगर इसका इलाज न किया जाए तो ये उलझ भी सकता है। इसका मतलब यह कि प्रभावित हिस्से में खून पहुंचना बंद हो जाएगा।
- जब हर्निया स्ट्रांगुलेटेड यानी उलझ जाता है तब ये गंभीर और जानलेवा भी हो सकता है। अगर आपका हर्निया लाल, बैगनी, या भूरे रंग का दिखे, या आपको बहुत तेज़ दर्द के साथ बुखार और घबराहट होने लगे तो अपने डॉक्टर से जरूर मिल ले। ऐसे में आपको इमरजेंसी सर्जरी करवानी पड़ सकती है।
- आपका हर्निया बड़ा हो रहा हो जिससे बेचैनी और दर्द बढ़ रहा हो।
आप सर्जरी के लिए इंतजार कर सकते हैं अगर-
- लेटने पर आपका हर्निया गायब हो जाता हो या फिर आप उसे पेट के पीछे हटा सकते हों।
- हर्निया बहुत छोटा हो। इस केस में आपको कभी भी सर्जरी की जरुरत नहीं पड़ेगी।
और पढ़ें : Inguinal hernia: इंग्वाइनल हर्निया क्या है?
बचाव
हर्निया रिपेयर सर्जरी (Hernia Repair Surgery) से पहले क्या जानना जरुरी है ?
जरूरत के मुताबिक यह सर्जरी की जाती है। अगर आप बीमार हैं, तो इस सर्जरी को टाल भी सकते है. आपके रिकवर करने की क्षमता के हिसाब से डॉक्टर आपको इस सर्जरी के फायदे बताएंगे.
इस सर्जरी को करवाने से क्या समस्याए और असर हो सकते है ?
आमतौर पर ये ऑपरेशन सुरक्षित है. लेकिन जैसा की सारी सर्जरी में कुछ परेशानियां आ सकती है हार्निया निकलवाने के भी कुछ नुकसानदेह प्रभाव हो सकते है :
- घाव में इन्फेक्शन।
- खून के थक्के का बनना
- एनस्थीसिया की वजह से आप बहुत देर तक हिल नहीं पाएंगे इसलिए ब्लड क्लॉट्स का बनना स्वाभाविक है।
- दर्द होना: ज्यादातर मामलों में ऑपरेशन के तुरंत बाद घाव भर जाएगा लेकिन कई बार पेशेंट्स में ग्रोइन हार्निया सर्जरी (Hernia Surgery) के बाद क्रोनिक दर्द हो जाता है। विशेषज्ञ मानते है इस प्रोसेस में आपकी कुछ नसें खराब हो जाती है। लैप्रोस्कोपिक सर्जरी में ओपन सर्जरी के मुकाबले ज्यादा दर्द होता है।
- नसों का ख़राब होना : सर्जरी के स्टिचेस या स्टेपल्स से आपकी नसे दब सकती है। अगर आपको हल्का झटके जैसा दर्द हो तो अपने डॉक्टर को बताएं आपको एक और ऑपरेशन की जरुरत हो सकती है.
- दोबारा होने की सम्भावना : कई बार ऑपरेशन के बाद हर्निया दोबारा आ जाता है। इससे बचने के लिए मेष का यूज़ करना होगा जिससे खतरा आधा हो जाता है।
- हर्निया सर्जरी (Hernia Surgery) के बाद आपको कुछ दिनों तक दर्द होगा। हल्के बुखार और घबराहट की वजह से फ्लू जैसा भी लग सकता है। थकान भी रहेगी पर ये आम है और कुछ दिन में ठीक भी हो जाएगा।
सर्जरी के लगभग सात दिन बाद आप ठीक और बेहतर मह्सूस करेंगे.
चलने पर आपको हर्निया रिपेयर की जगह खिंचाव और तनाव का अहसास होगा। रिपेयर की जगह आपको हल्की चोट के निशान या ब्रूज़ेस भी दिखेंगे। ये भी आम है इससे परेशान होने की जरुरत नहीं है।
हर्निया रिपेयर सर्जरी (Hernia Repair Surgery) से पहले इससे जुड़ी समस्याएं और खतरे को जान लें। किसी भी तरह के और सवाल के लिए अपने डॉक्टर या सर्जन से जरूर मिले।
और पढ़ें : जानें कब और क्यों होती है हर्निया की सर्जरी?
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प्रक्रिया
हर्निया रिपेयर सर्जरी (Hernia Repair Surgery) की तैयारी कैसे करे ?
सर्जरी के पहले डॉक्टर्स के इंस्ट्रक्शन को मानें और एक हफ्ते पहले नॉन स्टेरॉइडल इंफ्लेमेटरी मेडिकेशन ( Non Steroidal Medication ) जैसे एस्पिरिन और आईबूफेन को अवॉइड करें। सर्जरी के दिन कुछ भी न खाएं। रात को अच्छे से सोएं और अगर आपको सर्जरी के बाद हॉस्पिटल में रहना है तो सारा जरुरत का सामान अपने साथ रख लें।
सर्जरी में दो घंटे से कम का समय लगता है.
हार्निया सर्जरी बहुत तरीके की होती है :
हर्नियरेफी (Herniorrhaphy) टिशूज़ रिपेयर
ये हर्निया ऑपरेशन का सबसे पुराना तरीका है। सर्जन डायरेक्टली हर्निया के ऊपर कट लगाते हैं और ऑपरेशन की जगह को देखते हैं। सारे टिशूज़ और ऑर्गन को अपनी जगह पर किया जाता है और हर्निया सैक को निकाल दिया जाता है।
वो जगह जहां से हर्निया बाहर आ रहा है उसे सिल दिया जाता है। साफ करने के बाद घाव को भी बंद कर दिया जाता है.
