विटामिन-बी6 लाल रक्त कोशिकाओं (आरबीसी) के निर्माण में मदद करता है। वसा, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट को तोड़ता है, यह सामान्य मस्तिष्क के विकास और कार्य के लिए भी आवश्यक है। विट-बी6 मछली, केले और साबुत अनाज में पाया जाता है। बोन हेल्थ के लिए विट-सी आवश्यक है। यह ऊतक वृद्धि के साथ-साथ दांतों का विकास के भी मददगार है। खट्टे फल जैसे मीठा नींबू, संतरा, आंवला, अमरूद आदि विटामिन-सी के लिए अच्छा स्रोत हैं। इसके अलावा स्तनपान के दौरान हाइड्रेशन भी उतना ही महत्वपूर्ण है; स्तनपान कराने वाली माताओं को दिन में कम से कम 10-12 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है। हालांकि स्तनपान के दौरान कुछ पोषक तत्वों की आवश्यकता बढ़ सकती है, लगभग सभी विटामिन और खनिज विभिन्न प्रकार के खाने से प्राप्त किए जा सकते हैं।
और पढ़ें: Pregnancy Symptoms: कितना सामान्य है प्रेग्नेंसी के लक्षणों का आना-जाना?
लैक्टेशन में गैलेक्टोगग्स का महत्व (Importance of Galactagogues in Lactation)
गैलेक्टोगॉग ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो दूध पिलाने वाली मां के दूध की मात्रा और गुणवत्ता में सुधार करते हैं। विभिन्न पारंपरिक खाद्य पदार्थ और जड़ी-बूटिया हैं जो गैलेक्टोगॉग्स के रूप में कार्य करती हैं। सबसे आम हैं मेथी के बीज, गार्डन क्रेस के बीज, जई, गहरी हरी सब्जियां, लहसुन, आदि। स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए प्रसव के बाद उनकी डायट में इन खाद्य पदार्थों को शामिल करना महत्पूर्ण है।
और पढ़ें: प्रेग्नेंसी के दौरान ओवेरियन सिस्ट्स नहीं बनती परेशानी का कारण, इस ट्राइमेस्टर तक अपने आप हो सकती हैं ठीक
स्तनपान के दौरान किन चीजों से बचना चाहिए (What should be avoided during breastfeeding) ?
स्तनपान के दौरान शराब से बचें। स्तनपान के दौरान शराब के सेवन को शिशुओं में पोषक तत्वों की कमी से जोड़ा गया है। कैफीन (चाय और कॉफी में) को प्रति दिन 300 मिलीग्राम से अधिक नहीं लें, सीमित करें। तनाव और नींद का स्तन के दूध के उत्पादन पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ता है। माताएं अपने बच्चों को स्तनपान कराते समय हमेशा संघर्ष करती हैं यदि वे बहुत अधिक तनाव में हैं या नींद से वंचित हैं। कम से कम 7 घंटे की नींद जरूर लें।
जैसा कि आपने यहां जाना कि ब्रेस्टफीडिंग और मिनरल्स का बहुत गहरा संबंध है, इसलिए इसे लेते समय कई बातों का ध्यान रखना आवश्यक है, जैसे कि मां भरपूर डायट और नींद दोनों ही लें। डायट में हेल्दी फूड लें, जैसे कि नट्स, हरी सब्जियां और फल आदि। फलों में भी अलग-अलग रंग के फल लें। इससे आपको अलग-अलग तरह के विटामिन मिलेंगे। खाने में साबूत अनाज भी जरूर लें। इसमें आपको विटामिन के अलावा कई तरह के महत्वपूर्ण पोषक तत्व भी मिलें, जो आपके और बच्चे दोनों के लिए शरीर के लिए जरूरी होंगे। ब्रेस्टफीडिंग और मिनरल्स का बहुत गहरा संबंध है, इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।