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Thyroidectomy : थायराइडेक्टॉमी क्या है?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar


Ankita mishra द्वारा लिखित · अपडेटेड 30/11/2019

Thyroidectomy : थायराइडेक्टॉमी क्या है?

परिचय

थायराइडेक्टॉमी (Thyroidectomy) क्या है?

थायराइडेक्टॉमी  एक प्रकार की सर्जरी होती है, जिसमें शरीर के थायरॉयड ग्रंथि के सभी या कुछ हिस्सों को हटा दिया जाता है। थायरॉयड एक तितली के आकार की ग्रंथि होती है जो गर्दन के कॉलरबोन के ऊपर स्थित होती है। यह हार्मोन उत्पादन करता है जो चयापचय से जुड़े सभी कार्यों को नियंत्रित करता है।

थायराइडेक्टॉमी की दौरान आपकी थायरॉयड ग्रंथि को कितना हटाया जा सकता है, यह सर्जरी के कारणों पर निर्भर करता है। अगर सर्जरी में सिर्फ एक हिस्सा (आंशिक थायरॉयडेक्टॉमी) हटा दिया जाता है, तो आपकी थायरॉयड ग्रंथि सर्जरी के बाद सामान्य रूप से पहले की ही तरह कार्य करने में सक्षम हो सकता है। अगर आपकी पूरी थायरॉयड ग्रंथि (कुल थायरॉयडेक्टॉमी) को सर्जरी से हटा दिया जाता है, तो आपकी थायराइड ग्रंथि प्राकृतिक तौर पर अपने कार्य करने में असक्षम हो जाती है, जिसके कार्य को सुचारू रूप से करने से करने के लिए आपको थायराइड हार्मोन के साथ दैनिक उपचार की जरूरत पड़ सकती है।

थायराइडेक्टॉमी का उद्देश्य थायराइड विकारों का इलाज करना है, जैसे कि कैंसर, थायरॉयड ग्रंथि का बहुत ज्यादा बढ़ना और ओवरएक्टिव थायरॉय (हाइपरथायरायडिज्म)।

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थायराइडेक्टॉमी की जरूरत कब होती है?

निम्नलिखित स्थिति में थायराइडेक्टॉमी सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है:

  • गले का कैंसर (Thyroid cancer): कैंसर थायरॉयडेक्टॉमी का सबसे आम कारण होता है। अगर आपको गले का कैंसर है तो हो सकता है कि सर्जरी में थायरॉयड ग्रंथि को पूरा निकाला जाए। साथ ही, दूसरे तरह के उपचार की जरूरत हो सकती है।
  • थायरॉयड ग्रंथि का आकार बढ़ना (घेंघा) (goiter): थायरॉयड ग्रंथि के सभी या कुछ हिस्सों को सर्जरी के द्वारा हटा दिया जाता है। अगर घेंघा बहुत ज्यादा बड़ा है जिसके कारण आपको सांस लेने में तकलीफ या खाना निगलने में तकलीफ होती है तो ऐशी स्थिति में आपकी थायरॉयड ग्रंथि को पूरा निकाला जा सकता है।
  • ओवरएक्टिव थायरॉइड (हाइपरथायरायडिज्म) Overactive thyroid (hyperthyroidism): हाइपरथायरायडिज्म एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें थायरॉयड ग्रंथि हार्मोन थायरोक्सिन का उत्पादन बहुत अधिक करती है। अगर आपको एंटी-थायरॉयड दवाओं से कोई समस्या है और रेडियोएक्टिव आयोडीन थेरेपी नहीं चाहते हैं, तो थायरॉयडेक्टॉमी सर्जरी का विकल्प सबसे बेहतर हो सकता है।

जोखिम

थायराइडेक्टॉमी करवाने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?

थायराइडेक्टॉमी सर्जरी हर किसी के लिए एक सुरक्षित विकल्प नहीं हो सकता है। कुछ लोगों को एंटी-थायरॉइड दवाओं से एलर्जी हो सकती है, तो वहीं कुछ लोगों के उपचार में रेडियोएक्टिव आयोडीन थेरिपी कारगर साबित नहीं होती है। ऐसे में आपको किसी अन्य उपचार के विकल्प के बारे में आपने डॉक्टर या सर्जन से बात करने की आवश्यकता हो सकती है।

अगर हाइपरथायरायडिज्म का कारण गर्म ग्रंथि है तो ऐसी स्थिति में थायराइडेक्टॉमी जरूरी हो सकती है। गर्म ग्रंथि (जिसे विषैले ग्रंथि के रूप में भी जाना जाता है) हाइपरथायरायडिज्म हार्मोन का उत्पादन करता है क्योंकि यह थायरॉइड हार्मोन का उत्पादन रोकने के लिए पिट्यूटरी ग्रंथि के कार्यों को सही ढंग से नहीं करता है। जिसके कारण हाइपरथायरायडिज्म की समस्या हो सकता है। ऐसी स्थिति में गर्म ग्रंथि का कारण बनने वाले भाग को सर्जन सर्जरी के जरिए हटा सकते हैं। जो आपके थायरॉइड को बरकरार रखने में मददगार होगा।

ध्यान रखें कि हाइपरथायरायडिज्म के इलाज के लिए सर्जरी सबसे आम और सरल तरीका नहीं होता है, आप अपनी स्वास्थ्य स्थिति और अपनी जरूरत के अनुसार अपने उपचार की विधि चुन सकते हैं।

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थायराइडेक्टॉमी के क्या साइड इफेक्ट्स और समस्याएं हो सकती हैं?

