अर्निका (Arnica)
दांतो में इन्फेक्शन या कैविटी हो जाने पर उसे निकालना पड़ता है। दांतों को निकलवाने के बाद असहनीय दर्द होता है। जब डॉक्टर दांतों को निकालते हैं, तो उस स्थान में एनिस्थीसिया दे देते हैं जिसका असर कुछ घंटों बाद खत्म हो जाता है। दांत दर्द की दवा के रूप में अर्निका (Arnica) का सेवन किया जाता है। ये दवा तेज दर्द को कम करने का काम करती है। इसका इस्तेमाल टूथ एक्सट्रेक्शन (tooth extraction) के पहले या फिर बाद में किया जा सकता है।
दांत दर्द के लिए होम्योपैथिक दवाएं : स्टैफिसैग्रिया (Staphysagria)
इस दवा का सेवन करने की सलाह बच्चों को दी जाती है। जिन बच्चों को ठंडा पानी, कोल्ड ड्रिंक या आइक्रीम आदि खाने पर दांतों में दर्द का एहसास होता है, उन बच्चों को स्टैफिसैग्रिया (Staphysagria) खाने की सलाह दी जा सकती है। बच्चे दांतों की सेंसिटीविटी को सहन नहीं कर पाते हैं। ऐसे में दवा का सेवन करने के बाद दांत दर्द से राहत मिलती है।
रूटा (Ruta)
जैसा कि हम आपको पहले भी बता चुके हैं कि टूथ एक्सट्रेक्शन (tooth extraction) के दौरान दांतों में दर्द नहीं होता है लेकिन कुछ समय बाद दांतों में तेज दर्द पैदा होता है। रूटा का इस्तेमाल भी टूथ एक्सट्रेक्शन के बाद उठने वाले दर्द को शांत करने के लिए किया जाता है। आप इस बारे में अधिक जानकारी के लिए होम्योपैथिक एक्सपर्ट से बात कर सकते हैं।
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नक्स मोश्ता (Nux moschata)
दांत का दर्द जब कानों तक पहुंच जाता है, तो इस होम्योपैथ में इस दवा का सेवन करने की सलाह दी जाती है। ठंड में दर्द बढ़ सकता है और गर्मियों में इस तरह के दर्द से राहत मिल जाती है। नक्स मोश्ता दर्द से राहत दिलाने का काम करती है।
दांत दर्द के लिए होम्योपैथिक दवाएं : मर्क्यूरियस (Mercurius)
जिन बच्चों में सलाइवा निकलने की अधिक समस्या होती है, उनके दांत सेंसिटिव हो सकते हैं। इस कारण से उन्हें दांतों में सेंसिटीविटी का एहसास होता है। ठंड में दांत दर्द की समस्या बढ़ जाती है और कानों में भी दर्द की समस्या हो सकती है। ऐसे में मर्क्यूरियस का इस्तेमाल करने की सलाह दी जा सकती है।