सिल्वर क्लोराइड सूर्य की पराबैंगनी किरणों के प्रति अत्यंत संवेदनशील होता है। जैसे ही फोटोक्रोमेक लेंस को धूप में ले जाया जाता हैं तो सूर्य के प्रकाश में मौजूद पराबैंगनी किरणें कांच से टकराती हैं। ये किरणें सिल्वर क्लोराइड के अणुओं को दो हिस्सों- सिल्वर और क्लोरीन के परमाणुओं में तोड़ देती हैं। जिससे सिल्वर क्लोराइड से टूटकर अलग हुआ सिल्वर कण ही फोटोक्रोमेक लेंस से बने चश्में के कांच का रंग काला कर देता है। जब फोटोक्रोमिक लेंस को धूप में से हटा दिया जाए या पराबैंगनी किरणों से दूर कर दिया जाए। तो वही सिल्वर और क्लोरीन एक बार फिर से जुड़कर सिल्वर क्लोराइड का अणु बना लेते हैं। जिसके बाद फोटोक्रोमेक लेंस का चश्मा वापस से सफेद रंग का या रंगहीन हो जाता है।
फोटोक्रोमिक लेंस में इस तरह की प्राकृतिक क्रिया इसलिए हो पाती है क्योंकि फोटोक्रोमिक लेंस में अक्रियाशील पदार्थ होने की वजह से सिल्वर क्लोराइड के टूटने के बाद भी सिल्वर और क्लोरीन वहीं मौजूद रहते हैं जो पराबैंगनी किरणों के हटाते ही दोबारा आपस में मिलकर सिल्वर क्लोराइड बना लेते हैं।
फोटोक्रोमिक लेंस का इस्तेमाल कहां-कहां किया जाता है?
आमतौर पर फोटोक्रोमिक लेंस का इस्तेमाल हवाई जहाज के विंड स्क्रीन और खिड़कियां बनाने में भी किया जाता है। इसके अलावा, कुछ विशेष परिस्थितियों में प्रकाश संवेदी दवाएं रखने वाली बोतलें बनाने के लिए भी फोटोक्रोमिक लेंस का इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि, ट्रांजीशन लेंस का इस्तेमाल अब नंबर के चश्में और साधारण चश्में बनाने के लिए भी किया जा रहा है।
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ट्रांजीशन लेंस के फायदे क्या हैं?
ट्रांजीशन लेंस या फोटोक्रोमिक लेंस का सबसे बड़ा फायदा है कि यह आंखों को सूर्य की हानिकारक अल्ट्रावायलेट किरणों और यूवीबी किरणों से 100 फीसदी तक सुरक्षा प्रदान करता है। साथ ही ट्रांजीशन लेंस लगभग सभी तरह के लेंस और डिजाइन में उपलब्ध है। इनमें हाई इंडेक्स लेंसेस, बिफोकल्स और प्रोग्रेसिव लेंसेस शामिल हैं। वहीं, अगर आंखों पर सूर्य की यू वी किरणें पड़ती हैं, तो इससे मोतियाबिंद का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, ट्रांजीशन लेंस का इस्तेमाल वयस्कों से लेकर छोटे उम्र के बच्चे भी कर सकते हैं, जो पूरी तरह से सुरक्षित है। हालांकि, फिर भी अगर आप कंप्यूटर स्क्रिन पर काम करना चाहते हैं और आपको नंबर का चश्मा चढ़ा हुआ है, तो आपको साधारण नंबर वाले चश्में का ही इस्तेमाल ही अधिक करना चाहिए, लेकिन अगर आप धूप में बाहर निकल रहे हैं या ड्राइविंग कर रहे हैं, तो ट्रांजीशन चश्में का ख्याल बेहतर हो सकता है।