जानिए मूल बातें
माइग्रेन (Migraine) का सिरदर्द क्या है?
माइग्रेन (Migraine) एक प्रकार का तेज सिरदर्द होता है, जो आमतौर पर सिर के किसी एक हिस्से को ज्यादा प्रभावित करता है। माइग्रेन के साथ जी मचलाना, उल्टी और रोशनी के प्रति तीव्र संवेदनशीलता होना आम बात है। माइग्रेन का दर्द शुरू होने के बाद कई घंटों से कई दिनों तक रह सकता है। अगर समय पर तुरंत इलाज न किया जाए, तो यह बीमारी आपकी कार्य क्षमता और दैनिक गतिविधियों को प्रभावित कर सकती है। बेहतर उपचार के साथ माइग्रेन के घरेलू उपचार और जीवनशैली में बदलाव के साथ, माइग्रेन के असर को कम किया जा सकता है।
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माइग्रेन (Migraine) कितना सामान्य है?
किसी को भी माइग्रेन (Migraine) का सिरदर्द हो सकता है। हालांकि यह पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा प्रभावित करता है। माइग्रेन के ज्यादातर मामले 10 से 45 साल की उम्र के लोगों में देखे जाते हैं। आप खतरों के कुछ कारणों को पहचान कर और उन पर रोक लगाकर माइग्रेन होने के जोखिम को कम कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
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जानिए इसके लक्षण
माइग्रेन के (Migraine) लक्षण क्या हैं?
माइग्रेन (Migraine) के कुछ मामलों में इसके लक्षण घंटों से लेकर दिनों तक रह सकते हैं। लक्षणों की प्रगति चार चरणों में होती है: प्रोड्रोम (Prodrome), औरा (aura), सिरदर्द (Headache) और पोस्टड्रोम (Postdrome)। प्रोड्रोम स्टेज पर आपको ऐसे संकेत और लक्षण दिखते हैं, जो आपको बता सकते हैं कि माइग्रेन एक से दो दिन में शुरू होने वाला है। ऐसे ही कुछ लक्षण इस प्रकार हैं:
- मूड बदलना
- कब्ज
- गर्दन में अकड़न
- अनियंत्रित जम्हाई
- चिड़चिड़ापन
- सुस्त महसूस करना
- भूख में बदलाव और जी मचलाना
इस बीमारी के अगले स्टेज को औरा (aura) कहा जाता है। यह स्टेज माइग्रेन के सिरदर्द से पहले या उसके दौरान शुरू होती है। माइग्रेन के औरा स्टेज में नर्वस सिस्टम पर प्रभाव पड़ता है। इसका प्रभाव शरीर पर 20 से 60 मिनट तक रह सकता हैं। इसके लक्षणों में नीचे बताए गए स्थिति शामिल हो सकते हैं:
- प्रकाश से संवेदनशीलता
- देखने में परेशानी
- हाथ या पैर में पिन और सुई चुभने जैसा फील होना
- बोलने में समस्या होना
जब आपको माइग्रेन का दौरा पड़ता है, तब आपको तेज दर्द महसूस हो सकता है, जो कि चार से 72 घंटों तक रहता है। माइग्रेन के दर्द के दौरान, आपको नीचे बताए अनुभव हो सकते हैं :
- सिर के एक तरफ या दोनों तरफ दर्द होना
- प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता
- शोर के प्रति संवेदनशीलता
- जी मचलाना और उल्टी आना
- धुंधला दिखना
- चक्कर आना
माइग्रेन सिरदर्द शुरू हो जाने के बाद पोस्टड्रोम स्टेज आती है। ऐसा भी हो सकता है कि आप कभी-कभी पानी की कमी और हल्केपन का अनुभव करें।
ऐसे अन्य कई लक्षण हैं, जिनका उल्लेख नहीं किया जा सकता। अगर आपके पास माइग्रेन को लेकर कोई और सवाल है, तो अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
मुझे अपने डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
अगर नीचे बताए गए लक्षण आपको अपने शरीर में मिलते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए :
- अगर आपकी आयु 50 वर्ष से अधिक है और आपको माइग्रेन के लक्षण है।
- आपके माइग्रेन का दर्द बढ़ता जा रहा है।
- माइग्रेन से राहत देने वाली दवाएं बेअस हो रही हों।
- आपको सिरदर्द के साथ बुखार, गर्दन में दर्द, डबल विजन या कमजोरी हो तो।
- अगर आपका सिर दर्द खांसी, थकावट या अचानक चलने फिरने के बाद और तेज हो जाता है तो।
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जानिए इसके कारण
माइग्रेन (Migraine) किन कारणों से होता है?
