के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
एक सर्जिकल मेथड जिसे रेडियोफ्रीक्वेंसी टिूशज रिडक्शन और रेडियोफ्रीक्वेंसी टिशू एब्लेशन के नाम से भी जाना जाता है। यह सर्जरी में लंबे समय से चली रही खर्राटे की समस्या को ठीक करने के लिए की जाती है। जिसमें पेशेंट के सॉफ्ट पेलेट (Soft Palate) और यूव्युला (Uvula) के टिशूज को हटाया जाता है।
लेजर और दूसरे तरीकों के विपरीत इस प्रॉसेस में मरीज के सॉफ्ट पैलेट टिशूज को बर्न करने के लिए बहुत कम रेडियोफ्रिक्वेंसी हीट एनर्जी लेवल का यूज किया जाता है। एक छोटे प्रॉन्ग (नुकीला शूल) को गले की पीछे की और से मुंह में इंसर्ट किया जाता है। फिर सॉफ्ट पैलेट जिसे म्यूकोसा कहते है की सतह के नीचे रेडियोफ्रीक्वेंसी एनर्जी पहुंचाई जाती है। टिशूज के सिकुड़ने और बचे हुए टिशूज के स्टिफ होने से स्नोरिंग या खर्राटे के लक्षणों में कमी आती है। बॉडी धीरे-धीरे नैचुरली इन बर्न एरियाज को हील कर देती है और नए टिशूज बनाती है। सर्जन इस सर्जरी को लोकल एनेस्थिसिया देकर करते हैं। इस प्रक्रिया में आमतौर पर 30 मिनिट लगते हैं।
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ज्यादातर लोग कभी-कभी खर्राटे लेते हैं, लेकिन कुछ लोगों को लगातार खर्राटे लेने की आदत लंबे समय से होती है। जब आप सोते हैं तो आपके गले के टिशूज रिलैक्स होते हैं। कई बार ये टिशूज वाइब्रेट होते हैं और इनसे एक कर्कश ध्वनि निकलती है। इसे खर्राटा कहते हैं। जब ये समस्या बहुत ज्यादा बड़ जाती है तब सोमनोप्लास्टी का सहारा लिया जाता है।
फूड एंड ड्रग एडमिस्ट्रेशन (FDA) ने कई प्रकार की मेडिकल कंडिशन्स के ट्रीटमेंट के लिए मेडिकल ट्रीटमेंट को अप्रूव किया है। जिनमें हेबिच्युल स्नोरिंग (habitual snoring) और क्रोनिक नेजल ऑब्स्ट्रक्शन (chronic nasal obstruction) शामिल है। चूंकि यह प्रॉसेस एयरवे में टिशूज के वॉल्यूम को कम करती है तो यह ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया Obstructive Sleep Apnea (OSA) के लक्षणों में भी सुधार कर सकती है। हालांकि, यह ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया का ट्रीटमेंट नहीं है।
यह जरूरी है कि इसमें अपने खर्राटे का ट्रीटमेंट कर रहे हैं फिजिशियन और स्नोरिंग की जांच कर रहे ईएनटी डॉक्टर को इवैल्यूशन के दौरान शामिल करना चाहिए। इसके साथ ही स्नोरिंग के लिए सर्जिकल ट्रीटमेंट लेने से पहले आपको ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया की जांच कर लेनी चाहिए। ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया एक कंडिशन है जो दूसरी मेडिकल प्रॉब्लम्स से जुड़ी होती है जिसमें हार्ट डिजीज, स्ट्रोक का जोखिम, दिन में नींद आना आदि शामिल हैं। स्नोरिंग भी इसका एक हिस्सा है, लेकिन अगर आप खर्राटे लेते हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपको ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया है।
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यहां सोमनोप्लास्टी से जुड़े कुछ ऐसे कॉम्प्लिकेशन बताए जा रहे हैं जिनके बारे में सर्जरी से पहले जानना जरूरी है।
ज्यादातर सर्जन्स का मानना है कि 80 प्रतिशत पेशेंट जो सोमनोप्लास्टी से गुजरते हैं उनके खर्राटे लेने में पर्याप्त कमी आती है। भले ही वह एक वर्ष के लिए हो। इसके साथ ही उनकी स्नोरिंग के लेवल में कमी आती है और उनके साथ सोने वाले पार्टनर्स इस बात की पुष्टि करते हैं।
यह सर्जरी ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एप्निया, स्लीप एप्निया और पैथोलॉजिकल स्लीप कंडिशन के इलाज में कारगर नहीं है।
सोमनोप्लास्टी आवाज में परिवर्तन, नेजल रिगरगिटेशन (Nasal Regurgitation) और वेलोफैरेनजियल इंसफिशिएंसी (velopharyngeal insufficiency) का कारण बन सकती है। ऐसा तब होता है जब लिक्विड नेजल कैविटी में चला जाता है। हालांकि यह एक रेयर कॉम्पिलकेशन है।
सोमनोप्लास्टी के बाद ऐसा तब होता है जब टिशूज कुछ समय के बाद फिर से स्ट्रेच हो जाते हैं।
सोमनोप्सास्टी के कुछ कॉमन साइड इफेक्ट्स यहां बताए जा रहे हैं। जरूरी नहीं है कि सभी को ये साइड इफेक्ट्स हों।
सर्जरी कराने से पहले इससे जुड़ी सावधानियों और चेतावनियों को समझें। अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो कृपया अपने सर्जन से इसके बारे में अधिक जानकारी लें।
