परिचय
नारंगी या संतरा क्या है (what is orange)?
नारंगी (Orange), जिसे संतरा भी कहते हैं, ये विटामिन सी से भरपूर होता है। इसका स्वाद खट्टा-मीठा होता है और यह बहुत ही गुणकारी फल माना जाता है। इसके छिलके से लेकर पत्तियों तक का इस्तेमाल औषधी के लिए किया जाता है। इसका पेड़ कंटीला झाड़ीनुमा होता है। नारंगी (Orange) जब पूरी तरह पक जाता है, तो इसका स्वाद बहुत अच्छा आता है। इसके छिलके का पाउडर त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है और इम्यूनिटी बूस्ट करने में भी इसकी अहम भूमिका होती है। सर्दी-जुकाम की समस्या जिन्हें ज्यादा होती है, उनके लिए संतरे का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। संतरे की कई वैरायटी होती है, कुछ पूरे नारंगी रंग के होते हैं, तो कुछ का रंग थोड़ा हरा होता है और कुछ साइज में भी छोटे होते हैं। इसका साइंटिफिक नाम है सिट्रस सिनेसिस (Citrus sinensis)। यह रुटिसियाई (Rutaceae) फैमिली का पौधा है।
पोषक तत्व
नारंगी में पोषक तत्व (Nutrients in Orange)
एक मीडियम साइज की नारंगी (Orange) में 93% विटामिन सी, फाइबर 11%, फोलेट 10%, विटामिन बी1 9%, पैंटोथेनिक एसिड 7%, कॉपर 7%, पोटैशियम 5%, कैल्शियम 5%। इसमें भरपूर एंटीऑक्सीडेंट भी होता है जो इम्यूनिटी बूस्टर का काम करता है, यह कैंसर सेल्स को भी बनने से रोकने में मदद करता है।
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फायदे
नारंगी के फायदे (Benefits of orange)
नारंगी (Orange) सेहत और आपकी स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होती है। संतरा एक फल ही नहीं वल्कि स्वास्थ्यवर्धक फल है। संतरे के जूस के भी अपने कई फायदे हैं। इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन सी होता है। लोहा और पोटेशियम भी काफी होता है। संतरे की सबसे बड़ी विशेषता ये है कि इसमें डेक्स्ट्रोज, खनिज एवं विटामिन शरीर में पहुंचते ही ऊर्जा देना प्रारंभ कर देते हैं। संतरे के सेवन से शरीर स्वस्थ रहता है, चुस्ती-फुर्ती बढ़ती है, त्वचा में निखार आता है तथा सौंदर्य में वृद्धि होती है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
संतरा में दूसरे एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। सर्दी-खांसी और बार-बार होने वाले किसी अन्य तरह के इंफेक्शन को रोकने में भी मदद करता है।
त्वचा की हिफाजत
नारंगी (Orange) में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को फ्री रेडिकल डैमेज से बचाता है, यानी एजिंग साइन को कम करता है। हर दिन एक संतरा खाने से आपके चेहरे पर उम्र के निशान कम होते जाएंगे।
हेल्दी हार्ट
संतरे में विटामिन बी6 की भरपूर मात्रा होती है जो हीमोग्लोबिन के उत्पादन में मदद करता है और इसमें मौजूद मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है। अमेरिका मे कैनेडियन रिसर्चर द्वारा की गई स्टडी के मुताबिक, सिट्रस फ्रूट (खट्टे फल) में पॉलीमेथोक्सिलेटेड फ्लेवोन नामक तत्व होता है जो किसी भी दवा के मुकाबले कोलेस्ट्रॉल लेवल को अधिक असरदार तरीके से कम करता है।
डायबिटीज में फायदेमंद
डायबिटीज के मरीजों के लिए संतरा खाना बहुत फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद फाइबर बल्ड शुगर लेवल को कंट्रोल रखता है। नारंगी (Orange) में नैचुरल फ्रूट शुगर फ्रक्टोज होता है जो खाने के बाद ब्लड शुगर लेवल को बहुत बढ़ने से रोकता है। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि आप एक दिन में ढेर सारे संतरे खा लें। एक साथ बहुत ज्यादा नारंगी (Orange) खाने से इंसुलिन बढ़ सकता है जिससे वजन बढ़ने लगता है।
भूख कंट्रोल करता है
नारंगी (Orange) फाइबर का अच्छा स्रोत है और फाइबर हेल्दी बॉडी के लिए बहुत जरूरी है। इससे आपका बाउल मूवमेंट ठीक रहता है, कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है, ब्लड शुगर लेवल में रहता है और वजन भी कंट्रोल में रहता है। हावर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के मुताबिक, फाइबर के सेवन से हार्ट डिसीज, डायबिटीज और कार्डियोवस्कुलर डिसीज का खतरा कम हो जाता है। फाइबर आपके डाइजेशन को स्लो कर देता है जिससे तुरंत-तुंरत भूख नहीं लगती और आप बार-बार खाने से बच जाते हैं। जो लोग वजन घटाना चाहते हैं उनके लिए नारंगी स्नैक्स का बेहतरीन विकल्प है।
