परिचय
रूइबोस (Rooibos) या रेड बुश टी (Red Bush tea) क्या है?
रूइबोस चाय अस्पालैथस लीनारिस (Aspalathus linearis) नामक पौधे की लकड़ियों और टहनियों से बनाई जाती है। यह सुगंधित चाय कैफीन-फ्री है। रूइबोस चाय दक्षिण अफ्रीका की नेशनल ड्रिंक है। जिसके कई सारे हेल्थ बेनेफिट्स भी हैं। रूइबोस साउथ अफ्रीका में बुशमैन और हॉटेंटॉट्स के द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला पारंपरिक ड्रिंक है। जिसे अच्छे स्वाद के कारण पश्चिमी देशों में बहुत ज्यादा पसंद किया जाता है। इससे बनने वाली चाय में पत्तियों और तनों का इस्तेमाल किया जाता है।
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रूइबोस का पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में विशेष योगदान है। इससे पेट में होने वाली समस्याएं भी दूर रहती हैं। साथ ही इसे दवा के रूप में उल्टी, डायरिया औप अन्य पाचन संबंधी समस्याओं में प्रयुक्त किया जाता है। इसका उपयोग त्वचा के लिए भी किया जाता है। स्किन एलर्जी, एक्जिमा, हे फीवर और बच्चों में अस्थमा के इलाज में इसका इस्तेमाल किया जाता है।
रूइबोस चाय के फायदे
रूइबोस चाय या रूइबोस टी को पीने के बाद शरीर में एनर्जी का एहसास होता है। ऐसा जरूरी नहीं है कि जो लोग उपरोक्त दी गई बीमारी से पीड़ित हैं, वो लोग इस चाय का सेवन करें। अगर किसी व्यक्ति को थकान का अनुभव हो रहा है तो वे भी रूइबोस टी का सेवन कर सकते हैं। इस चाय में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। इस चाय का सेवन करने से डायजेस्टिव सिस्टम भी दुरुस्त रहता है। एक बात का ध्यान रखें कि चाय का सेवन कब करना है और कैसे करना है, इस बारे में विशेषज्ञ से जानकारी जरूर लें।
रूइबोस चाय कैसे कार्य करती है?
इसके कार्य करने के तरीके के संबंध में पर्याप्त शोध उपलब्ध नहीं हैं। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें। हालांकि, कुछ शोध में पाया गया कि रूइबोस चाय में ऐसे कैमिकल्स होते हैं, जो एचआईवी इंफेक्शन और उम्र से संबंधित दिमाग में आने वाले बदलाव को रोकते हैं।
एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि रूइबोस चाय का सेवन करने से कार्डियोवैस्कुलर डिजीज में राहत मिलती है। इसके लिए एक रिसर्च की गई जिसमें 40 ऐसे लोगों को शामिल किया गया, जिन्हें दिल की बीमारी होने का जोखिम था। उन्हें रोजाना छह हफ्तों तक छह कप चाय पीने के लिए कहा गया। जिसके बाद हुए परिक्षण में ये बात सामने आई कि लो डेंसिटी लाइपोप्रोटीन, बैड कोलेस्ट्रॉल घटा और हाई डेंसिटी लाइपोप्रोटीन, गुड कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ा।
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उपयोग
रूइबोस चाय (Rooibos) का इस्तेमाल किसलिए होता है?
रूइबोस चाय का इस्तेमाल एचआईवी संक्रमण और कैंसर के इलाज में किया जाता है। अन्य समस्याओं में भी रूइबोस चाय या रेड बुश टी को इस्तेमाल करने की सलाह दी जा सकती है। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
सावधानियां और चेतावनियां
रूइबोस चाय (Rooibos) का इस्तेमाल करने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?
