ट्रांसवजायनल इकोकार्डियोग्राफी Transvaginal echocardiography
ट्रांसवजायनल इकोकार्डियोग्राफी के लिए कमर से नीचे तक कपड़े उतारने और टेबल पर लेटने के लिए कहा जाता है। एक तकनीशियन वजायना में एक छोटा सा प्रोब (Probe) डालेगा। यह प्रोब बच्चे के दिल की छवि बनाने के लिए ध्वनि तरंगों का उपयोग करती है। एक ट्रांसवजायनल इकोकार्डियोग्राफी आमतौर पर गर्भावस्था के पहले चरणों में की जाती है। यह भ्रूण के हृदय की स्पष्ट छवि प्रदान कर सकती है।
क्या फीटल इकोकार्डियोग्राफी (Fetal Echocardiography) के साथ जोखिम भी हैं?
इकोकार्डियोग्राम से जुड़े कोई ज्ञात जोखिम नहीं हैं क्योंकि यह अल्ट्रासाउंड तकनीक का उपयोग करता है और इसमें रेडिएशन का उपयोग नहीं किया जाता है। इसलिए गर्भवती महिला को इससे किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं होता है।
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फीटल इकोकार्डियोग्राफी (Fetal Echocardiography) का रिजल्ट
रिजल्ट नॉर्मल आने का मतलब है कि डॉक्टर को कोई कार्डिएक असमानता cardiac abnormality नहीं मिली है। अगर रिपोर्ट्स नॉर्मल नहीं आती हैं और हार्ट डिफेक्ट, रिदम एब्नॉर्मली जैसी किसी प्रकार की समस्या नजर आती है तो अन्य टेस्ट को करवाने की जरूरत हो सकती है। जैसे कि फीटल एमआरआई स्कैन (Fetal MRI Scan) या दूसरा हाय लेवल अल्ट्रासाउंड।
डॉक्टर या विशेषज्ञों के पास भी भेज सकता है अजन्मे बच्चे की स्थिति का इलाज कर सकते हैं। महिला को एक से अधिक बार इकोकार्डियोग्राफ करवाने की भी आवश्यकता हो सकती है। अगर डॉक्टर को अन्य किसी बात का संदेह लगता है तो वह अन्य टेस्ट कराने के लिए भी कह सकते हैं।
यह ध्यान रखना जरूरी है कि डॉक्टर हर स्थिति का निदान करने के लिए इकोकार्डियोग्राफी के परिणामों का उपयोग नहीं कर सकता है। कुछ समस्याएं, जैसे कि हृदय में छेद, उन्नत उपकरणों के साथ भी देखना मुश्किल है। डॉक्टर बताएंगे कि वे परीक्षण के परिणामों का उपयोग करके क्या निदान कर सकते हैं और क्या नहीं।