के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
पैराथायरॉइड ग्लैंड थायरॉइड ग्लैंड से जुड़े पाए जाने वाले चार छोटे ग्लैंड हैं। ये गले में एडम एप्पल के पीछे पाए जाते हैं। पैराथायरॉइड ग्लैंड (Parathyroid Cancer) में असाधारण रूप से हो रही बढ़त की वजह से कैंसर बनता है। पैराथायरॉइड कैंसर (Parathyroid Cancer) ऐसा कैंसर है, जो शरीर के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में आसानी से फैल सकता है।
पैराथायरॉइड कैंसर (Parathyroid Cancer) बहुत कम लोगों में पाया जाता है लेकिन इसके होने की सम्भावना 30 या उससे ज्यादा उम्र के लोगो में ज्यादा रहती है। किसी भी और जानकारी के लिए अपने नजदीकी डॉक्टर से जरूर मिलें।
नीचे दिए गए लक्षण पैराथायरॉइड के आम लक्षण हो सकते हैं :
यहां दिए गए लक्षणों के अलावा भी और लक्षण हो सकते हैं, और लक्षणों की जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से जरूर मिलें।
किसी भी और संकेत या लक्षण के दिखने पर अपने डॉक्टर से मिलें और सलाह ले। हर किसी का शरीर अलग स्थिति में अलग तरीके से प्रतिक्रिया करता है। इसलिए अपने शरीर के हिसाब से सही इलाज के लिए अपने डॉक्टर से जरूर मिलें।
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पैराथायरॉइड कैंसर (Parathyroid Cancer) के निम्न संभावित कारण ये हो सकते हैं :
अगर आपके परिवार में किसी को पैराथायरॉइड कैंसर (Parathyroid Cancer) रहा है तो आपको इसके होने की सम्भावना बढ़ जाती है। मल्टीप्ल एंडोक्राइन न्यूरोप्लासिया की स्थिति में भी संभव है कि आपको पैराथायरॉइड कैंसर हो जाए। MEN से जुड़े सभी कैंसर (Cancer) स्थिर होते हैं और ये शरीर के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में नहीं जाते। पैराथायरॉइड कैंसर (Parathyroid Cancer) के लिए कोई भी जेनेटिक कारण नहीं है।
जिन लोगो के परिवार में किसी को कभी भी पैराथायरॉइड कैंसर नहीं हुआ है उस स्थिति में आपको कैंसर होने की सम्भावना कम है।
आपकी मेडिकल हिस्ट्री या फिर फिजिकल एग्जामिनेशन : डॉक्टर आपके गले में गाठ या फिर कोई ऐसी स्थिति जो असाधारण है उसकी जांच कर सकते हैं जिससे कि पैराथायरॉइड कैंसर (Parathyroid Cancer) का पता लगाया जा सके।
खून और पेशाब के जांच : इससे भी आपके कैंसर का पता लगाया जा सकता है। इस टेस्ट में कैल्शियम की मात्रा और पैराथायरॉइड हॉर्मोन (Parathyroid hormone) की जांच की जाती है और उसी के परिणाम के आधार पर कैंसर के बारे में जानकारी दी जाती है।
पैराथायरॉइड स्कैन : इस टेस्ट में आपके शरीर में पैराथायरॉइड हॉर्मोन (Parathyroid hormone) की मात्रा का पता लगाया जाता है। टेस्ट में आपको रेडियोएक्टिव पदार्थ खिलाया जाएगा और काम कम से कम 30 मिनट तक लेटने को कहा जाएगा। इस दौरान आपके सर और गले की तस्वीरें ली जाएंगी और तीस मिनट के अंतराल के बाद फिर से तस्वीरें ली जाएंगी। कुछ समय बाद दोनों तस्वीरों के बीच तुलना की जाएगी और अन्तर के आधार पर पैराथायरॉइड कैंसर (Parathyroid Cancer) के होने या न होने की पुष्टि की जाएगी।
CT स्कैन ( कंप्यूटेड टोमोग्राफी ): कंप्यूटेड टोमोग्राफी की मदद से भी आपके शरीर के अंदर के तस्वीरें देखी जा सकती हैं।
मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग ( MRI ) : इस तकनीक से कंप्यूटर , एक्स-रे (X-Ray) और मैगनेट की मदद से चित्र बनाए जाते हैं। इनसे शरीर के अंदर हो रहे बदलावों को देखा जा सकता है।
सोनोग्राम : सोनोग्राम में साउंड वेव्स की मदद से भी पैराथायरॉइड कैंसर (Parathyroid Cancer) का पता लगाया जाता है।
ब्लड वेसल में एक डाई डालकर शरीर के सारे भागों में भेजी जाएगी और इसी दौरान एक्स-रे भी लिया जाएगा जिससे कि गांठों का पता लगाया जा सके।
शरीर की सभी नसों में से खून लिया जाएगा और पैराथायरॉइड हॉर्मोन के लिए जांचा जाएगा जिससे पैराथायरॉइड कैंसर का पता लगाया जा सके।
पैराथायरॉइड कैंसर के होने का पता लगने पर डॉक्टर ये पता लगाएंगे की वह कहां तक पहुंचा है। कभी-कभी कैंसर एक जगह से टूटकर दूसरी जगह जाकर नया कैंसर (Cancer) बनाने लगेगा। हर स्थिति में इलाज के तरीके में बदलाव आ सकता है।
पैराथायरॉइड कैंसर के इलाज का सबसे कारगर उपाय है सर्जरी। सर्जन कैंसर को निकाल सकते हैं साथ ही अगर कैंसर और जगहों पर भी पहुंच चुका है तो आसपास के टिशूज को भी निकाला जा सकता है।
रेडिएशन थेरेपी (Radiation therapy) में हम एक्स रे (X-Ray) या फिर या फिर ऊर्जावान किरणों की मदद से कैंसर की कोशिकाओं का इलाज किया जाता है।
रेडियोफ्रीक्वेंसी एब्लेशन में ऊर्जा या गर्मी की मदद से कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है साथ ही पैराथायरॉइड हॉर्मोन का लेवल भी कम किया जाएगा।
कीमोथेरपी में दवाओं की मदद से भी कैंसर का इलाज किया जा सकता है।
इसके अलावा डॉक्टर अपने अनुभव के हिसाब से दवाएं देकर भी इलाज कर सकते हैं।
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कैंसर के सभी मरीज इससे अलग- अलग ढंग से निपटते हैं। ये एक घातक बीमारी है और इस स्थिति में अपनी मानसिक स्थिति पर काबू रखना और धैर्य बनाए रखना बहुत जरूरी है। समय के साथ और आसपास के लोगों की सहायता से आप इस परेशानी की स्थिति में भी अपना ख्याल सही ढंग से रख पाएंगे।
उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसके अतिरिक्त किसी भी सवाल या जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से मिलें और सलाह लें।
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