परिचय
स्कर्वी ग्रास को कोक्लेयर, कोक्लेयर ऑफ़िसिनेल, कोक्लेरिया ऑफ़िसिनालिस, कोक्लेरिया, क्रैनसन, क्रैंसन ऑफ़िसिनल, हिरेबा डेल एस्कोर्बुटो, स्पूनवॉर्ट आदि कई नामों से जाना जाता है। इस हर्ब के पत्तों और फूल वाले हिस्से का प्रयोग दवाई बनाने के लिए किया जाता है। इस हर्ब का नाम स्कर्वी ग्रास इसलिए पड़ा क्योंकि नाविक इस हर्ब का प्रयोग स्कर्वी नामक बीमारी में राहत पाने के लिए किया करते हैं। स्कर्वी रोग विटामिन-सी की कमी के कारण होने वाला रोग है। नाविकों को अक्सर विटामिन-सी की कमी रहती है क्योंकि उन्हें समुद्र में ताजे फल नहीं मिल पाते। इस जड़ी-बूटी का प्रयोग विटामिन-सी की कमी को पूरा करने के अलावा गठिया, पेट दर्द, और फ्लूइड रिटेंशन आदि में किया जाता है। इसका उपयोग “ब्लड प्यूरीफायर” के रूप में भी किया जाता है। त्वचा के रोगों को दूर करने के लिए भी यह हर्ब फायदेमंद है। पाइये स्कर्वी ग्रास के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से।