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भूख की कमी, ऊपर से कॉन्स्टिपेशन? इस बड़ी दिक्कत को करें दूर इन इजी टिप्स के साथ!

क्या होता है जब घर में आपका पसंदीदा खाना बनता है? आपकी फेवरेट सब्जी या मक्खन से भरपूर पराठें या राजमा चावल? शायद आप खाना बनने तक का इंतजार नहीं कर पाते होंगे! खाने की सुगंध से आपकी भूख सातवें आसमान पर पहुंच जाती होगी। लेकिन अगर आपके पसंदीदा खाने की महक से भी आपकी भूख ना खुले, तो ये टेंशन की बात है जनाब! अगर आप भी कुछ दिनों से पेट भर कर खाना नहीं खा पा रहे या आपकी भूख कहीं उड़न छू हो गई है, तो आप बिलकुल सही जगह आए हैं! क्योंकि आज हम आपको भूख कम होने के पीछे की एक ऐसी वजह से रूबरू करवाने जा रहे हैं, जिसके बारे में शायद आपने सोचा भी नहीं होगा। जी हां, हम बात कर रहे हैं कब्ज के कारण भूख की कमी की (Loss of appetite due to constipation)

जब कब्ज (Constipation) की तकलीफ दस्तक देती है, तो आपकी भूख अपने आप पिछले दरवाजे से बाहर का रास्ता देख लेती है! हमारा पेट हमारे दिमाग और शरीर से इस कदर जुड़ा है कि पेट में होने वाली एक दिक्कत से आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। कब्ज के कारण भूख की कमी होना (Constipation loss of appetite) भी एक ऐसा ही सिरदर्द है, जो आपको कई दिनों तक हैरान-परेशान कर सकता है। लेकिन ऐसा क्यों होता है और इससे छुटकारा पाने का क्या तरीका है, आइये जानते हैं! 

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क्या कब्ज के अंदर आने पर भूख को मिल गया है देश निकाला (Loss of appetite)? 

भूख न लगना, वैसे तो एक आम तकलीफ है, लेकिन जब आपको कब्ज के कारण ये तकलीफ होने लगे, तो इसका इलाज जरूरी हो जाता है। नैशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) के मुताबिक, डायजेस्टिव सिस्टम (Digestive system) का सीधा ताल्लुक आपकी भूख से है। जब आपको कब्ज की दिक्कत होती है, तो पेट में बनने वाली गैस के कारण पेट फूलने (Bloating) लगता है। इससे आपको हमेशा पेट भरा-भरा सा महसूस होता है और आपको नैचुरल तरीके से लगने वाली भूख से हाथ धोना पड़ता है। कब्ज के कारण भूख की कमी (Loss of appetite due to constipation) एक साइड इफेक्ट की तरह भी हो सकती है, जो आपको लम्बे समय से कॉन्स्टिपेशन की दिक्कत के बाद हो सकती है।

हमने इस बारे में बात की एक्सपर्ट से! नानावटी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में डायट और न्यूट्रिशन डिपार्टमेंट की हेड डॉ उषाकिरण सिसोदिया ने बताया, “कॉन्स्टिपेशन आपकी फिजिकल ही नहीं, सायकोलॉजिकल हेल्थ पर भी बुरा असर डालता है। रोजाना पेट खाली ना होने के कारण व्यक्ति को ब्लोटिंग का अहसास होता है और इससे खाने की इच्छा खत्म हो जाती है। इससे व्यक्ति का रेग्युलर डायट स्केड्यूल बिगड़ जाता है। जैसा कि सभी जानते हैं हमारा माइंड और बॉडी, दोनों एक दुसरे से जुड़े हुए हैं। जाहिर है स्ट्रेस के कारण भी व्यक्ति की डायट और फिजिकल एक्टिविटी पर असर पड़ता है, जिससे कॉन्स्टिपेशन की दिक्कत होती है और खाने की इच्छा खत्म हो जाती है।”

कब्ज के कारण भूख न लगना (loss of appetite)