कैंसर के खतरे को कम करता है
अमेरिकन इंस्टीट्यूट फॉर कैंसर रिसर्च के मुताबिक, डायट्री फाइबर कोलोरेक्टल कैंसर के साथ ही फेफड़े, पेट और मुंह के कैंसर के खतरे को भी कम करता है। इसमें डी-लाइमीन नामक तत्व होता है जो लंग, स्किन और ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करता है। विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट इम्यूनिटी बूस्ट करने के साथ ही कैंसर से लड़ने में भी मददगार है।
आंखों के लिए फायदेमंद
संतरे में कैरोटीनॉयड होता है। साथ ही इसमें मौजूद विटामिन ए आंखों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। विटामिन ए उम्र से संबंधित मस्कुलर डिजेनरेशन को रोता है। यह आंखों को प्रकाश को अवशोषित करने में मदद करता है।
रक्त चाप के लिए
इस फल में मौजूदा हेस्परिडिन और मैग्नीशियम, उच्च रक्त चाप (Blood Pressure) को नियंत्रण करने में कारगर साबित होते हैं| इसलिए जिन लोगों को रक्त चाप की दिक्कत रहती है वो अपनी डाइट में संतरे को जोड़ लें|
कब्ज से राहत
संतरे में घुलनशील और अघुलनशील दोनों फाइबर होते हैं जो आपके पेट को ठीक रखता है। इससे बाउल मूवमेंट भी ठीक रहता है। फाइबर कॉन्सिटपेशन (कब्ज) की समस्या दूर करने में मदद करता है।
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साइड इफेक्ट्स
नारंगी के ज्यादा सेवन से नुकसान (Disadvantages of excessive consumption of orange)
नारंगी का सेवन बहुत फायदेमंद होता है, लेकिन अधिक मात्रा में खाने से इससे नुकसान भी हो सकता है।
- नारंगी बहुत एसिडिक होता है जिससे इसके अधिक सेवन से हार्टबर्न हो सकता है। यह गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग (GERD) के लक्षणों को भी बढ़ा सकता है।
- एसिडिक होने के कारण बहुत अधिक संतरा खाने से आपको अपच की समस्या भी हो सकती है।
- एक अध्ययन के मुताबिक, अधिक नारंगी के सेवन से पेट में दर्द हो सकता है, ऐसे इसमें मौजूद फाइबर के कारण हो सकता है।
- बहुत अधिक संतरे का जूस पीने से आपका वजन बढ़ सकता है। दरअसल, संतरे के जूस में मौजूद कार्बोहाइड्रेट इसके लिए जिम्मेदार होता।
- नारंगी के अधिक सेवन से दांतों को भी नुकसान पहुंच सकता है। संतरे में मौजूद एसिड दांतों में मौजूद कैल्शियम से प्रतिक्रिया करता है जिसके परिणामस्वरूप दांतों में बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है।
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खुराक
एक दिन में कितना नारंगी (Orange) खाना चाहिए?
इस संबंध में कोई खास रिसर्च नहीं हुई है, लेकिन इसमें मौजूद विटामिन सी (Vitamin C) की हाई मात्रा को देखते हुए एक से दो नारंगी (Orange) ही खाने चाहिए। यदि नारंगी का सेवन आप औषधी के रूप में कर रहे हैं तो डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लेकर ही इसका सेवन करें। नारंगी (Orange) के छिलके, पत्ते, फूल आदि का इस्तेमाल दवा बनाने में किया जाता है।
नारंगी का सेवन किस रूप में किया जाता है?
- फल
- छिलके
- पत्ते
- फूल
- फल का रस
नारंगी (Orange) के छिलके का पाउडर बनाकर रख लें और उसमें गुलाबजल मिलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरे की समस्याएं खत्म होती है और स्किन ग्लो करने लगती है। यदि आप नारंगी (Orange) का जूस पी रहे हैं तो एक दिन में एक ग्लास से ज्यादा जूस न पीएं। जूस की बजाय नारंगी (Orange) खाना ज्यादा फायदेमंद होता है। ज्यादा जूस पीने से बॉडी में शुगर लेवल बढ़ जाता है और यह जल्दी पच भी जाता है, जबकि नारंगी खाने पर वजह जल्दी डाइजेस्ट नहीं होता है और देर तक पेट भरा होने का एहसास रहता है।
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