सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की सलाह है कि जो महिलाएं कंसीव करने के बारे में सोच रही हैं या फिर कंसीव कर चुकी हैं, उन्हें शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर वो शराब का सेवन जारी रखती हैं, तो उनके साथ ही होने वाले बच्चे के लिए भी हानिकारक हो सकता है। अगर कंसीव करने के पहले एल्कोहॉल का सेवन किया जाता है, तो एल्कोहॉल कंसीव करने की संभावना को कम करने का काम कर सकता है। यानी प्रेग्नेंसी की किसी भी अवस्था में आपके लिए शराब का सेवन सुरक्षित नहीं है। प्रेग्नेंसी के करीब तीन से चार सप्ताह तक महिलाओं के प्रेग्नेंसी के बारे में जानकारी नहीं मिल पाती है और ऐसे में वो शराब का सेवन जारी रखती हैं। पीरियड्स मिस होने के बाद जब टेस्ट किया जाता है, तब महिलाओं को उनकी प्रेग्नेंसी के बारे में जानकारी मिलती है।
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पहली तिमाही में एल्कोहॉल का सेवन (Drinking alcohol in first trimester) : जानिए क्या कहती है रिसर्च?
प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में एल्कोहॉल का सेवन (Drinking alcohol in first trimester) करने के दौरान होने वाले शिशु पर क्या असर पड़ता है, इस बात की जानकारी महिलाओं में स्टडी करके पता करना बहुत मुश्किल है। ऐसा इसलिए है क्योंकि महिलाओं को प्रेग्नेंसी के करीब 4 सत्ताह बाद ही प्रेग्नेंसी के बारे में जानकारी मिल पाती है, इसलिए स्टडी करना बहुत मुश्किल है। इस बात की जानकारी के लिए साल 2015 में कुछ चूहों में स्टडी की गई। प्रेग्नेंसी के तीसरे सप्ताह में सेंट्रल नर्वस सिस्टम और ब्रेन का विकास शुरू हो जाता है। चूहों में स्टडी के दौरान प्रेग्नेंसी के तीसरे सप्ताह तक उन्हें एल्कोहॉल दिया गया। अब उनके बच्चों पर स्टडी की गई, तो ये बात सामने आई कि उनके ब्रेन स्ट्रक्चर में कुछ परिवर्तन हुआ है। इससे ये बात निकल कर सामने आई कि पहली तिमाही में एल्कोहॉल का सेवन (Drinking alcohol in first trimester) करने से डीएनए कैमिकल प्रोसेस में कुछ परिवर्तन हुआ। एल्कोहॉल का सेवन करने से एब्रियॉनिक स्टेम सेल्स में परिवर्तन हो गया, जो होने वाले बच्चे के टिशू में परिवर्तन का कारण बन सकता है।
वहीं दूसरी ओर साल 2013 में करीब 5,628 महिलाओं पर स्टडी की गई, जिन्होंने खुद ये बात स्वीकार की थी कि उन्होंने प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में एल्कोहॉल का सेवन (Drinking alcohol in first trimester) किया था। स्टडी में ये बात निकल कर सामने आई कि ऐसी महिलाओं के बच्चों का लो बर्थ वेट था। साथ ही हाय मैटरनल ब्लड प्रेशर, प्रीक्लेप्सिया ( preeclampsia), प्रीटर्म बर्थ