पॉपकॉर्न लंग की बीमारी का पता लगाने के लिए आमतौर पर डॉक्टर एक चेस्ट एक्स-रे करवाने की सलाह देते हैं। इस टेस्ट के द्वारा व्यक्ति का लंग किस प्रकार से फंक्शन कर रहा है इसकी जानकारी ली जाती है।
सिटी स्कैन
पॉपकॉर्न लंग की समस्या का पता लगाने के लिए डॉक्टर सिटी स्कैन का सहारा भी ले सकते हैं। चेस्ट में किसी प्रकार की दिक्कत होने पर सिटी स्कैन करवाना काफी फायदेमंद माना जाता है। इस प्रोसेस में विशेष रूप से फेफड़ों में होने वाली सभी एक्टिविटी जैसे, उसका आकार और लंग ठीक तरह से काम कर रहा है या नहीं इस बारे में पता लगाया जाता है।
इसके अलावा सर्जिकल लंग बायोप्सी के द्वारा भी पॉपकॉर्न लंग की बीमारी का पता लगाया जा सकता है।
पॉपकॉर्न लंग का इलाज
आपको जानकर थोड़ी हैरानी हो सकती है लेकिन, अभी फिलहाल में पॉपकॉर्न लंग का कोई स्थाई इलाज नहीं निकला है। हालांकि इस बीमारी के लक्षणों को कम करने के लिए कुछ इलाज जरूर हैं लेकिन पूरी तरह से इसे ठीक नहीं किया जा सकता है। हालांकि इस बीमारी को दूर करने के लिए डॉक्टर आपको “इम्म्यूनोसपरेसंट थेरेपी” का सुझाव दे सकते हैं। बीमारी के स्टेज और गंभीरता के आधार पर डॉक्टर आपको ऑक्सीजन थेरेपी और कफ से निजात पाने के उपाय भी बता सकते हैं।
पॉपकॉर्न लंग की समस्या होने पर बिना देरी किए डॉक्टर से परामर्श लेकर इसका इलाज जल्द शुरू करवा दें। ऐसा करके ही आप इस समस्या से राहत पाए जा सकता है, इस अवस्था को किसी भी तरह से नजर अंदाज करना आपके लिए काफी दिक्कतें खड़ी कर सकता है। इसलिए समय रहते ही कुशल परिक्षण की मदद से इस समस्या का समाधान जरूर कर लें। इसके साथ ही यदि आप सिगरेट पीने के आदि हैं तो अपनी इस आदत को भी छोड़ने का प्रयास करें।
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