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पहली तिमाही में एल्कोहॉल का सेवन कहीं समस्याएं न खड़ी कर दे आपके लिए!

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 23/09/2021

    पहली तिमाही में एल्कोहॉल का सेवन कहीं समस्याएं न खड़ी कर दे आपके लिए!

    पहली तिमाही में एल्कोहॉल का सेवन (Drinking alcohol in first trimester) बेहद नुकसानदायक हो सकता है। आज के समय में अधिकतर लोगों के लिए एंजॉय करने से मतलब एल्कोहॉल का सेवन करने से होता है। यानी बिना एल्कोहॉल के किसी भी पार्टी को सूना माना जाता है। कहते हैं कि कम मात्रा में किया गया शराब का सेवन शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाता है। वहीं कुछ लोग तो ये दावा भी करते हैं कि उन्होंने सालों से थोड़ी मात्रा में शराब ली लेकिन उन्हें कभी नुकसान नहीं हुआ। खैर, ये सब बातें तो सुनने में अच्छी लग सकती हैं लेकिन सच्चाई तो यही है कि शराब का सेवन शरीर के लिए हानिकार होता है। जब आप खुद के लिए शराब पीते हैं, तब तक तो आप केवल खुद को नुकसान पहुंचाते हैं लेकिन जब कोई महिला कंसीव करने के बाद भी शराब का सेवन करें, तो खुद के साथ ही होने वाली बच्चे की जिंदगी को भी खतरे में डालती है।

    कम ही महिलाएं होंगी, जो इस बारे में सोचती हो कि उनके एल्कोहॉल के सेवन से आने वाली जिंदगी को नुकसान पहुंच सकता है। अक्सर महिलाएं कंसीव करने के बाद भी शराब का सेवन जारी रखती हैं। प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में एल्कोहॉल का सेवन (Drinking alcohol in first trimester) बच्चे के लिए घातक हो सकता है। जानिए फस्ट ट्राईमेस्टर में शराब का सेवन किस तरह से होने वाले बच्चे की हेल्थ पर बुरा असर डालता है।

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    गर्भावस्था की पहली तिमाही में एल्कोहॉल का सेवन (Drinking alcohol in first trimester)

    पहली तिमाही में एल्कोहॉल का सेवन

    सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की सलाह है कि जो महिलाएं कंसीव करने के बारे में सोच रही हैं या फिर कंसीव कर चुकी हैं, उन्हें शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर वो शराब का सेवन जारी रखती हैं, तो उनके साथ ही होने वाले बच्चे के लिए भी हानिकारक हो सकता है। अगर कंसीव करने के पहले एल्कोहॉल का सेवन किया जाता है, तो एल्कोहॉल कंसीव करने की संभावना को कम करने का काम कर सकता है। यानी प्रेग्नेंसी की किसी भी अवस्था में आपके लिए शराब का सेवन सुरक्षित नहीं है। प्रेग्नेंसी के करीब तीन से चार सप्ताह तक महिलाओं के प्रेग्नेंसी के बारे में जानकारी नहीं मिल पाती है और ऐसे में वो शराब का सेवन जारी रखती हैं। पीरियड्स मिस होने के बाद जब टेस्ट किया जाता है, तब महिलाओं को उनकी प्रेग्नेंसी के बारे में जानकारी मिलती है।

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    पहली तिमाही में एल्कोहॉल का सेवन (Drinking alcohol in first trimester) : जानिए क्या कहती है रिसर्च?

    प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में एल्कोहॉल का सेवन (Drinking alcohol in first trimester) करने के दौरान होने वाले शिशु पर क्या असर पड़ता है, इस बात की जानकारी महिलाओं में स्टडी करके पता करना बहुत मुश्किल है। ऐसा इसलिए है क्योंकि महिलाओं को प्रेग्नेंसी के करीब 4 सत्ताह बाद ही प्रेग्नेंसी के बारे में जानकारी मिल पाती है, इसलिए स्टडी करना बहुत मुश्किल है। इस बात की जानकारी के लिए साल 2015 में कुछ चूहों में स्टडी की गई। प्रेग्नेंसी के तीसरे सप्ताह में सेंट्रल नर्वस सिस्टम और ब्रेन का विकास शुरू हो जाता है। चूहों में स्टडी के दौरान प्रेग्नेंसी के तीसरे सप्ताह तक उन्हें एल्कोहॉल दिया गया। अब उनके बच्चों पर स्टडी की गई, तो ये बात सामने आई कि उनके ब्रेन स्ट्रक्चर में कुछ परिवर्तन हुआ है। इससे ये बात निकल कर सामने आई कि पहली तिमाही में एल्कोहॉल का सेवन (Drinking alcohol in first trimester) करने से डीएनए कैमिकल प्रोसेस में कुछ परिवर्तन हुआ। एल्कोहॉल का सेवन करने से एब्रियॉनिक स्टेम सेल्स में परिवर्तन हो गया, जो होने वाले बच्चे के टिशू में परिवर्तन का कारण बन सकता है।

