के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
शरीर के सुचारू रूप से काम करने के लिए कैल्शियम बेहद जरूरी है। कैल्शियम शरीर से फास्फेट जैसे पदार्थों को निकालने का भी काम करता है। कैल्सिमैक्स फोर्ट का इस्तेमाल कैल्शियम की कमी से जूझ रहे लोगों का इलाज करने के लिए किया जाता है। इतना ही नहीं कैल्सिमैक्स फोर्ट का अन्य बीमारियों के उपचार में भी इस्तेमाल होता है। बता दें कि इसमें मौजूद एक्टिव इंग्रीडिएंट्स में कैल्शियम कार्बोनेट और विटामिन डी थ्री होता है। कैल्सिमैक्स फोर्ट फिल्म कोटेड टैबलेट के रूप में मौजूद होता है। वहीं इसमें कैल्शियम कार्बोनेट 1000 एमजी, विटामिन डी 3200 आईयू, जिंक सल्फेट मोनोहाइड्रेट 11 एमजी और मैग्नीशियम हाइड्रोक्साइड 240 एमजी के रूप में मौजूद होता है।
गर्भवती और शिशु को दूध पिलाने वाली महिलाओं को दो टैबलेट प्रतिदिन और मासिक धर्म के दौरान तीन टैबलेट प्रतिदिन लेने की सलाह दी जाती है, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि पहले डॉक्टरी सलाह ले लें। यदि आपके डॉक्टर ने इस दवा का सेवन करने की सलाह दी है तो जरूरी है कि कुछ मेडिकल टेस्ट करवाने चाहिए जैसे कैल्शियम लेवल की जांच। ताकि दवा का सेवन करने के दौरान आप ठीक हो रहे हैं या नहीं इसको लेकर समय-समय पर पता चल सके।
कई बार इस दवा का ओवरडोज ले लेने से सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। ऐसे में जल्द से जल्द इमरजेंसी उपचार करवाना चाहिए। इतना ही नहीं ओवरडोज होने पर मरीज को जी मचलाना, उल्टी, भूख में कमी, मूड बदलना, सिर दर्द, सिर चकराना, कमजोरी और थकान का अहसास हो सकता है। शरीर में इस प्रकार के बदलाव दिखने पर जरूरी है कि जल्द से जल्द डॉक्टरी सलाह लें।
यदि कोई व्यक्ति इस दवा का सेवन करना भूल जाता है तो जरूरी है कि जितना जल्दी संभव हो दवा का सेवन करना चाहिए। वहीं यदि अगले वाले डोज का समय हो गया है तो छूटी हुई डोज को भूलकर अगली डोज को निर्धारित समय पर लें। एक साथ डबल डोज का सेवन न करें। जल्दी ठीक होने की चाह में अतिरिक्त दवा का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
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वैसे तो इस दवा का इस्तेमाल व्यक्ति के लक्षणों आदि को देखते हुए डॉक्टर करते हैं। इस दवा का इस्तेमाल कर ऐसे मरीजों का इलाज किया जाता है जिन्हें डायट व खानपान के द्वारा पर्याप्त कैल्शियम नहीं मिल पाता। लो ब्लड कैल्शियम लेवल का उपचार करने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है। कैल्सिमैक्स फोर्ट का इस्तेमाल ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी में लो कैल्शियम लेवल का उपचार करने के लिए करने के साथ कमजोर हड्डियां, (ऑस्टियोमलेशिया/रिकेट्स) हाइपोथायराॅइडिज्म के साथ कुछ मसल्स डिजीज का इलाज में किया जाता है।
महिलाएं जिन्हें पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम नहीं मिलता है उनको यह दवा दी जाती है। उदाहरण के तौर पर गर्भवती महिलाएं, कामकाजी महिलाएं और मेनोपॉज के बाद ये दवा दी जाती है।
कैल्शियम शरीर के लिए काफी अहम भूमिका निभाता है। शरीर सुचारू रूप से काम करे इसलिए नर्व, सेल्स, मसल्स और हड्डियों को यह ताकत पहुंचाने का काम करता है। हमारे खून में जब पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम न हो तो उस स्थिति में हमारा शरीर हड्डियों से कैल्शियम लेता है। ऐसा होने से हड्डियां कमजोर पड़ जाती हैं। ऐसे में मजबूत हड्डियों के लिए शरीर में कैल्शियम का होना बेहद जरूरी है।
