
परिचय
गुड़हल (Hibiscus) क्या है?
गुड़हल के फूलों में औषधिय गुण होते हैं, जो कि स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं। इसके फूल के साथ-साथ पत्तियां और बीज में दवाई बनाने में इस्तेमाल किए जाते हैं। इसका बोटेनिकल नाम हिबिस्कस रोजा-साइनेंसिस (Hibiscus rosa-sinensis) है, जो कि मालवेसी (Malvaceae) फैमिली से आता है।
इस औषधि के फूल में एसिड और अन्य रसायन होते हैं जो रक्तचाप को कम करने में सक्षम हो सकते हैं। यह खून में शुगर की मात्रा को कम करने, फैट के लेवल को कम करने, पेट, आंतों और गर्भाशय में ऐंठन कम करने के साथ-साथ यह सूजन को कम करने और बैक्टीरिया और कीड़े को मारने के लिए एक एंटीबायोटिक दवा की तरह भी काम कर सकता है।
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उपयोग
गुड़हल (Hibiscus) का इस्तेमाल किसलिए किया जाता है?
गुड़हल (Hibiscus) का इस्तेमाल विभिन्न बीमारियों के उपचार के लिए किया जाता है:
हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिएः हाल ही में किए गए कई अध्ययनों में इसका दावा किया गया है कि इस औषधि की चाय पीने से हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है। अध्ययन के मुताबिक इस औषधि की चाय हाइड्रोक्लोरोथियाजाइड दवा से भी अधिक प्रभावी हो सकती है। इस दवा के सेवन की सलाह डॉक्टर उन मरीजों को देते हैं जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है। इस औषधि की चाय का रंग गहरा लाल होता है। इसमें क्रैनबेरी के समान मीठा और तीखा स्वाद होता है।
- भूख में कमी
- सर्दी
- हृदय और तंत्रिका संबंधी रोग
- ऊपरी श्वास नलिका में दर्द और सूजन होना
- तरल अवरोधन
- पेट में जलन
- परिसंचरण की विकार
- कफ
- शरीर में मूत्र का उत्पादन बढ़ाने के लिए
गुड़हल (Hibiscus) का उपयोग और भी कई चीजों में किया जाता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले चिकित्सक या फार्मसिस्ट से सलाह अवश्य लीजिए।
गुड़हल (Hibiscus) कैसे काम करती है?
किसी भी हर्बल सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। गुड़हल (Hibiscus) पर हुए शोध में यह बात सामने आई है कि इसमें एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जिसका इस्तेमाल हाई ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है। लाल रंग के इस खूबसूरत से फूल में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट पेट, आंत, गर्भाशय में ऐंठन की कमी में भी काफी फायदेमंद साबित होते हैं। इसके अलावा इसका इस्तेमाल बैक्टीरिया को मारने वाले एंटीबायोटिक के रूप में किया जाता है।
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गुड़हल के साइड इफेक्ट
गुड़हल से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
ध्यान रहे की जड़ी बूटियों के भी दुष्प्रभाव होते हैं जो कि व्यक्ति दर व्यक्ति निर्भर करते हैं। आमतौर पर गुड़हल के साइड इफेक्ट्स इसके अधिक या गलत सेवन के कारण होते हैं। इसका इस्तेमाल करने से पहले निम्न बातों का खास ध्यान रखें –
- अगर आप गर्भवती हैं या फिर शिशु को स्तनपान करवा रही हैं तो इस औषधि का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। ऐसा इसलिए है कि गर्भावस्था में महिला को खानपान का ध्यान रखना जरूरी है, ऐसे में अगर इस औषधि का सेवन किया जाए, तो कई बार यह नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसलिए एक बार डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
- अगर आप कोई स्वास्थ्य संबंधी दवाई का सेवन कर रहे हैं तो इसका सेवन करने से बचें।
- अगर आपको किसी तरह की एलर्जी या दवाई से नुकसान है तो गुड़हल का सेवन बिना डॉक्टर के सुझाव के न करें।
- आपका कोई अन्य बीमारी, विकार या कोई चिकित्सीय उपचार चल रहा है तो इसका सेवन न करें।
- यदि आपको किसी तरह के खाने, जानवर या सामान से एलर्जी है तो गुड़हल का सेवन करने से बचना चाहिए।
हर्बल सप्लीमेंट के उपयोग से जुड़े नियम, दवाओं के नियमों जितने सख्त नहीं होते हैं। इनकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की जरुरत है। इस हर्बल सप्लीमेंट के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना जरुरी है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बलिस्ट या आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।
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कितना सुरक्षित है गुड़हल का सेवन?
