प्रेग्नेंट महिलाओं के मन में यह प्रश्न बना रहता है कि बच्चे के जन्म के बाद क्या वह बच्चे को सही से स्तनपान करा पाएंगी या फिर नहीं? बच्चे के जन्म के बाद मां को तुरंत अधिक मात्रा में दूध बनने नहीं लगता है। कहने का मतलब यह है कि यह प्रक्रिया धीमे-धीमे शुरू होती है। जब मां बच्चे को जन्म देती है, उसके बाद हॉर्मोनल बदलाव के कारण दूध बनने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है लेकिन यह धीमे-धीमे ही तेज होती है। मां का पहला पीला दूध बच्चे के स्वास्थ के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। जब बच्चा जन्म लेता है, तो बच्चे को पेट भरने के लिए बहुत कम मात्रा में दूध की आवश्यकता होती है। जब धीरे-धीरे बच्चा दूध पीने लगता है, तो मां के बनने वाले दूध की मात्रा भी बढ़ने लगती है। माताओं को ब्रेस्टफीडिंग को लेकर यह चिंता नहीं करनी चाहिए कि उन्हें शुरू में कम दूध बन रहा है। और यह भी नहीं सोचना चाहिए कि बच्चे का पेट नहीं भर पा रहा है। ब्रेस्टफीडिंग बेसिक्स और टिप्स की जानकारी हर महिला को होनी चाहिए। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको ब्रेस्टफीडिंग बेसिक्स और टिप्स (Breastfeeding basics and tips) के बारे में जानकारी देंगे।