हर्नियोप्लास्टी (Hernioplasty)
इस प्रोसेस में सर्जन मसल को खोलने या बंद करने के बजाय उसपर जालीनुमा कवर लगा देते है। ये जाली पॉलीप्रोपैलेन, या फिर जानवर की खाल से बनाई जाती है।
खराब और कमजोर टिशू जो हर्निया के आसपास थे इस कवरिंग की वजह से सपोर्टेड रहते है। साथ ही दोबारा आने वाले टिशू भी मजबूत रहते हैं।
हर्नियोप्लास्टी को टेंशन फ्री हर्निया ( Tension Free Hernia Repair ) रिपेयर भी कहते है।
सर्जरी ओपन सर्जरी या लैप्रोस्कोप प्रोसीजर की मदद से की जाती है। लैप्रोस्कोपी सर्जरी में एक बड़े कट की जगह एब्डोमेन में चार से पांच छोटे कट लगाए जाते हैं।
लैप्रोस्कोपिक सर्जरी लाइट ऑप्टिक फाइबर से की जाती है ये वीडियो के जैसे काम करता है। लैप्रोस्कोप की मदद से ये जान सकते है की शरीर के अंदर क्या हो रहा है।
हर्निया सर्जरी के बाद क्या होता है ?
- इससे पहले की आप डिस्चार्ज हों आपको क्या करना है और क्या नहीं करना है इसकी जानकारी दी जाएगी ।
- साथ ही रिकवरी में कितना समय लगेगा और इस बीच आपको क्या परहेज़ करने है इसके बारे में भी बताया जाएगा।
- एक या दो हफ्ते बाद आप काम पर वापस जा सकते है।
और किसी सवाल के लिए डॉक्टर से मिले.
और पढ़ें : जानें हर्निया बेल्ट के फायदे और नुकसान
रिकवरी
हर्निया सर्जरी के बाद क्या करना चाहिए ?
- थकान होने पर आराम करें
- ज्यादा से ज्यादा चलने की कोशिश करें। एक दिन कम चलें। उसके अगले दिन उससे ज्यादा चलने की कोशिश करें। इससे खून का बहाव बना रहेगा ।
- साथ ही निमोनिया और कॉन्स्टिपेशन का खतरा भी नहीं रहेगा।
- अगर आपको एब्डोमिनल बाइंडर दिया गया हो तो उसे सही से इस्तमाल करें।
- ये एक इलास्टिक बैंडेज है जो आपके पेट और और हिप्स के ऊपर लपेटा जाता है। ये सर्जरी के बाद पेट की मसल को सपोर्ट करने के लिए दिया जाता है।
- ज्यादा स्ट्रेन देने वाले काम जैसे बाइकिंग, जॉगिंग, भार उठाना तब तक ना करें जब तक डॉक्टर न कहे।
- किसी भी भारी सामान को न उठाएं।
- डॉक्टर से पूछ लें कि आप ड्राइव कब कर सकते हैं।
- ज्यादातर लोग एक से दो हफ्ते बाद काम पर जा सकते है लेकिन अगर आपका काम ऐसा है की आपको भार उठाना पड़ेगा तो आपको पांच से छे हफ्ते की छुट्टी लेनी होगी।
- सर्जरी के पहले दो हफ्ते तक न नहाएं।
- सेक्सुअल एक्टिविटी भी कब रिज्यूम करनी है इसके बारे में डॉक्टर से पूछ लें।
- बहुत सारा पानी पिएं.
- नार्मल डाइट लें। लो फैट फूड्स राइस, ब्रोइलेंड चिकन, योगर्ट लें।
- इर्रेगुलर बॉवल मूवमेंट हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर से पूछकर चीजें खाएं
- अपनी पुरानी दवाओं को कब शुरू करना है और क्या नई दवाई लेनी है ये भी डॉक्टर से पूछ लें।
- अगर पहले आप ब्लड थिनर जैसे वार्फरिन (coumadin) क्लोपिडोग्रेल (plavix) एस्प्रिन लेते थे, तो डॉक्टर से पूछ लें कि दोबारा इन्हें कब ले सकते हैं।
- अगर सर्जरी के समय टेप लगा था तो डॉक्टर से ही उसे निकलवाएं।
- अगर स्टेपल्स हैं तो आपको एक से दो हफ्ते बाद उसे निकलवाने डॉक्टर के पास जाना पड़ेगा।
- घाव के आसपास रोज साबुन से साफ करें। एल्कोहल का उपयोग न करें ये हीलिंग प्रोसेस को धीरे कर देगा।
- आप उस एरिया को गौज बैंडेज से कवर कर सकते है अगर कपडे से उसपर रगड़ लग रही है.
- हर रोज बैंडेज बदलें।
- खांसते या छींकते समय तकिया या पिल्लो पकड़ कर खांसे। इससे झटका नहीं लगेगा और दर्द नहीं होगा।
- ब्रीथिंग एक्ससरसाइज करें इससे निमोनिया और कॉन्स्टिपेशन का खतरा नहीं रहेगा।
- अगर आपने लैप्रोस्कोपिक सर्जरी करवाई है तो हो सकता है आपके लेफ्ट कंधे में दर्द दो दिन तक रहेगा।
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