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हार्ट पल्पिटेशन्स के अन्य कारण क्या हैं?
अक्सर रोगी में इस रोग के कारणों का पता नहीं चलता है। लेकिन, इसके कुछ अन्य कारण इस प्रकार हो सकते हैं:
- इलीगल ड्रग्स का सेवन करना जैसे कोकीन आदि (Illegal drugs)
- भांग या तंबाकू स्मोकिंग (Smoking tobacco and marijuana)
- प्रेग्नेंसी (Pregnancy)
- कुछ स्टिमुलेटिंग मेडिकेशन्स (Some stimulating medications)
- इलेक्ट्रोलाइट इम्बैलेंस जैसे लो पोटैशियम लेवल (Electrolyte imbalance)
- लो ब्लड शुगर (Low blood sugar)
- कोई बीमारी (Sickness) जैसे एनीमिया, ओवरएक्टिव थाइरोइड ग्लैंड आदि
एसिड रिफ्लक्स और हार्ट पल्पिटेशन्स (Acid reflux and Heart palpitations) को लेकर यह जानकारी बेहद महत्वपूर्ण है। अब जानिए कि कैसे हो सकता है इस समस्या का निदान और उपचार?

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एसिड रिफ्लक्स और हार्ट पल्पिटेशन्स (Acid reflux and Heart palpitations): हार्ट पल्पिटेशन्स (Heart palpitations) का निदान
हार्ट पल्पिटेशन्स (Heart palpitations) के निदान के लिए डॉक्टर पहले रोगी से लक्षणों के बारे में जानते हैं और उसकी शारीरिक जांच करते हैं। इस समस्या से पीड़ित लोगों के लिए नियमित जांच जरूरी है। इसके साथ ही डॉक्टर रोगी को अन्य कुछ टेस्ट्स की सलाह दे सकते हैं, जैसे
इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (Electrocardiogram)
इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम हार्ट में इम्पल्स को रिकॉर्ड करता है। इसके साथ ही डॉक्टर इस टेस्ट की सलाह हार्ट की रिदम और बीट को ट्रैक करने और अब्नोर्मिलिटीज को चेक करने के लिए दे सकते हैं।
हॉल्टेर मॉनिटर (Holter monitor)
अगर इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम से असमानताओं का पता न चल सके तो इस स्थिति में डॉक्टर हॉल्टेर मॉनिटर की सलाह दे सकते हैं। यह एक पोर्टेबल इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम जो हार्ट की समस्याओं को जांचता है।
इवेंट रिकॉर्डर (Event recorder)
अगर रोगी में पल्पिटेशन्स कम फ्रीक्वेंट हों, तो डॉक्टर रोगी को इवेंट रिकॉर्डर को वियर करने के लिए कह सकते हैं। इसको पहनने के बाद रोगी जब पल्पिटेशन महसूस करता है, तो वो इस रिकॉर्डर के बटन को पुश करता है और रिकॉर्ड कर लेता है, जिसे डॉक्टर बाद में जांचते हैं।
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अल्ट्रासाउंड (Ultrasound)
डॉक्टर कई बार हार्ट पल्पिटेशन्स के रोगियों को छाती के अल्ट्रासाउंड की सलाह दे सकते हैं जिसे इकोकार्डियोग्राम (Echocardiogram) कहा जाता। इसका इस्तेमाल हार्ट को देखने और यह कैसे काम करता है, यह जानने के लिए किया जाता है।
एसिड रिफ्लक्स और हार्ट पल्पिटेशन्स (Acid reflux and Heart palpitations): ब्लड टेस्ट्स (Blood tests)
कुछ ब्लड टेस्ट्स अंडरलायिंग कारणों के निदान में मदद कर सकते हैं जैसे एनीमिया या थायरॉइड प्रॉब्लम्स आदि। अब जानिए किस तरह से संभव है इस समस्या का उपचार?
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हार्ट पल्पिटेशन्स (Heart palpitations) का उपचार कैसे संभव है?
हार्ट पल्पिटेशन्स (Heart palpitations) के अधिकतर मामलों में ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं होती। यह समस्या खुद ही ठीक हो जाती है। लेकिन, गंभीर हार्ट कंडिशंस से जुड़ी हार्ट पल्पिटेशन्स को ट्रीट किया जाता है। यह ट्रीटमेंट हर केस में अलग हो सकता है। सामान्य हार्ट पल्पिटेशन्स (Heart palpitations) में डॉक्टर जीवनशैली में बदलाव की सलाह देते हैं। लेकिन, अगर यह पल्पिटेशन एसिड रिफ्लक्स के कारण है, तो हो सकता है कि इसका कारण वो आहार हो जिसका आप सेवन कर रहे हैं। ऐसे में यह भी हो सकता है कि रोगी का शरीर किसी खास खाद्य पदार्थ के प्रति सेंसिटिव हो या वो बहुत अधिक मात्रा में खा रहा हो।
इस स्थिति में रोगी को रोजाना अपने फूड को मॉनिटर करने के लिए कहा जाता है। ताकि, जाना जा सके कि किस फ़ूड को खाने से आपको समस्या हो रही है। ऐसे में उस खाद्य पदार्थों को अपनी डायट से रिमूव करके पल्पिटेशन का उपचार हो सकता है, जो इस परेशानी का कारण बन रहा है। यही नहीं रोगी के लिए तंबाकू, एल्कोहॉल और भांग आदि को भी नजरअंदाज करना भी जरूरी है। स्ट्रेस से जुडी पल्पिटेशन्स के लिए डॉक्टर रोगी को मेडिटेशन, योगा, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज आदि की सलाह दे सकते हैं। इन में से कुछ भी एक्टिविटी को रोजाना करने से स्ट्रेस कम हो सकती है, जिससे पल्पिटेशन से भी राहत मिलती है।
उम्मीद है कि एसिड रिफ्लक्स और हार्ट पल्पिटेशन्स (Acid reflux and Heart palpitations) के बारे में यह इंफॉर्मेशन आपको पसंद आई होगी। यह भी आप समझ गए होंगे कि एसिड रिफ्लक्स डायरेक्टली हार्ट पल्पिटेशन का कारण नहीं बनती है लेकिन अस्पष्ट रूप से यह इसकी एक वजह हो सकती है। इसका उपचार संभव है और माइल्ड मामलों में केवल जीवनशैली में बदलाव से ही आपको राहत मिल सकती है। एसिड रिफ्लक्स और हार्ट पल्पिटेशन्स (Acid reflux and Heart palpitations) के बारे में अगर आपके मन में कोई भी सवाल हो, तो अपने डॉक्टर से इस बारे में अवश्य जानें।