तो अब आप समझे, कब्ज के कारण भूख न लगना (Loss of appetite), क्रॉनिक कॉन्स्टिपेशन (Chronic constipation) का एक साइड इफेक्ट हो सकता है। इसलिए आपको एक ऐसे गैरेंटीड इलाज की जरूरत है, जो भूख की कमी की असल जड़, यानी कि कब्ज को ही उखाड़ फेकें। ये इलाज आपको चुटकियों में आराम पहुंचाने के लिए फेमस है! नाम है लैक्सेटिव! ये लैक्सेटिव आपके पेट की डूबती नैया को किनारे तक पहुंचाता है। जब आप रात को इसकी एक गोली लेकर सोते हैं, तो ये आपके इंटेस्टाइन को स्टिम्युलेट करता है और इससे स्टूल(Stool) आसानी से बाहर आने के लिए तैयार हो जाता है। और फिर जब सुबह आपका मोशन होता है, तो आपका पूरा पेट साफ़ हो जाता है। जाहिर है इससे आपका कब्ज दूर होता है और आपकी मुश्किलों को सॉल्यूशन मिलता है! और.. जब कब्ज ही नहीं रहेगा, तो इसके साथ आने वाली बाकी तकलीफें भला क्यों टिकेगी? आप लैक्सेटिव में स्टिम्युलेंट लैक्सेटिव (Stimulant laxative) पर भरोसा कर सकते हैं, जिसमें आप बिसाकोडिल (Bisacodyl) ट्राय कर सकते हैं।

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ये तो हुई कब्ज के कारण भूख की कमी की बात, लेकिन अब ये जान लीजिये कि कब्ज में भूख न लगने की वजह  (Loss of appetite), से आपको कौन-कौन सी दिक्कतें हो सकती है?

भूख हुई हवा.. और हो गए बॉडी के तीन-तेरह! 

कब्ज के कारण भूख की कमी क्यो होती है - low appetite and constipation

ये जानकारी हासिल करने के बाद एक छोटा सा सवाल, जो सभी के मन में उठेगा, वो है कि भूख न लगने के कारण आपके वजन (Constipation and weight loss) पर इसका क्या असर पड़ता है? दरअसल, जब कब्ज के कारण भूख की कमी होती है, तो आपका वजन भी कम खाने की वजह से घटने लगता है। जब पेट में बन रही गैस के कारण आपको खाने का मन नहीं करता और आप लंबे समय तक भूखे रहते हैं, आपके शरीर को वो जरूरी न्यूट्रिएंट्स (Nutrients) नहीं मिलते, जो टाइम पर हेल्दी खाना खाने पर मिलते हैं। लम्बे समय तक क्रॉनिक कॉन्स्टिपेशन (Chronic constipation) के कारण जब आपकी भूख मर जाती है, तो आपके वजन में कमी आसानी से देखी जा सकती है।

अब आप सोच रहे होंगे कि क्या कब्ज में भूख न लगने के कारण सिर्फ वजन घटता है? तो हम इसका जवाब भी आपको देते हैं। जब आप कब्ज के कारण भूख की कमी से जूझ रहे होते हैं, तो वजन के घटने के अलावा, आपको फटीग (Fatigue) और सुस्ती (Laziness) के साथ-साथ पसीना आना (Sweating), पेट में जलन (Heart burn), एसिडिटी (Acidity), ब्लोटिंग (Bloating) जैसी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए कब्ज के कारण भूख की कमी (Constipation loss of appetite), सिर्फ आपके वजन को ही नहीं, बल्कि आपके शरीर के अलग-अलग हिस्सों को भी तकलीफ में डाल सकती है।

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तो फिर इसका इलाज कैसे हो, सोचा है कभी? इसका इलाज है कब्ज (Constipation) को दूर करना, जिससे ये सारी तकलीफें, अपने आप कब्ज के पीछे-पीछे हो लेंगी। तो हम आपको एक बार फिर याद दिला देते हैं कि स्टिम्युलेंट लैक्सेटिव (बिसाकोडिल) आपको एक ही रात में ऐसा आराम देगा, कि सुबह आप बाथरूम से पूरी तरह से फ्रेश होकर निकलेंगे। लेकिन इसके साथ ही आपको हम कुछ ऐसे तरीके बताना चाहते हैं, जो कब्ज के कारण भूख की कमी की तकलीफ को ठीक करने में हाथ बंटा सकते हैं। आइये इन तरीकों के बारे में भी जान लिया जाए!

ना भाई ना! मेहनत के बिना तो कोई काम नहीं होता! 

