के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Pooja Bhardwaj
एंडोमेट्रियोसिस गर्भाशय में होने वाली समस्या है, जिसमें एंडोमेट्रियम टिश्यू गर्भाशय के बाहर बढ़ने लगता है। हालांकि, बढ़े हुए टिश्यू अभी भी आपके सामान्य गर्भाशय के टिश्यू की तरह ही काम करते हैं, मतलब जो पीरियड्स के दौरान ही टूटते हैं। गर्भाशय से बाहर निकले हुए टिश्यू शरीर से बाहर नहीं निकल पाते हैं। नतीजन, इंटरनल ब्लीडिंग (internal bleeding) और सूजन के साथ कई और अन्य लक्षण भी जन्म ले लेते हैं।
वास्तव में, एंडोमेट्रियोसिस गर्भाशय, अंडाशय और फैलोपियन ट्यूब और गर्भ के पीछे कहीं भी हो सकता है। इन बढ़े हुए टिश्यू को बाहर निकलने का कोई रास्ता न मिलने के कारण ये काफी उलझ जाते हैं और शरीर के लिए दर्दनाक साबित होते हैं। कभी-कभी यह महिला में गर्भधारण करने में भी समस्या पैदा कर देते हैं।
एंडोमेट्रियोसिस विशेष रूप से 30 से 40 साल की उम्र में महिलाओं को होने वाली एक आम समस्या है लेकिन, यह किसी भी उम्र में रोगियों को प्रभावित कर सकता है। इसके कारणों को कम करके इस बीमारी से निपटा जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से चर्चा करें।
एंडोमेट्रियोसिस के सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं :
हो सकता है ऊपर दिए गए लक्षणों में कुछ लक्षण शामिल न हों। अगर आपको किसी भी लक्षण के बारे में कोई चिंता है, तो कृपया डॉक्टर से परामर्श करें।
अगर आपको नीचे बताए कोई भी लक्षण दिखाई दें, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें :
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एंडोमेट्रियोसिस के कारणों का अभी भी पता नहीं चल पाया है। हालांकि, वैज्ञानिकों का मानना है कि कुछ ऐसे कारण हैं, जो एंडोमेट्रियोसिस को जन्म दे सकते हैं।
इसके अलावा, पेट और पेल्विक में मौजूद सेल्स एंडोमेट्रियल कोशिकाओं में बदल सकती हैं।
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दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
निदान के लिए डॉक्टर आपसे लक्षण, दर्द वाली जगह, दर्द कब होता है आदि सवालों को पूछ सकता है। कुछ मामलों में, एंडोमेट्रियोसिस की जांच के लिए गर्भाशय का आंतरिक परीक्षण भी किया जाता है। इसके लिए लैप्रोस्कोपी, अल्ट्रासाउंड या पेल्विक टेस्ट का सहारा लिया जाता है।
यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एंडोमेट्रियोसिस का कोई इलाज नहीं है। हालांकि, आप उपचार से अपने दर्द और बांझपन से निपट सकते हैं। अपने लक्षणों और गर्भधारण के लिए आप उचित उपचार चुन सकते हैं। हार्मोन थेरिपी के द्वारा आपके शरीर के एस्ट्रोजन के स्तर को कम करके दर्द को कम किया जा सकता है। वहीं, गर्भवती होने के लिए सर्जरी और इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट अच्छे उपाय साबित होंगे। अगर मरीज की उम्र ज्यादा है और कई सर्जरी हो चुकी हैं, तो गर्भाशय और ओवरीज निकालकर हिस्टेरेक्टॉमी ही इसका सबसे बेहतर इलाज है।
अगर आपको हल्का दर्द और ब्लीडिंग होती है लेकिन, जल्द ही गर्भधारण करने की कोई योजना नहीं है, तो दवाएं आपके लिए एक उपयुक्त उपचार हैं। जब आपको लगे कि आपके लक्षण गंभीर हैं, हार्मोन थेरिपी और NSAIDs (nonsteroidal anti-inflammatory drug) काम नहीं करते हैं, तो डॉक्टर आपको एक और हार्मोन थेरिपी लेने की सलाह दे सकते हैं।
यहां तक कि अगर हार्मोन थेरेपी मदद नहीं कर पा रही है या और अंग प्रभावित हो रहे हैं, तो सर्जरी ही एकमात्र उपाय बचता है। सर्जरी के दौरान, एंडोमेट्रियल ग्रोथ को हटा दिया जाएगा। यह आमतौर पर लेप्रोस्कोपी के माध्यम से किया जा सकता है।
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नीचे बताई गई जीवनशैली और घरेलू उपचार आपको एंडोमेट्रियोसिस से निपटने में मदद कर सकते हैं :
अगर आपको अपनी समस्या को लेकर कोई सवाल हैं, तो कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लेना न भूलें।
डिस्क्लेमर
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