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इसके कारण होनी वाली सभी समस्याओं के बारे में ऊपर नहीं बताया गया है। कुछ समस्याएं आपकी स्वास्थ्य स्थिति और सर्जरी के बाद देखभाल करने की प्रक्रिया पर भी निर्भर कर सकती है। इसलिए अगर आपको किसी तरह की स्वास्थ्य स्थिति है, तो सोमनोप्लास्टी सर्जरी कराने से पहले इसके बारे में अपने सर्जन से बात करें।
इस सर्जरी से पहले एस्प्रिन (Asprin) या किसी भी ऐसी मेडिसिन का सेवन जिसमें एस्प्रिन हो सर्जरी के 10 दिन पहले से नहीं करना चाहिए। अगर आप दवा के कंटेंट को लेकर निश्चित नहीं है तो अपने फर्मासिस्ट या डॉक्टर से इस बारे में बात करें। अगर आप पेनकिलर का यूज करना चाहते हैं तो आप एसिटामिनोफेन (acetaminophen) का उपयोग कर सकते हैं, लेकिन आईबूप्रोफेन का उपयोग न करें। इसके संबंध में भी पहले अपने डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करें। यह सभी नॉनस्टेरियोडायल एंटी इंफ्लामेट्री ड्रग्स पर लागू होता है।
आप सर्जरी के पहले लाइट फूड खा सकते हैं। अगर आप स्मोक करते हैं तो सिगरेट छोड़ना या कम करना अब बेहद जरूरी है। इससे सर्जरी के बाद होने वाली ब्लीडिंग को कम करने में मदद मिलेगी और कफ भी कम होगा। डॉक्टर गले को एनेस्थिटाइज करने के लिए आपको ओरल स्प्रे देंगे। साथ ही आपको कुछ इंजेक्शन दिए जाएंगे ताकि उस एरिया को पूरी तरह सुन्न किया जा सके जहां पर सर्जरी करनी है। इंजेक्शन लगाए जाने पर आप थोड़ा डिसकंफर्ट महसूस कर सकते हैं।
सोमनोप्लास्टी सर्जरी की प्रक्रिया के दौरान आपको सीधे बैठने के लिए कहा जाएगा और आपको पूरी प्रक्रिया के दौरान जागना होगा। सर्जरी शुरू करने से पहले वे आपसे प्रॉसेस और यूज करने वाले इक्विपमेंट आदि के बारे में डिसकस करेंगे। हर एरिया पर कुछ मिनटों के ट्रीटमेंट की आवश्यकता होती है।
सोमनोप्लास्टी प्रक्रिया की शुरुआत में आपका डॉक्टर सॉमनस डिवाइस को रेडियो फ्रीक्वेंसी जनरेटर से कनेक्ट करेगा। इस डिवाइस में छोटा सा इलेक्ट्रोड होता है जिसे डॉक्टर सॉफ्ट पैलेट में टिशूज में इंसर्ट करते हैं और तीन डिफरेंट एरियाज से एनर्जी को डिलिवर करते हैं।
इलेक्ट्रोड का कुछ हिस्सा आपके कोमल टिशूज की रक्षा भी करता है। सर्जन रेडियोफ्रीक्वेंसी एनर्जी को नियंत्रण में रखकर सीमित टिशूज को हीट करता है। ज्यादातर पेशेंट को इस प्रक्रिया के दौरान परेशानी का अनुभव नहीं होता।
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सर्जरी के बाद कंफर्टेबल फील करने के बाद उसी दिन घर जा सकते हैं। ज्यादातर पेशेंट उसी दिन ड्राइव करने में भी सक्षम होते हैं। हालांकि आपको थोड़ा डिसकंफर्ट महसूस हो सकता है। कई पेशेंट गले में फुलनेस फील होने की शिकायत करते हैं। आप गले में दर्द का भी अनुभव कर सकते हैं। साथ ही शुरुआत के कुछ दिन स्नोरिंग प्रॉब्लम और भी बुरी हो सकती है क्योंकि इस दौरान ट्रीटेड टिशूज में इंफ्लामेशन हो सकता है। आप इस दौरान डॉक्टर की सलाह से पेन किलर का उपयोग कर सकते हैं।
इस सर्जरी के बाद रिकवरी में बहुत अधिक समय नहीं लगता। सूजन से बचने के लिए सोते समय सिर को ऊंचा रखना उचित होगा। इसके साथ ही आप गले के लिए लॉन्जीन और एनेस्थेटेजिंग स्प्रे भी ट्राय कर सकते हैं। एनेस्थिसिया का असर कम होने के बाद आप खाना और पानी पीना शुरू कर सकते हैं। डायट को लेकर कोई रिस्ट्रक्शन नहीं होता है। आप जितना और जो कुछ खाने में कंफर्टेबल हैं खा सकते हैं। 1-2 हफ्ते में लक्षणों में सुधार नजर आने लगता है और यह कई महीनों तक जारी रह सकता है। स्नोरिंग के रीएससमेंट के लिए नई स्लीप स्टडी करना ही सही होगा। किसी भी तरह की तकलीफ होने पर आपको अपने डॉक्टर के पास आना होगा। तकलीफ न होने पर भी सर्जरी के 7-10 दिन के बाद सर्जन से एक बार कंसल्ट जरूर कर लें।
डॉक्टर को तुरंत सूचित करें अगर आपको चबाने, निगलने या सांस लेने में किसी तरह की तकलीफ हो रही है या सर्जरी वाली जगह से अचानक ब्लीडिंग हो रही है।
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स्नोरिंग से बचने और इसे रोकने के लिए कुछ उपाय अपनाए जा सकते हैं। जो निम्न हैं।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और सोमनोप्लास्टी या कहे खर्राट की सर्जरी से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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