थायराइडेक्टॉमी सर्जरी के बाद, आपकी गर्दन में दर्द, आवाज में खरास या बोलने में तकलीफ हो सकती है। हालांकि, ये समस्याएं स्थायी नहीं होती है। इस तरह के सभी लक्षण अक्सर अस्थायी होते हैं और सांस की नली (एंडोट्रैकियल ट्यूब) में जलन के कारण हो सकते हैं जो सर्जरी के दौरान आपकी हवा की नली (ट्रेकिआ) में डाले जाते हैं या सर्जरी के कारण नस में जलन होने के कारण हो सकते हैं।

कुछ संभावित समस्याएं भी शामिल हो सकती हैंः

  • खून बहना
  • इंफेक्शन होना
  • खून के बहाव के कारण सांस की नली में रूकावट
  • नसों को नुकसान पहुंचने के कारण हमेशा के लिए आवाज में खरास या अवाज में बदलाव
  • थायरॉयड ग्रंथियों (पैराथायरायड ग्रंथियों) के पीछे स्थित चार छोटी ग्रंथियों को नुकसान हो सकता है, जो हाइपोपैरा थायराइडिज्म का कारण बन सकते हैं। जिसकी वजह से आपके शरीर में असामान्य रूप से कैल्शियम का स्तर कम हो सकता है और खून में फास्फोरस की मात्रा बढ़ सकती है।

इसलिए, यह बेहद जरूरी है कि थायराइडेक्टॉमी सर्जरी से पहले इससे होने वाले लाभ और संभावित साइड इफेक्ट्स और समस्याओं के बारे में सारी जानकारी लें। अगर इस सर्जरी से जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने चिकित्सक या सर्जन से परामर्श करें।

प्रक्रिया

थायराइडेक्टॉमी के लिए मुझे खुद को कैसे तैयार करना चाहिए?

हाइपरथायरायडिज्म की समस्या होने पर आपका डॉक्टर आपके थायरॉइड को कंट्रोल करने और खून बहने के जोखिम को कम करने के लिए आयोडीन और पोटेशियम के इस्तेमाल की सलाह दे सकते हैं।

अगर थायराइडेक्टॉमी सर्जरी करवा रहे हैं तो सर्जरी से पहले एनेस्थेसिया की खुराक दी जाएगी, जिसका बेहतर प्रभाव पाने के लिए आपको कुछ निश्तिक घंटे पहले खाने-पीने से दूर रहना होगा।

सर्जरी के बाद सुरक्षित रूप से घर जाएं। सर्जरी के दौरान गहने या कीमती सामान साथ न लाएं।

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थायराइडेक्टॉमी में होने वाली प्रक्रिया क्या है?

थायराइडेक्टॉमी की प्रक्रिया में कई घंटे लग सकते हैं।

आमतौर पर थायराइडेक्टॉमी की प्रक्रिया के दौरान सर्जन आपको सामान्य एनेस्थेसिया की खुराक देते हैं। जिसकी खुराक लेने के बाद आप कुछ भी महसूस नहीं कर सकेंगे। एनेस्थेसियोलॉजिस्ट या एनेस्थेटिस्ट की खुराक आपको मास्क के माध्यम से सांस लेने के दौरान दी जाएगी या तरल दवा के दौरान पर नस में इंजेक्ट की जा सकती है।

सर्जिकल टीम आपके शरीर पर कई मॉनिटर लगाएगी ताकि सर्जरी के दौरान वे आपकी हृदय गति, ब्लड प्रेशर और खून में ऑक्सीजन पूरी प्रक्रिया को सुरक्षित बनाए रख सकें। इसके लिए आपकी बांह पर ब्लड प्रेशर कफ और सीने पर हार्ट-मॉनिटर लीड लगाया जाएगा।

एनेस्थेसिया की खुराक के बाद जब आप बेहोश हो जाएंगे, तो सर्जन आपकी गर्दन के बीच में एक छोटा चीरा या थायरॉयड से कुछ दूरी पर कुछ चीरा लगाएंगे। जो सर्जिकल तकनीक के आधार पर होगा। जिसके बाद थायरॉयड ग्रंथि के सभी हिस्सों या कुछ भागों को हटा दिया जाएगा।

अगर आप थायरॉयड कैंसर के उपचार के लिए थायराइडेक्टॉमी करा रहे हैं, तो सर्जन आपके थायरॉयड के आसपास के लिम्फ नोड्स की भी जांच करेगा और उसे भी हटा सकता है।

थायराइडेक्टॉमी के तीन तरीकों से हो सकती हैं:

  • अगर कन्वेंशनल थायराइडेक्टॉमी सर्जरी की जाएगी तो आपकी थायरॉयड ग्रंथि तक सीधे पहुंचने के लिए सर्जन आपकी गर्दन के बीच में एक चीरा लगाएंगे।
  • अगर सर्जरी के लिए एंडोस्कोपिक थायरॉयडेक्टॉमी की प्रक्रिया की जा रही होगी तो सर्जन आपकी गर्दन में छोटे-छोटे कई चीरे लगाएंगे। चिकित्सा उपकरणों और एक छोटा सा वीडियो कैमरा चीरों के माध्यम से गर्दन के अंदर डाला जाता है। कैमरे की मदद से सर्जन की टीम को यह पता चलता है कि उन्हें सर्जरी कहां करनी है।
  • रोबोटिक थायरॉयडेक्टॉमी की प्रक्रिया में सीने या बगल में कई चीरे लगाएंगे। या फिर गर्दन में एक चीरा लगा सकते हैं।

थायराइडेक्टॉमी के बाद क्या होता है?

सर्जरी के बाद, डॉक्टर की टीम आपको एक रिकवरी रूम में शिफ्ट करेंगे जहां स्वास्थ्य देखभाल टीम सर्जरी और एनेस्थीसिया से आपकी रिकवरी की निगरानी करेगी। जब आप पूरी तरह से होश में आ जाएंगें, तो आपको अस्पताल के कमरे में शिफ्ट कर दिया जाएगा।

आपके गले में जहां पर चीरा लगाया गया होगा उसके नीचे एक नली लगी हो सकती है। इस नली को आमतौर पर सर्जरी के बाद अगले दिन तक हटा दिया जाता है।

सर्जरी के बाद आप फा-पी सकते हैं। हालांकि, आप घर कब तक जा सकेंगे यह आपकी सर्जरी की प्रक्रिया पर निर्भर कर सकता है। यह कम से कम आपका डॉक्टर एक दिन अस्पताल में रूकने के निर्देश दे सकता है।

घर जाने के बाद आप अपनी नियमित गतिविधियों को फिर से करना शुरू कर सकेंगे। हालांकि, ऐसा कोई काम न करें जिससे गर्दन या शरीर पर जोर देना पड़े। कम से कम 10 दिनों तक या दो सप्ताह तक पूरी तरह से आराम करना चाहिए।

अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए अपने चिकित्सक या सर्जन से परामर्श करें।

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रिकवरी

थायराइडेक्टॉमी के बाद मुझे खुद का ख्याल कैसे रखना चाहिए?

  • थकान या कमजोरी महसूस करने पर आराम करें। सर्जरी की रिवकरी जल्द से जल्द हो इसके लिए जरूरी है की आप अच्छी नींद लें। बेड पर लेटने के दौरान दो से तीन तकिये को गर्दन के नीचे रखें, ताकि आपकी गर्दन ऊपर की तरफ रहे।
  • हर दिन थोड़ा चलने का प्रयास करें। हर दिन थोड़ी-थोड़ी दूर पर चलें। जिसकी दूरी हर दिन थोड़ी-थोड़ी बढ़ाते रहें। चलने से आपके ब्लड फ्लो के स्तर में सुधार आएगा और यह आपको निमोनिया और कब्ज से भी सुरक्षित रखेगा।
  • सर्जरी के बाद या जब तक आपके डॉक्टर निर्देश न दें या कम से कम तीन सप्ताह तक भारी शारीरिक गतिविधियों और भारी वस्तुओं को न उठाएं।

    सर्जरी के बाद कम से कम दो सप्ताह तक अपनी गर्दन को इधर-उधर घुमाएं नहीं।

  • ड्राइविंग करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
  • नहाने के दौरान इसका ख्याल रखें की आपकी गर्दन सूखी ही रहे। ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर की सलाह लें।
  • अगर खाना निगलने में तकलीफ हो रही हो, तो लिक्विड, आइस पॉप और आइसक्रीम खा सकते हैं। इसके अलावा, नरम पदार्थ जैसे हलवा, दही, पके हुए फल, तले हुए अंडे और मैश किए हुए आलू खाने में शामिल कर सकते हैं। कुरकरी या कठोर खाद्य पदार्थ खाने से बचें। इसके अलावा, संतरे या टमाटर के रस जैसे खट्टे या अम्लीय खाद्य पदार्थों को भी न खाएं। इससे आपके गले को नुकसान पहुंच सकता है।
  • अगर पानी पीने के बाद खांसी आती है, तो स्मूदी जैसे अधिक तरल पदार्थ पीने की कोशिश करें।
  • सर्जरी के बाद आप हर दिन कितनी बार टॉयलेट जाते हैं यह अनियमित हो सकता है, जो सामान्य हो सकता है।
  • आपको अपनी दवाएं कब-कब लेनी चाहिए इसके बारे में आपने डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।
  • अगर आप खून को पतला करने वाली दवाएं जैसे, वार्फरिन (कौमेडिन), क्लोपिडोग्रेल (प्लाविक्स) या एस्परिन लेते हैं तो इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करें। क्योंकि, यह आपके स्वास्थ्य के साथ इंटरैक्शन कर सकते हैं।
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    डिस्क्लेमर

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