जब मस्तिष्क में नर्व सेल्स यानी तंत्रिका कोशिका का काम किसी कारण वश सही से संचालित नहीं हो पाता है तो व्यक्ति का व्यवहार परिवर्तन होने लगता है। ऐसे में व्यक्ति को बेहोशी छाने लगती है और व्यक्ति को दौरे आने लगते हैं। इस मिर्गी के के दौरो आना भी कहा जाता है। मिर्गी की समस्या अनुवांशिक कारणों से भी हो सकती है।वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार विश्व भर में लगभग 5 करोड़ लोग मिर्गी की समस्या से ग्रस्त हैं। बता दें कि, आकड़ों के हिसाब से मिर्गी विश्व भर में सबसे आम न्यूरोलॉजिकल रोगों में से एक मानी जाती है। हालांकि, मिर्गी का इलाज संभव है। लेकिन, लोगों में मिर्गी के कारण और इसके सही लक्षणों की जानकारी का आभाव है। जिसके कारण लगभग 60 फिसदी से अधिक लोगों को मिर्गी का उचित उपचार नहीं मिलता है। मिर्गी की बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है।
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