गर्भावस्था और स्तनपानः
कुछ ही लोगों को इस बात की जानकारी होती है कि इस औषधि के बीज शरीर को गर्मी देते हैं। इसलिए आप गर्भवती हैं या फिर शिशु को स्तनपान करवा रही हैं तो इसका सेवन न करें। इस नाजुक वक्त में गुड़हल का सेवन करने से आपके और आपके बच्चे दोनों को नुकसान हो सकता है। इसलिए हर्बलिस्ट और डॉक्टर से पहले सलाह लें। गुड़हल पर हुए शोध में यह बात सामने आई है कि गुड़हल का सेवन करने से रक्तत्राव (मासिक धर्म) हो सकता। अगर आप गर्भावस्था के दौरान इसका इस्तेमाल करते हैं तो यह गर्भपात का कारण भी बन सकता है।
सर्जरीः
गुड़हल पर हुए शोध में यह बात सामने आई है कि यह ब्लड शुगर को प्रभावित कर सकता है, जिससे सर्जरी के दौरान और बाद में ब्लड शुगर को कंट्रोल में करना मुश्किल हो सकता है और कोई भी सर्जरी करने में समस्या हो सकती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि सर्जरी से कम से कम 2 सप्ताह तक गुड़हल के इस्तेमाल से बचना चाहिए।
गुड़हल के बीज के साइड इफ़ेक्ट
गुड़हल से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
अगर आपको गुड़हल से किसी प्रकार का साइड इफेक्ट महूसस होता है तो एक बार डॉक्टर से संपर्क करिए।
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प्रभाव
गुड़हल से जुड़े परस्पर प्रभाव/ गुड़हल से पड़ने वाले प्रभाव
गुड़हल के सेवन से अन्य किन-किन चीजों पर प्रभाव पड़ सकता है?
गुड़हल के सेवन से आपकी बीमारी या आप जो वतर्मान में दवाइयां खा रहे हैं उनके असर पर प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए सेवन से पहले डॉक्टर से इस विषय पर बात करें।
अगर वर्तमान में आप ब्लड शुगर को कम करने के लिए किसी तरह की दवाई का सेवन कर रहे हैं तो गुड़हल का इस्तेमाल न करें, क्योंकि यह ब्लड शुगर लेवल को और भी ज्यादा कम करता है। ब्लड शुगर लेवल को कम करने में इस्तेमाल की जाने वाली कुछ दवाओं में अल्फा-लिपोइक एसिड, कड़वा तरबूज, क्रोमियम, मेथी, लहसुन, ग्वार गम, घोड़ा चेस्टनट, पनाक्स जिनसेंग, साइलियम, साइबेरियाई जिनसेंग शामिल हैं।
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गुड़हल की खुराक
यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प ना मानें। किसी भी दवा या सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरुर लें।
गुड़हल के लिए सामान्य खुराक क्या है?
किसी भी हर्बल सप्लीमेंट की खुराक मरीज के हिसाब से होती है। गुड़हल का इस्तेमाल आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई अन्य स्थितियों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। कृपया इसका इस्तेमाल करने से पहले हर्बलिस्ट या डॉक्टर से बातचीत करें।
गुड़हल किस रूप में आती है?
- गुड़हल के फूलों का अर्क
- गुड़हल की चाय
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