जो लोग डायबिटीज से परेशान हैं उन्हें अपने खानपान का विशेष ख्याल रखना पड़ता है। ऐसे में कम कार्ब का सेवन करना एक अच्छा विकल्प है। यह ब्लड शुगर मेनटेन रखने में मदद करता है। सफेद चावल की जगह भूरा चावल का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। ब्राउन राइस में लोअर ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है जिसकी वजह से यह धीमी गति से पचता है और ब्लड शुगर को ज्यादा अफेक्ट नहीं करता।
ब्राउन राइस के फायदे 4: ग्लूटन फ्री (Gluten free) है ब्राउन राइस
बहुत सारे साबुत अनाज जैसे व्हीट,बार्ली में ग्लूटन प्रोटीन होता है। कुछ लोगों को ग्लूटन से एलर्जी होती है। उन्हें इससे पेट का दर्द, उल्टी और डायरिया जैसी दिक्क्तें शुरू हो जाती हैं। इसलिए ऐसे में वे लोग ग्लूटन फ्री डाइट लेना पसंद करते हैं और ब्राउन राइस नेचुरली ग्लूटन फ्री होता है।
ब्राउन राइस के फायदे 5 (Benefits of brown rice): हड्डियां होती हैं स्ट्रॉन्ग
हड्डियों को मजबूत बनाने में कैल्शियम की तरह मैग्नेशियम की भी अहम भूमिका होती है। ब्राउन राइस में मैग्नेशियम की मात्रा भरपूर होती है। ब्राउन राइस के नियमित एवं संतुलित मात्रा में सेवन से बोन मिनरल डेंसिटी बढ़ने में मदद करता है।
ब्राउन राइस के फायदे 6: इम्यून सिस्टम (Immune system) रहता है स्ट्रॉन्ग
ब्राउन राइस यानि भूरा चावल के सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इम्यून सिस्टम बेहतर रहने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और किसी भी बीमारी से लड़ना आसान हो जाता है। भूरा चावल में मौजूद विटामिन-ई मौजूद होता है, जो एंटीऑक्सिडेंट की तरह काम करता है। इसलिए इसका सेवन लाभकारी माना जाता है।
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ब्राउन राइस के फायदे 7: अस्थमा (Asthma) के पेशेंट के लिए है लाभकारी
अस्थमा (दमा) के मरीजों के लिए भी ब्राउन राइस लाभकारी माना जाता है। इसमें मौजूद फाइबर एवं एंटीऑक्सिडेंट अस्थमा के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार ब्राउन राइस के संतुलित मात्रा में सेवन से सांस संबंधी परेशानी दूर हो सकती है।