पियोग्लीटाजोन + ग्लिमेपिराइड (Pioglitazone + Glimepiride) के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं??
सिरदर्द, सुस्ती, डायरिया , मतली, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश या दांत की समस्या हो सकती है। अगर इनमें से कोई भी प्रभाव लगातार बना रहता है या बिगड़ता है, तो अपने चिकित्सक या फार्मासिस्ट को तुरंत बताएं।
याद रखें कि आपके डॉक्टर ने इस दवा को निर्धारित किया है क्योंकि वह इसके लाभ और साइड इफेक्ट्स के जोखिम को बेहतर तरीके से समझते हैं। इस दवा का उपयोग करने वाले कई लोगों पर गंभीर दुष्प्रभाव नहीं होते हैं।
अपने चिकित्सक को तुरंत बताएं अगर आपको कोई गंभीर दुष्प्रभाव दिखाई दे रहा है, जिसमें दृष्टि समस्याएं (जैसे, रंग पहचानने या रात में देखने की समस्याएं), हड्डियों में फैक्चर, लाल रंग की यूरिन पास होना, बार-बार यूरिन आना , यूरिन करते समय दर्द, भूख कम लगना, पीली आंखें या त्वचा, मानसिक बदलाव (जैसे, भ्रम), दौरे, रक्तस्राव, संक्रमण के लक्षण (जैसे, बुखार, लगातार गले में खराश)।
यह दवा लो ब्लड शुगर (हाइपोग्लाइसीमिया) का कारण बन सकती है। हालांकि, इसकी समस्या तब हो सकती है तब आप उचित मात्रा में कैलोरी का सेवन न करें या अगर आप असामान्य रूप से बहुत ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं तो भी इसकी समस्या हो सकती है। लक्षणों में ठंडा पसीने, धुंधली दृष्टि, चक्कर आना, दिल की धड़कन तेज होना, सिरदर्द, बेहोशी, हाथों या पैरों में झुनझुनी और बहुत ज्यादा भूख शामिल हैं।
लो ब्ल्ड प्रेशर के इलाज के लिए ग्लूकोज की गोलियां खाएं। अगर आपके पास ग्लूकोज के अच्छे स्त्रोत नहीं है, तो आप इसकी जगह पर शहद या फलों का रस भी पी सकते हैं। साथ ही अपने स्वास्थ्य के बारे में तुरंत अपने डॉक्टर को भी बताएं। लो ब्लड शुगर को रोकने के लिए, नियमित समय पर भोजन करें। आपको कितनी मात्रा में और किस तरह के भोजन खाने चाहिए इसके बारे में अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से पता लगाएं।
हाई ब्लड शुगर (हाइपरग्लाइसीमिया) के लक्षणों में प्यास बढ़ना, बार-बार यूरिन आना, भ्रम होना, उनींदापन, तेजी से सांस लेना और सांस की बदबू शामिल हैं। अगर ये लक्षण होते हैं, तो अपने चिकित्सक को तुरंत बताएं।
इस दवा के इस्तेमाल से ज्यादा गंभीर समस्याएं नहीं देखी जाती हैं। हालांकि, अगर आपको किसी गंभीर एलर्जी के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर को बताएं। जिसमें शामिल हैं: दाने निकलना, खुजली होना, सूजन होना (विशेषकर चेहरे, जीभ, गले), चक्कर आना, सांस लेने में परेशानी होना।
हर कोई इन दुष्प्रभावों का अनुभव नहीं करता है। इसके अलावा ऊपर बताए गए दुष्प्रभावों को अलावा भी अगर किसी तरह के लक्षण दिखाई दे तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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कौन सी दवाएं पियोग्लीटाजोन + ग्लिमेपिराइड (Pioglitazone + Glimepiride) के साथ इंटरैक्शन कर सकती हैं?
जेमफाइब्रोजिल या रिफैम्पिन जैसी अन्य दवाएं पियोग्लीटाजोन के प्रभाव को कम या ज्यादा कर सकती हैं।
बीटा-ब्लॉकर दवाएं मेटोप्रोलॉल , प्रोप्रानोलोल, ग्लूकोमा आई ड्रॉप्स जैसे टिमोलोल दिल की धड़कन को तेज होने से रोक सकती हैं। आमतौर पर ऐसा तब महसूस होता है जब आपका ब्लड शुगर बहुत कम हो जाता है। इसके अलावा चक्कर आना, भूख लगना या पसीना आना भी लो ब्लड शुगर के लक्षण हो सकते हैं।