इस दवा के इस्तेमाल से ब्लड शुगर लेवल कम (हाइपोग्लाइसिमिया) हो सकता है। अगर आप बहुत ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं या पर्याप्त मात्रा में कैलोरी नही लेते हैं तो यह समस्या हो सकती है। ब्लड शुगर लेवल कम होने के लक्षण इस प्रकार हैं; अचानक पसीना होना, कांपना, तेज हार्टबीट होना, भूख लगना, धुंधला दिखाई देना, सिर चकराना और हाथों और पैरों में झुनझुनी होना।
ब्लड शुगर लेवल कम होने की स्थिति में अपने साथ ग्लूकोज की टैबलेट या जेल रखना अच्छा होता है। अगर आप इन चीजों को नहीं रखते हैं तो चीनी, शहद, कैंडी आदि खाने से या फ्रूट जूस या नॉन डाइट सोडा पीने से आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। इस प्रोड्क्ट के इस्तेमाल और रिएक्शन के बारे में डॉक्टर को जरूर बताएं। ब्लड शुगर लेवल को कम होने से रोकने के लिए आप नियमित रूप से भोजन करें, कभी भी भोजन करना ना छोड़ें। अगर आप भोजन छोड़ देते हैं तो इस स्थिति में क्या करना चाहिए? इस बारे में डॉक्टर या फार्मासिस्ट से संपर्क करें।
हाई ब्लड शुगर लेवल (हाइपरग्लाइसिमिया) के लक्षण जैसे प्यास लगना, ज्यादा यूरिन पास होना , कंफ्यूजन, ऊँघना, फ्लुशिंग, तेजी से सांस चलना, सांसो से फलों की महक आना आदि होते हैं। अगर आपको ये लक्षण महसूस हों तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। आपके दवाई की खुराक को बढ़ाया जा सकता है।
इस दवा के इस्तेमाल से कभी कभी ही गंभीर एलर्जिक रिएक्शन होते हैं। अगर इन गंभीर एलर्जिक रिएक्शन को महसूस करते हैं जैसे चकते पड़ना, खुजली/सूजन (खासतौर पर चेहरे/जीभ/गले में), सिर चकराना, सांस लेने में दिक्कत होना आदि, तो इस स्थिति में मेडिकल सेवाओं की सहायता तुरंत लें।
सभी लोगों को ये सारे साइड इफेक्ट्स महसूस नहीं होते हैं। यहां पर आपको सारे साइड इफेक्ट्स नहीं बताए गए हैं। अगर आपको इन साइड इफेक्ट्स को लेकर कोई चिंता है तो अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से जरूर संपर्क करें।
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कौन सी दवाएं ग्लिमेपिराइड के साथ नहीं ली जा सकती हैं?
ऐसी बहुत सी दवाइयां हैं जो आपके ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित कर सकती हैं। जिससे इसे कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है। दवा को शुरू करने, बंद करने या इसमें बदलाव करने से पहले आप अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से बात करें कि कैसे यह दवा आपके ब्लड शुगर को प्रभावित कर सकती है। अगर आपको हाई ब्लड शुगर लेवल के लक्षण (साइड इफेक्ट्स वाला भाग देखें) महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर को बताएं। आपका डॉक्टर आपकी डायबिटीज की दवाइयों, एक्सरसाइज प्रोग्राम और डायट में बदलाव या सुधार कर सकता है।
बीटा ब्लॉकर्स दवाइयां (जिसमें मेटोप्रोलोल, प्रॉप्रेनोलोल) मोतियाबिंद में इस्तेमाल होने वाले आई ड्रॉप्स जैसे टिमोलोल, आपके तेज हार्टबीट को रोक सकते हैं जिसे आप आमतौर पर महसूस करते हैं जब आपका ब्लड शुगर लेवल बहुत कम (हाइपोग्लाइसिमिया) होता है। ब्लड शुगर लेवल कम होने के दूसरे लक्षण जैसे सिर चकराना, भूख लगना या पसीना आना आदि इन दवाइयों से प्रभावित नहीं होते हैं।
अपनी दवाइयों (जैसे कफ और सर्दी-जुकाम के प्रोडक्ट्स) के लेबल को चेक करें क्योंकि इनमें कुछ ऐसे सामग्री होते हैं जो आपके ब्लड शुगर को प्रभावित कर सकते हैं। इन प्रोडक्ट्स को सुरक्षित इस्तेमाल करने के लिए अपने फार्मासिस्ट से पूछें।
अगर आप वर्तमान में कोई दवा ले रहें हैं तो ग्लिमेपिराइड उसके साथ इंटरैक्ट कर सकता है जिससे दवा का एक्शन प्रभावित होगा या फिर गंभीर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इस चीज को रोकने के लिए आप उन दवाओं (जिनमें प्रिस्क्रिप्शन ड्रग, नॉनप्रिस्क्रिप्शन ड्रग और हर्बल प्रोडक्ट शामिल हैं) की लिस्ट रखें और उन्हें डॉक्टर या फार्मासिस्ट के साथ शेयर करें। सुरक्षा के लिहाज से आप बिना डॉक्टर के सहमति के ना तो कोई दवा अपने से शुरू करें, ना ही बंद करें और ना ही उसकी खुराक को बदलें।
क्या भोजन या एल्कोहॉल के साथ ग्लिमेपिराइड लेना सुरक्षित है?
ग्लिमेपिराइड भोजन या एल्कोहॉल के साथ इंटरैक्ट कर सकता है। जिससे ड्रग का एक्शन प्रभावित हो सकता है या फिर गंभीर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। इसलिए भोजन या एल्कोहॉल के साथ इस ड्रग को इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या फार्मासिस्ट से इस बारे में बात करें।
ग्लिमेपिराइड खाने से स्वास्थ्य पर किस तरह का प्रभाव पड़ सकता है?
ग्लिमेपिराइड आपके स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार इंटरैक्ट कर सकता है। इससे आपकी स्वास्थ्य स्थिति और अधिक खराब हो सकती है या दवा का एक्शन प्रभावित हो सकता है। इसलिए बेहतर यही होगा कि आप अपने मौजूदा स्वास्थ्य स्थिति के बारे में अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट को बताएं।