माइग्रेन होने का कोई सटीक कारण अभी भी पता नहीं है। हालांकि कुछ जेनेटिक और पर्यावरणीय कारण माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं। ऐसे ही कुछ कारण नीचे हैं:
- ट्राइजेमिनल नर्व (trigeminal nerve) में परिवर्तन और प्रभाव पड़ना।
- मस्तिष्क में सेरोटोनिन (serotonin) नामक रसायन, जो कि नर्वस सिस्टम में दर्द नियंत्रण में मदद करता है असंतुलित हो जाता है।
- महिलाओं में हॉर्मोनल परिवर्तन (मासिक धर्म, गर्भावस्था या मेनोपॉज होना)।
- कुछ खाद्य पदार्थ जैसे कि पनीर, नमकीन और प्रॉसेस्ड फूड माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते है।
- मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG) या एस्पार्टेम (मीठा) जैसे फूड कांपाउंड।
- एल्कोहल और अत्यधिक कैफीन युक्त पेय पदार्थों का सेवन करना।
- तनाव भी एक माइग्रेन का कारण बन सकता है।
- मौसम में बदलाव आना।
- नींद के पैटर्न में बदलाव होना।
- गर्भ निरोधक गोलिया या हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरिपी की दवाओं का सेवन।
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जानिए खतरे के कारण
किन कारणों से मुझे माइग्रेन (Migraine) का खतरा बढ़ सकता है?
माइग्रेन का खतरा निम्नलिखित कारणों से बढ़ाने की संभावना ज्यादा हो सकती है :
- लगभग 90% लोगों को माइग्रेन होने का कारण जेनेटिक होता है, जो परिवार के किसी सदस्य से आपको पहुंचता है।
- महिलाओं में पीरियड्स से पहले या बाद में होने वाले शारीरिक बदलाव के कारण माइग्रेन हो सकता है।
निदान और उपचार को समझें :
यहां दी गई कोई भी जानकारी किसी भी प्रोफेशनल डॉक्टर की सलाह की जगह प्रयोग नहीं की जा सकती है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
माइग्रेन (Migraine) का निदान कैसे किया जाता है?
माइग्रेन के निदान के लिए आपके डॉक्टर नीचे बताए परीक्षण कर सकते हैं :
- शारीरिक और न्यूरोलॉजिकल टेस्ट
- ब्लड टेस्ट
- सीटी स्कैन (Computerized tomography scan)
- एमआरआई (MRI)
- स्पाइनल टैप (Lumbar puncture)
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माइग्रेन (Migraine) का इलाज कैसे किया जाता है?
माइग्रेन को ठीक नहीं किया जा सकता है। उपचार के कुछ विकल्प उलब्ध हैं, जिनका पालन कर आप अपनी समस्या को नियंत्रित कर सकते हैं। उपचार के तरीके नीचे बताए गए हैं :
माइग्रेन से आराम पाने के लिए, दर्द की दवाओं का उपयोग किया जा सकता है। सिर दर्द के पहले संकेत पर ही इन दवाओं को लिया जाना चाहिए। इन दवाओं में शामिल हो सकते हैं:
- एस्पिरिन (Aspirin)
- नॉन स्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लेमेटरी (NSAIDs),
- सुमाट्रिप्टन (इमिट्रेक्स®), रिजाट्रिप्टन (मैक्साल्ट®), अलमोट्रिप्टन (एक्सर्ट®) और जोलमिट्रिप्टन (जोमिग®)। ये दवाएं ब्लड वेसल को संकुचित करती हैं और दिमाग में दर्द को कम करती हैं।
कैफीन (Migergot®, Cafergot®), ergotamine (Ergomar®), dihydroergotamine (Migranal®)। ये दवाएं माइग्रेन के दर्द के लिए प्रभावी हैं, जिनका असर 48घंटे से अधिक समय तक रहता हैं। ओपियोइड दवाओं में कोडीन जैसे नशीले पदार्थ होते हैं। इनका उपयोग उन मामलों में होता है, जहां अन्य दवाएं राहत नहीं देती। इन दवाओं के सेवन की आदत बन जाती है इसलिए, केवल अंतिम उपाय के रूप में ही इन दवाओं का उपयोग करें।
जीवनशैली में बदलाव और घरेलू उपचार
जीवनशैली में कौन-से बदलाव या घरेलू उपचार माइग्रेन को रोकने के लिए मेरी मदद कर सकते हैं?
नीचे बताई गई जीवनशैली और घरेलू उपचार आपको माइग्रेन से लड़ने में मदद कर सकते हैं:
- मांसपेशियों को आराम देने वाले व्यायाम करें। आराम से माइग्रेन के के दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है।
- ध्यान या योग से भी माइग्रेन के के दर्द को कम किया जा सकता है।
- पर्याप्त नींद लें, लेकिन ज्यादा न सोएं।
- काम के साथ-साथ और विश्राम करें। जब भी आप सिर दर्द महसूस करें, तो कोशिश करें कि एक अंधेरे, शांत कमरे में आराम करें। आप अपनी गर्दन पर आइस पैक पर रख सकते हैं। अपने सिर दर्द वाले भाग पर हल्की मसाज कर सकते हैं।
आपको सिर दर्द किस वजह से होता है, ये जानने के लिए एक डायरी मेंटेन करें। अपने डॉक्टर को दिखाने के साथ-साथ आप इस डायरी को लिखना जारी रखें। इससे आपको यह जानने में मदद मिलेगी कि आपके माइग्रेन के दर्द को क्या ट्रिगर करता है और क्या उपचार सबसे प्रभावी हो सकता है।
अगर आपके पास अभी भी कोई प्रश्न हैं, तो बेहतर समाधान के लिए अपने चिकित्सक से परामर्श लें।
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