सर्वाइकल सरक्लेज (Cervical Cerclage) यानी गर्भाशय ग्रीवा में जानें वाली एक प्रक्रिया है जिसका इस्तेमाल महिलाओं की गर्भाशय से जुड़ी सर्जरी के लिए किया जाता है। इस सर्जरी की मदद से गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय ग्रीवा को बंद रखने में मदद की जाती है। सर्वाइकल सरक्लेज की सर्जरी के दौरान गर्भाशय ग्रीवा (गर्भ की गर्दन) में एक विशेष टांका लगाया जाता है।
ऐसी महिलाएं जिनका गर्भाशय ग्रीवा कमजोर है, ऐसी स्थिति में जब उनका गर्भ 14 सप्ताह का होता जाता है तभी इस सर्जरी को किया जा सकता है।
प्रेग्नेंट होने के बाद म्यूकस के प्लग के साथ गर्भाशय ग्रीवा को कसकर बंद करना चाहिए। जैसे-जैसे गर्भ के अंदर शिशु का विकास होता है, गर्भाशय ग्रीवा पर दबाव बढ़ने लगता है। अगर गर्भाशय ग्रीवा कमजोर है, तो आपका गर्भाशय ग्रीवा बिना किसी दर्द के लक्षण के ही खुल सकता है और गर्भ की झिल्ली भी टूट सकती है। जो गर्भपात का कारण भी बन सकता है।
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अगर आपका गर्भाशय ग्रीवा बहुत जल्दी खुल सकता है या इसकी संभावना बन रही है तो आपका डॉक्टर आपको सर्वाइकल सरक्लेज (Cervical Cerclage) की सलाह दे सकते हैं। इसके अलावा अगर समय से पहले ही बच्चे के जन्म की संभावना है तो उसे रोकने के लिए भी गर्भावशय के ग्रीवा की सर्जरी की जा सकती है। इसके अलावा निम्न स्थितियों में भी इसकी सलाह दी जा सकती हैः
आइए अब जानते हैं कि इस सर्जरी से क्या जोखिम हो सकते हैं।
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सर्वाइकल सरक्लेज हर महिला के लिए उचित नहीं हो सकती है। यह कई कंभीर समस्याओं और साइड इफेक्ट्स के खतरे को बढ़ा सकती है। साथ ही, हर बार यह जन्म से पहले होने वाले प्रसव को भी नहीं रोक सकती है। सर्वाइकल सरक्लेज (Cervical Cerclage) के जोखिमों को समझें और यह आपके लिए या आपके बच्चे के लिए किस तरह से फायदेमंद या जोखिम भरी हो सकती है इसके बारे में भी अपने डॉक्टर से बात करें।
इन स्थितियों में आपका डॉक्टर आपको इस सर्जरी की सलाह नहीं देते हैं:
गर्भाशय ग्रीवा की सर्जरी कराने से तुरंत बाद अपने डॉक्टर से संपर्क करें। अगर आपकी योनि से किसी भी तरह का तरह पदार्थ बहता है तो। यह ग्रीवा की झिल्लियों के समय से पहले टूटने का संकेत हो सकते हैं। अगर आपको इस तरह की समस्या या गर्भाशय में इंफेक्शन (Infection) होती है को आपका डॉक्टर गर्भाशय ग्रीवा के इस सर्जरी को जल्दी से हटाने की सलाह दे सकते हैं।
हालांकि इससे आपको कुछ समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। अगर आपको सर्जरी के बाद नीचे बताई गई समस्याएं महसूस होती हैं, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। सर्वाइकल सरक्लेज से जुड़ी समस्याएं हैं:
आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि अगर दूसरी तिमाही में आपकी गर्भाशय ग्रीवा फैलती है, तो संभव है कि आपको सर्वाइकल सरक्लेज न होने पर भी इन समस्याओं का अनुभव हो सकता है।
इस सर्जरी को करवाने से पहले इसके लाभ और जोखिमों को समझना बेहद जरूरी हो सकता है। अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है तो इस बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
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आइए अब जानते हैं इस सर्जरी को कैसे किया जाता है। जानिए इस सर्जरी की प्रक्रिया क्या है।
सर्वाइकल सरक्लेज से पहले, आपको अपने गर्भ में पल रहे शिशु के संकेतों की जांच करानी चाहिए और बच्चे के जन्म से जुड़े किसी भी दोष का पता लगाने के लिए अल्ट्रासाउंड टेस्ट (Ultrasound test) कराने की सलाह दी जा सकती है।
इस सर्जरी की प्रक्रिया आमतौर पर 20 से 30 मिनट में पूरी की जाती है। इस सर्जरी के दौरान सर्जन आपको स्पाइनल एनेस्थेटिक (Spinal anesthesia) की खुराक दे सकते हैं।
आपके पैर ‘रकाब’ में रखे जाएंगे। यह मेटल का बना होता है जिसके अंदर पैर डाला जाता है ताकि, ऑपरेशन के दौरान आसानी हो सके। इस सर्जरी के दौरान योनि को साफ करने के लिए एंटीसेप्टिक (Antiseptic) का इस्तेमाल किया जाएगा। गर्भाशय ऊपर उठाने के लिए डॉक्टर आपनी योनि में उपकरणों की मदद से गर्भाशय ग्रीवा में और उसके आसपास सिलाई करते हैं जिसके लिए एक मोटी सिंथेटिक टेप का इस्तेमाल किया जाता है।
अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है तो अपने डॉक्टर से इस बारे में बात करें।
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नीचे हम बताने जा रहे हैं कि सर्वाइकल सरक्लेज के बाद क्या होता है :
सर्जरी के अगले दिन आप घर वापस जा सकती हैं।
इस प्रक्रिया के कुछ दिनों बाद तक योनि से थोड़ा-बहुत खून बह सकता है जो सामान्य है।
लगभग 7 से 10 दिनों के बाद आप अपनी सामान्य गतिविधियां और शारीरिक काम करना फिर से शुरू कर सकती हैं। हालांकि, भारी-भरकम शारीरिक काम करने और वर्कआउट (Workout) करने से परहेज करना होगा।
अगर किसी भी तरह के दर्द (Pain), ब्लीडिंग (Bleeding) या लेबर पेन (Labor pain) का अनुभव होता है तो इसके बारे में तुरंत अपने डॉक्टर को जानकारी दें।
प्रेग्नेंसी के करीब 36 सप्ताह या डिलिवरी के बाद डॉक्टर इस सिलाई को हटा देंगें।
सर्वाइकल की परेशानी से बचने के लिए योग का सहारा लिया जा सकता है।
डिस्क्लेमर
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