डेट पर जाने से पहले पेट में गुदगुदी होना, दिल की धड़कनें बढ़ जाना आम है, लेकिन चिंता इतनी बढ़ जाए कि डेट को खराब कर दे या रिश्ते को शुरु होने से पहले ही खत्म कर दे तो यह परेशानी का सबब बन सकता है। ऐसे में व्यक्ति अकेला रह जाता है और एक अच्छे पार्टनर का सपना सिर्फ सपना ही रह जाता है। मेडकिल टर्म में इस सिचुएशन को डेटिंग एंजायटी कहा जाता है। मनोचिकित्सकों के अनुसार डेटिंग एंजायटी होना सामान्य है। इसमें अक्सर लोग निगेटिव थॉट्स, फिजिकल सेंसेशन जैसे कि कांपना, सांस लेने में परेशानी और डर का अनुभव करते हैं, हालांकि डेटिंग एंजायटी से ओवरकम किया जा सकता है। आइए पहले इस क्विज की माध्यम से विस्तार से समझते हैं कि डेटिंग एंजायटी के लक्षण कैसे होते हैं?