के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
ओटोप्लास्टी कान की कॉस्मेटिक सर्जरी है। जिसमें सर्जरी के द्वारा कान को आकार और पोजिशन दिया जाता है। ओटोप्लास्टी का मुख्य उद्देश्य कान की विकृति को ठीक कर के आकार देना है। जिससे कान की पोजिशन सही जगह हो और वह देखने में अच्छा लग सके।
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ओटोप्लास्टी सर्जरी कराना आपकी अपनी च्वॉइस है। इस सर्जरी की जरूरत तब होती है जब आपके कान आपके सिर से दूर और सही जगह पर नहीं होते हैं। वहीं, अगर कभी एक्सीडेंट में आपके कान विकृत हो गए हैं या जन्मजात कान विकृत हैं तो ओटोप्लास्टी किया जाता है।
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ओटोप्लास्टी किसी भी उम्र में कराई जा सकती हैं। अगर आप चाहें तो बच्चे की भी ओटोप्लास्टी हो सकती है। लगभग तीन से पांच साल के उम्र के बच्चों की ओटोप्लास्टी हो सकती है। वहीं, अगर आप इसे 20 या 50 साल की उम्र में भी कराना चाहें तो भी करा सकते हैं।
अगर बच्चा विकृत कान के साथ पैदा होता है तो डॉक्टर जन्म के तुरंत बाद एक तरह का सपोर्टर (Splint) लगा कर कान को ठीक करने का प्रयास किया जाता है।
ओटोप्लास्टी सर्जरी के तुरंत बाद परेशानी होना लाजमी है। सर्जरी के कारण होने वाला दर्द सामान्य बात है। इसके अलावा कान पर बंधी पट्टियां खुजली भी कर सकती हैं। कुछ हफ्ते तक आपको अपने कान सुन्न महसूस हो सकते हैं। रात के समय कानों में ज्यादा दर्द होगा। इसलिए सोते समय ध्यान दें कि सर्जरी कराए गए कान के तरफ सिर रख कर न सोएं।
इसके अलावा कई अन्य समस्याएं भी होती हैं :
इसके अलावा अन्य गंभीर समस्या भी हो सकती है :
जरूरी नहीं है कि ये समस्याएं सभी को हो। लेकिन, फिर भी आपको इसके साइड इफेक्ट्स और होने वाली समस्याओं के बारे में जान लेना चाहिए। साथ ही इससे संबंधित कोई सवाल हो तो सर्जन से जरूर शेयर करें।
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ओटोप्लास्टी सर्जरी करने में लगभग दो घंटे लगते हैं। एनेस्थेटिस्ट जरूरत के हिसाब से आपके कान को सुन्न या आपको बेहोश करते हैं। ओटोप्लास्टी सर्जरी कान को कैसा आकार देना है इस पर निर्भर करता है।
सर्जरी करने के लिए सर्जन कान के पीछे या कान के अंदर के फोल्ड यानी कि सिकुड़े हुए स्थान पर चीरा लगा सकते हैं। इसके बाद अगर कान का कार्टिलेज और त्वचा ज्यादा है तो सर्जन उसे निकाल देते हैं। लेकिन, अगर वह विकृत है तो उसे सही स्थान पर रख कर अंदर से टांके लगा कर कान को फिक्स करते हैं। इसके बाद चीरे को बंद करने के लिए टांका लगाते हैं।
जानें सर्जरी के होने वाले दुष्प्रभाव
इस प्रक्रिया को अपनाने के दौरान कुछ दुष्परिणाम हो सकते हैं। इसके अंतर्गत हो सकती हैं यह समस्याएं, जैसे
सामान्यत: सुरक्षित रहती है सर्जरी
ऑटोप्लास्टी सर्जरी सामान्य तौर पर सुरक्षित रहती है। वहीं सर्जरी के बाद काफी लोग इससे संतुष्ट रहते हैं। जर्मनी में शोधकर्ताओं ने पाया कि सर्जरी के बाद उनके कान पहले की तुलना में ज्यादा अच्छा दिखता है। यह सर्जरी भी कास्मेटिक सर्जरी का हिस्सा है। वैसे लोग जिनका कान हादसे में क्षतिग्रस्त हो जाता है, या फिर वैसे बच्चे जो जन्मजान कान संबंधी विकृति से जन्म लेते हैं उनको यह समस्या हो सकती है। यह अनुवांशिक कारणों की वजह से भी हो सकता है। ऐसे में सकारात्मक सोच के साथ सर्जरी करवाना चाहिए।
कान के शेप को बदल देता है सर्जरी
इस सर्जरी की खासियत ही यही है कि यह लोगों के कान के शेप को बदलकर रख देता है। वहीं उसकी क्वालिटी में काफी सुधार लाता है। लेकिन सर्जरी के पहले इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि इसके क्या-क्या फायदे और क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं। इस मामले में डॉक्टरी सलाह ले लेना चाहिए। तब जाकर ही सर्जरी की प्रक्रिया को अपनाना चाहिए। यही बेस्ट होता है। मरीजों को सर्जरी के पूर्व इन बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना होता है।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने सर्जन से जरूर पूछ लें।
डिस्क्लेमर
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