लड़कों में जन्म के समय से पीनस में मौजूद डिफेक्ट को दूर करने के लिए हायपोस्पेडियस सर्जरी की जाती है। हायपोस्पेडियस (अधोमूत्रमार्गता) एक जन्मजात स्थिति है जिसमें लड़कों के जेनिटल सामान्य तरीके से काम नहीं करते और ना ही सामान्य दिखते हैं। पेडियाट्रिक यूरोलॉजिस्ट इस समस्या को दूर करने के लिए सर्जिकल तकनीक का सहारा लेते हैं। आमतौर पर इस समस्या से पीड़ित बच्चों का पीनस जन्म से ही टेढ़ा होता है और मूत्रनली भी पूरी तरह विकसित नहीं होती है।
यह (अधोमूत्रमार्गता) लड़कों को जन्म से ही होने वाली एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या है जिसमें उनका पीनस असामान्य होता है। पीनस के टिप पर होल (छेद) नहीं होता, बल्कि यह पीनस के अंत में या मीडिल में हो सकता है, या अंडकोष में भी हो सकता है। यह एक सामान्य जन्मजात समस्या है जो 200 में से 1 बच्चे में पाई जाती है। इस समस्या को ठीक करने के लिए हायपोस्पेडियस सर्जरी की जरूरत पड़ती है। यह सर्जरी आमतौर पर तभी की जाती है जब बच्चा 6 महीने से 2 साल के बीच होता है। इसके लिए बच्चे को एडमिट करने की भी जरूरत नहीं पड़ती है। सर्जरी के दौरान हाइपोस्पेडिया को ठीक करने के लिए फोरस्किन के एक्स्ट्रा टिशूज की जरूरत हो सकती है। सर्जरी के दौरान बच्चे को जनरल एनेस्थिसिया दिया जाता है। यदि समस्या ज्यादा गंभीर नहीं है, तो यह एक बार सर्जरी से ही ठीक हो जाती है। पीनस में मौजूद डिफेक्ट यदि गंभीर है तो या एक से ज्यादा बार सर्जरी करनी पड़ सकती है।
हायपोस्पेडियस लड़कों में होने वाला सामान्य बर्थ डिफेक्ट है, जिसे दूर करने के लिए हायपोस्पेडियस सर्जरी की जाती है। यदि इसे रिपेयर नहीं किया जाए तो आगे चलकर ये समस्याएं हो सकती हैं-
यदि हायपोस्पेडियस की वजह से सामान्य रूप से खड़े होकर यूरिनेशन में कोई समस्या नहीं है, सेक्शुअल फंक्शन या सीमन इकट्ठा होने पर कोई असर नहीं पड़ता है, तो सर्जरी की जरूरत नहीं होती है।
जब बच्चा 6 महीने से 2 साल के बीच होता है तभी यह सर्जरी की जाती है। इसके लिए बच्चे को हॉस्पिटलाइज्ड करने की जरूरत नहीं होती है।
सभी सर्जरी की तरह ही इस सर्जरी के साथ भी कुछ जोखिम जुड़े हैं।
हायपोस्पेडियस सर्जरी की कीमत 40,000 से 3,00,000 लाख के बीच होती है। हर शहर में इसकी कीमत अलग-अलग हो सकती है।
और पढ़ेंः Ankle Fracture Surgery : एंकल फ्रैक्चर सर्जरी क्या है?
डॉक्टर आपसे बच्चे की कंप्लीट मेडिकल हिस्ट्री पूछ सकता है। इसके बाद वह फिजिकल एग्जामिनेशन करेगा।
डॉक्टर को हमेशा निम्न बातों की जानकारी दें।
और पढ़ेंः Oophorectomy : उफोरेक्टमी क्या है?
सर्जरी के बाद बच्चे को ठीक होने में एक से दो हफ्ते लग सकते हैं।
अस्पताल से घर आने के बाद शुरुआत में बच्चे को नींद ज्यादा आ सकती है और उसे कुछ भी खाने और पीने का मन कर सकता है। ऐसे में उसका ख्याल रखें और उसे हेल्दी फूड ही खिलाएं। बच्चे के पीनस पर सूजन और नील के निशान होते हैं, लेकिन यह कुछ हफ्ते में धीरे-धीरे ठीक हो जाते हैं। इन्हें पूरी तरह से ठीक होने में 6 हफ्ते लग सकते हैं।
सर्जरी के बाद आपके बच्चे को 5 से 14 दिनों के लिए यूरिनरी कैथेटेर की जरूरत पड़ सकती है। इसे छोटे से स्टिच के जरिए बच्चे के शरीर से अटैच किया जाता है और जब बच्चा ठीक हो जाता है और उसे कैथेटर की जरूरत नहीं पड़ती है तो डॉक्टर स्टिच निकाल देता है।
डॉक्टर बच्चे को कुछ दवाइयां लेने की सलाह दे सकता है। जो निम्न हैं।
चूंकि यह सर्जरी आमतौर पर बहुत छोटी उम्र में की जाती है इसलिए बच्चे की अधिक देखभाल करने की जरूरत होती है। हालांकि, जहां तक डायट का सवाल है तो आप उसे सामान्य चीजें खाने के लिए दे सकती हैं। इस बात का ध्यान रहे कि उसे लिक्विड चीजें जैसे पानी, जूस आदि अधिक मात्रा में दें ताकि यूरिनेशन एकदम क्लियर रहे। नीचे बताई गई बातों का भी विशेष ध्यान रखें।
आपको बच्चे की ड्रेसिंग चेंज करने की जरूरत पड़ सकती है यदि-
इन बातों का भी रखें ख्याल
और पढ़ें: Endoscopic Sinus Surgery: एंडोस्कोपिक साइनस सर्जरी क्या है?
यदि बच्चे को इनमें से किसी तरह की समस्या होती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
बता दें कि हायपोस्पेडियस की समस्या आमतौर पर लड़कों को जन्म से ही होती है और समय रहते इसका उपचार किया जाना बहुत जरूरी है। इलाज सिर्फ सर्जरी ही है और डॉक्टर की सलाह पर जल्द से जल्द से करवा लेना चाहिए।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और हायपोस्पेडियस सर्जरी से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।