सबसे पहले तो ये जान लीजिये कि अपनी आदतों में कुछ बदलाव लाकर आप कब्ज के कारण भूख न लगने की तकलीफ को काफी हद तक ठीक कर सकते हैं। साथ ही कब्ज में क्या खाएं और क्या न खाएं, इस बात का भी आपको अच्छी तरह से ध्यान रखने की जरूरत होगी। लेकिन पहले जान लेते हैं आपकी आदतों के बारे में। 

low appetite and constipation

  1. समय पर खाना (Timely meals): सबसे पहले तो समय पर खाना खाना आपके लिए बेहद जरूरी साबित होगा। जब आप समय पर हेल्दी खाना खाएंगे, तो कब्ज के कारण भूख न लगने की प्रॉब्लम अपने आप बेहतर हो जाएगी। साथ ही आपको जरूरत है पानी का इन टेक बढ़ाने की। जब आपकी बॉडी हायड्रेटेड रहेगी, तो आपको इनडाइजेशन की तकलीफ नहीं होगी और आप कब्ज से राहत पा जाएंगे।  
  2. थोड़ी-थोड़ी देर में खाना (Intermittent eating): इसके बाद आती है बारी थोड़ी-थोड़ी देर में खाना खाने की। जब आप थोड़ी-थोड़ी देर में हल्का, लेकिन हेल्दी खाना (Healthy food), जैसे सूप (Soup), फ्रूट्स (Fruits), खिचड़ी आदि खाएंगे, तो आपके इंटेस्टाइन (Intestine) में इंफेक्शन होने का ख़तरा कम हो जाएगा और आपको ब्लोटिंग (Bloating) की तकलीफ से भी निजात मिलेगी। जाहिर है, ब्लोटिंग (Bloating) के कम होने पर आपको भूख लगने लगेगी और आप बेहतर महसूस करेंगे। 
  3. एक्सरसाइज (Exercise): अब जो आदत आप अपना सकते हैं, वो है रोजाना एक्सरसाइज करने की। दरअसल, जब आप रोजाना एक्सरसाइज करते हैं, तो आपके पेट के साथ-साथ आपके पूरे डायजेस्टिव सिस्टम की भी मालिश (Massage) होती है, जिससे आपका खाना आसानी से पचता है और आपको इनडायजेशन की तकलीफ नहीं होती। हो गया न काम आसान! न इनडायजेशन (Indigestion), न कब्ज और न ही भूख के खत्म होने की टेंशन!

तो अब आप समझे, कैसे अपनी आदतों में थोड़ा सा बदलाव लाकर आप अपनी एक नहीं, बल्कि कई तकलीफों में राहत पा सकते हैं! इसी तरह कब्ज में क्या खाएं, ये भी जान लेना आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा। तो बिना देर किये, चलिए जान लेते हैं इसके बारे में भी! 

कब्ज में क्या खाएं? क्या यही सोच-सोच कर हालत टाइट हो गई है?

कब्ज में भूख की कमी क्यों हो जाती है? - low appetite and constipation

कहा जाता है कि जब आपको कब्ज के कारण भूख की कमी (Constipation and weight loss) झेलनी पड़े, तो ‘सिंपल सिप्स’ (Simple sips) और ‘लिटिल बाइट्स’’ (Little bites) का कॉन्सेप्ट अपनाना चाहिए। अगर आप पूरे दिन में तीन मील नहीं खा पा रहे, तो आपको कम अमाउंट में थोड़ी-थोड़ी देर में हेल्दी खाना खाने की आदत डालनी चाहिए। इससे आपका पेट लम्बे समय तक खाली भी नहीं रहेगा और आपके शरीर को जरूरी न्यूट्रिएंट्स भी मिलते रहेंगे। 

क्या खाएं (What to eat in constipation): आप चाहें, तो अलग-अलग तरह की फ्रेश और हेल्दी स्मूदी (Healthy smoothie), चिकन सलाद (Chicken salad), प्रोटीन और हरी सब्जियों (Green vegetables) से भरपूर मील और सबसे जरूरी रसीले फलों (fruits) को अपने मील में शामिल कर सकते हैं। इसके साथ ही आप थोड़ी सी कॉफी (Coffee) का भी लुत्फ उठा सकते हैं। ये सभी चीजें आपके गट (Gut) के लिए फ्रेन्डली साबित होती है। इसलिए आपको इन चीज़ों से इनडायजेशन (Indigestion) की तकलीफ नहीं होती। 

क्या ना खाएं (What not to eat in constipation): लेकिन साथ ही आपको ये भी ध्यान रखने की जरूरत है, कि आप ऐसा कोई खाना न खाएं, जिससे आपके डायजेस्टिव सिस्टम (Digestive system) पर जोर पड़े। इसलिए आपको बीन्स (Beans), कैबेज (Cabbage), डेयरी प्रोडक्ट (Dairy product), फैटी फूड्स, कार्बोहायड्रेट (Carbs) से भरपूर बेवरेज (Beverages) आदि को न खाने की आदत डालनी होगी। जब आप इन फ़ूड आयटम्स से दूरी बनाएंगे, तो अपने आप आपकी डायजेस्टिव हेल्थ (Digestive health) इम्प्रूव होने लगेगी। 

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जरा डॉक्टर की भी सुन लीजिये! 