    वहीं दूसरी ओर साल 2013 में करीब 5,628 महिलाओं पर स्टडी की गई, जिन्होंने खुद ये बात स्वीकार की थी कि उन्होंने प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में एल्कोहॉल का सेवन (Drinking alcohol in first trimester) किया था। स्टडी में ये बात निकल कर सामने आई कि ऐसी महिलाओं के बच्चों का लो बर्थ वेट था। साथ ही हाय मैटरनल ब्लड प्रेशर, प्रीक्लेप्सिया ( preeclampsia), प्रीटर्म बर्थ

    (pre-term birth) आदि प्रभाव देखने को मिले। हालांकि ये स्टडी पूरी तरह से इस बात क्लीयर नहीं करती है कि महिलाओं ने आखिर कब से कब तक शराब का सेवन किया था और होने वाले बच्चों को आखिर कितना नुकसान उठाना पड़ा।

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    इस स्टडी से ये बात सामने आती है कि कुछ बच्चों के डीएनए में परिवर्तन हुआ, वहीं कुछ बच्चों में किसी भी तरह की समस्या नहीं हुई। साल 2014 में करीब 1,303 प्रेग्नेंट महिलाओं पर स्टडी की गई। इन महिलाओं ने प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में एक सप्ताह में करीब दो दिन शराब का सेवन किया। पहली तिमाही में एल्कोहॉल का सेवन (Drinking alcohol in first trimester) करने से इन महिलाओं में लोअर बर्थ वेट और प्री टर्म बर्थ आदि की समस्या देखने को मिली। वहीं प्रेग्नेंसी के शुरूआती दिनों में कम मात्रा में शराब पीने वाली महिलाओं में मिसकैरिज का खतरा बढ़ गया था।

    फस्ट ट्राईमेस्टर में शराब का सेवन (Drinking alcohol in first trimester) किया तो हो सकती हैं ये समस्याएं

    वैसे तो आपको कंसीव करने के पहले और दौरान शराब का बिल्कुल सेवन नहीं करना चाहिए। ब्रेस्टफीडिंग के दौरान भी शराब आपके बच्चे के लिए हानिकारक हो सकती है। अगर अर्ली प्रेग्नेंसी के दौरान शराब का सेवन किया जाए, तो मिसकैरिज के साथ ही फीटल एल्कोहॉल सिंड्रोम डिसऑर्डर (Fetal alcohol syndrome disorder) का खतरा बना रहता है। प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में मिसकैरिज का अधिक खतरा रहता है। अब तो आप समझ ही गए होंगे कि किस तरह से एल्कोहॉल आपके मां बनने की चाहत पर पानी फेर सकती है क्योंकि ये मिसैकरिज का कारण बन सकती है। साथ ही पहली तिमाही में एल्कोहॉल का सेवन (Drinking alcohol in first trimester) होने वाले बच्चे के कई मुसीबतें भी खड़ा कर सकता है। न्यूरोलॉजिकल प्रॉब्लम, बिहेवियर संबंधी समस्याएं, फेशियल फीचर जैसे कि पतले होंठ, छोटी आंखें, नाक के बीच वर्टिकल क्रीज का न होना, जन्म संबंधी समस्याएं आदि का सामना करना पड़ सकता है। आप चाहे तो इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से भी संपर्क कर सकते हैं। बेहतर होगा कि स्मोकिंग और शराब के सेवन को कंसीव करने के पहले ही छोड़ दें, ताकि आपके साथ ही आपके बच्चे का स्वास्थ्य भी बेहतर रहे।

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    पहली तिमाही में एल्कोहॉल का सेवन: समय रहते बदल लें अपनी आदतें

    कहते हैं कि पास्ट को कभी बदला नहीं जा सकता है लेकिन आप अपने प्रजेंट को सुधार सकते हैं। अगर आपको प्रेग्नेंसी के दौरान ही पता चल जाए कि आपने प्रेग्नेंसी के शुरुआती दिनों में शराब का सेवन किया था, तो अब आप शराब को पूरी तरह से बंद कर दें। साथ ही ऐसी आदतों को भी छोड़ दें, जो प्रेग्नेंसी के दौरान घातक साबित हो सकती है। रोजाना प्रीनेटल विटामिंस का सेवन करें। खाने में पौष्टिक आहार का सेवन करें। साथ ही खाने में ऐसा कुछ न खाएं जो आपके साथ ही आपके होने वाले बच्चे के लिए खानिकारक हो। अगर आपको मीट खाना पसंद है, तो हमेशा मीट को अच्छी तरह से पकाकर ही खाएं। प्रेग्नेंसी के दौरान हाय मरकरी फिश खाने से बचें। आपको समय समय पर डॉक्टर से जांच जरूर करानी चाहिए और अपने वजन पर भी नजर रखनी चाहिए।

    प्रेग्नेंसी से संबंधित अगर आपके मन में अधिक सवाल हैं, तो आप अपने डॉक्टर से जरूर परार्श करें। अच्छी आदतें और हेल्दी लाइफस्टाइल आपके साथ ही आपके बच्चे के लिए भी अच्छा रहेगा। हम उम्मीद करते हैं कि आपको इस आर्टिकल के माध्यम से पहली तिमाही में एल्कोहॉल का सेवन (Drinking alcohol in first trimester) कैसे होने वाले बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है, इस बारे जानकारी मिल गई होगी।  आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन पहली तिमाही में एल्कोहॉल का सेवन को लेकर कोई सवाल है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।

    डिस्क्लेमर

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