इस दवा की चबाने वाली टैबलेट में शुगर की मात्रा होती है। ऐसे में डायबिटीज से ग्रसित मरीजों को काफी सावधानी से दवा का सेवन करना चाहिए। सुरक्षित रूप से दवा का सेवन करने के लिए जरूरी है कि ऐसे मरीजों को डॉक्टरी सलाह लेना चाहिए। निम्न पदार्थों से नैचुरल तरीके से विटामिन डी और कैल्शियम प्राप्त कर सकते हैं।
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संभावनाएं रहती है कि इस दवा का सेवन करने के कारण कहीं मरीज में नकारात्मक असर न दिखें। मेजर रिएक्शन की स्थिति में जरूरी है कि मरीज जल्द से जल्द डॉक्टरी सलाह ले नहीं तो स्थिति और गंभीर हो सकती है।
इस दवा का सेवन करने के साथ यदि मरीज हाई फाइबर डायट ले लें तो उसे डायरिया की शिकायत हो सकती है। ऐसे मरीज जिनमें हार्मोन डिसऑर्डर या फिर पैराथायराॅइड ग्रंथि सहित किडनी डायलिसिस और अन्य कैल्शियम से संबंधित समस्या है उसे डॉक्टरी सलाह जरूर लेना चाहिए।
कैल्सिमैक्स फोर्ट का सेवन करने से होने वाले माइनर साइड इफेक्ट्स
मेजर साइड इफेक्ट पर एक नजर
इन रोगों से ग्रसित मरीजों को कैल्सिमैक्स फोर्ट लेने की नहीं दी जाती है यह दवा
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यदि आप गर्भवती हैं तो जरूरी है कि इस दवा का सेवन करने के पहले डॉक्टरी सलाह लें। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को विटामिन डी की खुराक दी जाती है। ऐसे में यह दवा देने से अतिरिक्त खुराक हो सकती है। जरूरी है कि ऐसे मामलों में डॉक्टरी सलाह ली जाए। वहीं शिशु को दूध पिलाने वाली महिलाओं को भी इस दवा का सेवन करने के पूर्व डॉक्टरी सलाह लेना चाहिए।
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यह दवा अलग-अलग लोगों पर अलग अलग तरीके से रिएक्शन करती है। ऐसे में डॉक्टरी सलाह लेने के बाद ही दवा का उपयोग करना चाहिए। बता दें कि कुछ दवाओं के साथ कैल्सिमैक्स फोर्ट का यदि सेवन करें तो रिएक्शन हो सकता है, जैसे
इस दवा का सेवन करने के दौरान मरीज को कैल्शियम सिट्रेट लेने की सलाह नहीं दी जाती है। ऐसे में मरीज की क्लीनिकल कंडिशन को भांपते हुए डोज एडजस्टमेंट के साथ इस दवा को छोड़ वैकल्पिक दवाओं के द्वारा मरीज का इलाज किया जाता है।
बता दें कि ऐसी दवाएं जो यहां पर अंकित नहीं की गई हैं संभावनाएं हैं कि वे भी इस दवा के साथ रिएक्ट कर सकती हैं। इसलिए डॉक्टर को उपयोग करने वाली सभी दवाओं की जानकारी दें। साथ ही कोई भी नकारात्मक लक्षण दिखने पर जल्द से जल्द डॉक्टरी सलाह ली जाए।
इस दवा का सेवन करने के साथ शराब का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि संभावनाएं रहती हैं कि कुछ साइड इफेक्ट्स हों। इसलिए जरूरी है कि यदि आप इस दवा के साथ शराब का सेवन करने की सोच रहे हैं तो डॉक्टर की सलाह लें।
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कैल्सिमैक्स फोर्ट को घर में सामान्य रूम टेम्प्रेचर पर सूर्य की सीधी किरणों से बचाकर रखें। 25 डिग्री तापमान दवा के लिए बेस्ट है, लेकिन फ्रिज में रखने की गलती कतई न करें। यदि आप ऐसा करते हैं तो यह दवा सामान्य रूप से काम नहीं कर पाएगी। इसके अलावा इसे बच्चों और पालतू जानवरों की पहुंच से दूर रखें। दवा को एयरटाइट कंटेनर में रख सकते हैं। दवा को फ्लश नहीं करना चाहिए, इससे पर्यावरण को नुकसान पहुंच सकता है। दवा एक्सपायर हो जाए तो उसे कैसे डिस्पोज करना है उसको लेकर फॉर्मासिस्ट से सलाह लेनी चाहिए।
इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए डाॅक्टरी सलाह लें। हैलो हेल्थ ग्रुप चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है।
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