क्या है न! इस बारे में एक्सपर्ट की सलाह बहुत मायने रखती है, इसलिए डॉक्टर की बात पर गौर करना बेहद जरूरी है। इस बारे में बात करते हुए नानावटी सूपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में डायट और न्यूट्रिशन डिपार्टमेंट की हेड डॉ उषाकिरण सिसोदिया ने बताया, “डायट में फाइबर से भरपूर फूड आयटम्स को जोड़ना आपके लिए फायदेमंद होगा। ये न सिर्फ आपका एपेटाइट (Appetite) बढ़ाता है, साथ ही कॉन्स्टिपेशन में भी राहत देता है। फाइबर (Fiber) की वजह से स्टूल का वेट बढ़ता है और ये नर्म बनता है, जिससे मोशन आसानी से हो जाता है। वहीं जंक फ़ूड या हाय प्रोटीन फूड से वेस्ट मटेरियल कम तैयार होता है और आपको सुबह मोशन में दिक्कत होती है। इसलिए आपको खाने में अनाज, सिट्रिक एसिड (Citric acid) से भरपूर फ्रूट, जैसे संतरा, तरबूज, बैरीज; सब्जियां जैसे ब्रॉक्ली, गाजर, स्वीट कॉर्न और नट्स आदि को अपने खाने में शामिल करना चाहिए। साथ ही आपके खाने में आपको फ्ल्युइड्स (Fluids) को भी जोड़ना चाहिए। जिसके लिए आपको खाने से पहले सूप, दिन भर में भरपूर मात्रा में पानी, जूस, दही (Curd), योगर्ट (Yoghurt) खाना चाहिए। ये सभी चीजें आपको कॉन्स्टिपेशन में राहत पहुंचाती हैं।”

कब्ज में भूख की कमी से कैसे बचें?

लेकिन आपको ये भी बता दें कि ये सभी आदतें आपको कब्ज (Constipation) की तकलीफ में राहत देंगी, लेकिन इसका सॉल्यूशन नहीं बन पाएंगी। अगर आप कब्ज से जल्द से जल्द राहत पाना चाहते हैं, तो आपको एक ऐसे गैरेंटीड इलाज की जरूरत है, जो आपको एक ही रात में चैन की नींद सुला सके। आपको ये राहत मिलेगी बिसाकोडिल (Bisacodyl) से, जो एक स्टिम्युलेंट लैक्सेटिव (Stimulant Laxatives) है। ये स्टिम्युलेंट लैक्सेटिव क्या होता है? जैसा कि हम पहले बता चुके हैं, ये पदार्थ आपके कोलोन में मौजूद स्टूल (Stool) को बाहर की ओर धकेलता है, जिससे आपका पेट आसानी से साफ होता है। जिससे आपका पेट न सिर्फ पूरी तरह से साफ होता है, बल्कि आपको पेट में हल्केपन का अहसास होता है।  तो जब आपके पास ऐसा इलाज है, तब भी क्या आप सोच-विचार में अपना समय गंवाएंगे? 

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डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

An overview of appetite decline in older people –  https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4589891/ Accessed on 7th January, 2020

Breast cancer – https://www.breastcancer.org/tips/nutrition/during_treat/side_effects/constipationappetite Accessed on 7th January, 2020

Loss of Appetite – https://patient.info/healthy-living/healthy-eating/loss-of-appetite Accessed on 7th January, 2020

IBS, nausea and loss of appetite – https://www.avogel.co.uk/health/digestive-system/ibs/symptoms/nausea-no-appetite/ Accessed on 7th January, 2020

Symptoms of Chronic Constipation – https://med.virginia.edu/pediatrics/clinical-and-patient-services/patient-tutorials/chronic-constipation-encopresis/symptoms-of-chronic-constipation/Accessed on 7th January, 2020

Current Version

19/08/2021

Toshini Rathod द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील

Updated by: Nikhil deore


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समीक्षा की गई डॉ. प्रणाली पाटील द्वारा · फार्मेसी · Hello Swasthya · । लिखा गया Toshini Rathod द्वारा। अपडेट किया गया 19/08/2021।

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