निम्नलिखित परिस्थितियों में इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें:
- यदि आप प्रेग्नेंट हैं या ब्रेस्टफीडिंग करा रही हैं। दोनों ही स्थितियों में सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही दवा खानी चाहिए।
- यदि आप अन्य दवाइयां ले रही हैं। इसमें डॉक्टर की लिखी हुई और गैर लिखी हुई दवाइयां शामिल हैं, जो मार्केट में बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के खरीद के लिए उपलब्ध हैं।
- यदि आपको रूइबोस चाय के किसी पदार्थ से एलर्जी है या अन्य दवा या औषधि से एलर्जी है। विशेषकर अस्पालैथस लीनारिस (Aspalathus linearis) प्रजाति के पौधों या उसके घटक Fabaceae/Leguminosae प्रजाति के पौधों से एलर्जी है। इस प्रजाति के अन्य पौधे मटर, सोयाबीन, लॉन्ग और मूंगफली हैं।
- यदि आपको कोई बीमारी, डिसऑर्डर या कोई अन्य मेडिकल कंडिशन है।
- यदि आपको फूड, डाई, प्रिजर्वेटिव्स या जानवरों से अन्य प्रकार की एलर्जी है।
अन्य दवाइयों के मुकाबले औषधियों के संबंध में रेग्युलेटरी नियम अधिक सख्त नहीं हैं। इनकी सुरक्षा का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त अध्ययनों की आवश्यकता है। रूइबोस चाय का इस्तेमाल करने से पहले इसके खतरों की तुलना इसके फायदों से जरूर की जानी चाहिए। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
रूइबोस चाय (Rooibos) कितनी सुरक्षित है?
बच्चों में लिए रेड बुश टी या रूइबोस चाय का सुरक्षित या प्रभावी डोज मौजूद नहीं है।
प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग: दोनों ही स्थितियों में रूइबोस कितनी सुरक्षित है इस संबंध में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। सुरक्षा की दृष्टि से इसका सेवन करने से बचें।
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साइड इफेक्ट्स
रूइबोस चाय (Rooibos) से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
इस संबंध में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। यदि आप रूइबोस चाय के साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंतित हैं तो अपने हर्बालिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
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रिएक्शन
रूइबोस चाय (Rooibos) से मुझे क्या रिएक्शन हो सकते हैं?
रूइबोस चाय आपकी मौजूदा दवाइयों के साथ रिएक्शन कर सकती है या इसके उपयोग से दवा के कार्य करने का तरीका परिवर्तित हो सकता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बलिस्ट से संपर्क करें।
हालांकि, रूइबोस चाय P450 मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करती है या नहीं, इस संबंध में मिश्रित सबूत मौजूद हैं। सैद्धांतिक रूप से ऐसा माना जाता है कि रूइबोस चाय लिवर के ‘एंजायम साइटोक्रोम P450’ को प्रॉसेस करने के तरीके में हस्तक्षेप कर सकती है। इसके नतीजतन ब्लड में इनकी मात्रा बढ़ सकती है, जिससे गंभीर साइड इफेक्ट्स की संभावना बढ़ जाती है।
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डोसेज
उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हो सकती। इसका इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या हर्बालिस्ट से सलाह लें।
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रेड बुश टी या रूइबोस चाय का सामान्य डोज क्या है?
एक कप पानी (240 ml) में 1-4 चम्मच (5-20 ग्राम) रूइबोस चाय को दस मिनट तक उबालें। इससे बनने वाली चाय को दिन में तीन बार खाली पेट या खाने के साथ लिया जा सकता है।
हर मरीज के मामले में रूइबोस चाय का डोज अलग हो सकता है। जो डोज आप ले रहे हैं वो आपकी उम्र, हेल्थ और दूसरे अन्य कारकों पर निर्भर करता है। औषधियां हमेशा ही सुरक्षित नहीं होती हैं। रूइबोस चाय के उपयुक्त डोज के लिए अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
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रूइबोस चाय (Rooibos) किन रूपों में आती है?
यह औषधि निम्नलिखित रूप में उपलब्ध है:
- चाय
इस आर्टिकल में हमने आपको रूइबोस चाय से संबंधित जरूरी जानकारी देने की कोशिश की है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ का यह आर्टिकल उपयोगी लगा होगा। अगर आपको रूइबोस चाय से जुड़े किसी अन्य सवाल का जवाब जानना है, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सपर्ट की मदद से देने की कोशिश करेंगे। अपना ध्यान रखिए और स्वस्थ रहिए।
अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
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